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किसान का बेटा बना असिटेंट कमांडेंट, UPSC परीक्षा में हासिल की 68वीं रैंक

किसान का बेटा बना असिटेंट कमांडेंट, UPSC परीक्षा में हासिल की 68वीं रैंक

किसी किसान का बेटा इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल करे तो चर्चा लाजिमी है. हालांकि इस परिवार में सभी पढ़े-लिखे ओहदेदार हैं, लेकिन राहुल पाराशर ने यूपीएसएसी की परीक्षा पास कर असिस्टेंड कमांडेंट का पद लिया है. इस पर उनके किसान पिता का कहना है कि उनका बेटा देश सेवा में लगेगा.

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धौलपुर में किसान के बेटे ने पास की UPSC परीक्षा धौलपुर में किसान के बेटे ने पास की UPSC परीक्षा

राजस्थान में एक किसान परिवार के बेटे ने बड़ा नाम हासिल किया है. यह ऐसा परिवार है जिसमें खेती-बाड़ी का काम प्रधान है. धौलपुर जिले के राजाखेड़ा उपखंड के गांव डबेरा के रहने वाले साधारण किसान परिवार के बेटे राहुल पाराशर ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की असिटेंट कमाडेंट की परीक्षा पास की है. यूपीएससी की असिटेंट कमाडेंट परीक्षा में राहुल पाराशर ने ऑल इंडिया में 68वीं रैंक हासिल की है. राहुल पाराशर को यह सफलता पाने के लिए कड़ा संघर्ष और मेहनत करनी पड़ी है. खास बात ये है कि राहुल उस परिवार से आते हैं जहां पहले कोई ऐसी रैंक या परीक्षा के बारे में नहीं जानता था. 

राजाखेड़ा उपखंड के गांव डबेरा के रहने वाले किसान जगदीश पाराशर के तीन बेटे और एक बेटी है. किसान जगदीश और उनकी पत्नी गुड्डी देवी ज्यादा नहीं पढ़े हैं. लेकिन उन्होंने खेती-बाड़ी में मेहनत कर अपने चारों बच्चों को शिक्षा देने के लिए कोई भी कसर नहीं छोड़ी है. किसान जगदीश का बड़ा बेटा कृष्णकांत पाराशर डॉक्टर है. दूसरे नंबर के बेटे राहुल पाराशर ने अभी यूपीएससी परीक्षा क्लियर की है और उनका असिटेंट कमांडेंट पद पर चयन हुआ है. तीसरे नंबर का बेटा अंशुल पाराशर पीएचडी कर रहा है और बेटी पूनम भी शिक्षित हैं. किसान जगदीश पाराशर का सपना था कि वे अपने बच्चों को पढ़ाई कराने के लिए कोई भी कसर नहीं छोड़ेंगे. आज उनका यह सपना पूरा हो गया है.

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किसान परिवार में सभी पढ़े-लिखे

किसान जगदीश पाराशर के दूसरे नंबर के बेटे राहुल पाराशर ने यूपीएससी परीक्षा में ऑल इंडिया में 68वीं रैंक हासिल कर अपने पिता के सपने को पूरा कर दिया है. राहुल पाराशर ने शुरुआती शिक्षा के बाद पांचवी कक्षा में परीक्षा के माध्यम से जवाहर नवोदय विद्यालय में प्रवेश लिया. वहां से बारहवीं पास करने के बाद राहुल आगे की पढ़ाई करने के लिए दिल्ली चले गए. दिल्ली में रह कर राहुल ने कॉलेज में पढ़ाई के साथ यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी.

इसके बाद राहुल पाराशर ने साल 2022 में यूपीएससी के असिस्टेंट कमांडेंट की परीक्षा दी. परीक्षा पास करने के बाद राहुल ने इंटरव्यू भी दिया जिसका रिजल्ट शुक्रवार को आया. असिटेंट कमाडेंट के पद पर राहुल का सलेक्शन हो जाने पर गांव में ख़ुशी की लहर दौड़ गई. परिजनों ने राहुल को तिलक और माला पहना कर स्वागत किया और मुंह मीठा कराया. लोग राहुल पाराशर के घर पर जाकर उन्हें बधाई देने पहुंचे. यह खुशी इसलिए भी खास है क्योंकि किसी किसान परिवार के बेटे ने यूपीएएससी जैसी प्रतिष्ठित परीक्षा को पास किया है और असिस्टेंट कमांडेंट के पोस्ट पर सलेक्शन हुआ है.

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माता-पिता को दिया श्रेय

परीक्षा पास करने के बाद राहुल पाराशर ने मीडिया से कहा कि इस सफलता के पीछे उनके माता-पिता और सभी परिजनों का हाथ है. घर के लोगों ने अगर पढ़ाई-लिखाई के लिए इस तरह प्रोत्साहित नहीं किया होता तो वे इस परीक्षा को पास नहीं कर पाते. इस कामयाबी का पूरा श्रेय उन्होंने अपने परिवार को दिया है. राहुल के किसान पिता जगदीश पाराशर ने कहा कि उन्हें खुशी है कि बेटे ने सेना के लिए यह परीक्षा पास की है क्योंकि वह देश की सेवा में लगा रहेगा.(उमेश मिश्रा की रिपोर्ट)