देश के ज्यादातर बाजारों में टमाटर के बढ़ते दामों ने उपभोक्ताओं की परेशानी बढ़ा दी है. दरअसल, बारिश और मौसम की बेरुखी से फसल प्रभावित हुई है और सप्लाई भी बाधित हुई है. इससे टमाटर 100 रुपये से 120 रुपये किलो पहुंच गया है. बीते कई सप्ताह से जारी इस तेजी से उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए सहकारी एजेंसी भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ लिमिटेड (NCCF) ने सस्ता टमाटर बेचने की घोषणा की है. बीते साल भी टमाटर की कमी और सप्लाई प्रभावित होने से टमाटर के दाम 150 रुपये किलो तक पहुंच गए थे, तब भी एनसीसीएफ ने सस्ता टमाटर बेचना शुरू किया था और टमाटर की खपत पूरी करने के लिए पड़ोसी देश नेपाल से आयात करना पड़ गया था. कहा जा रहा है कि कई सप्ताह से जारी तेजी को देखते हुए एनसीसीएफ को करीब 10 दिन पहले ही सस्ता टमाटर बाजार में उतार देना चाहिए था.
सहकारी एजेंसी भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ लिमिटेड (NCCF) ने उपभोक्ताओं को टमाटर की महंगाई से राहत देने के लिए सस्ता टमाटर बेचने की घोषणा की है. एनसीसीएफ ने कहा कि 29 जुलाई से दिल्ली-एनसीआर में 60 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से टमाटर बेचे जाएगा. बयान में कहा गया कि उपभोक्ता केंद्रित पहल के तहत बाजार को स्थिर करना और खुदरा कीमतों को कम करना लक्ष्य है. इसीलिए 29 जुलाई को दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के विभिन्न स्थानों पर बिक्री शुरू की जाएगी.
एनसीसीएफ के प्रबंध निदेशक अनीस जोसेफ चंद्रा ने पुष्टि करते हुए कहा कि सोमवार 29 जुलाई से सस्ता टमाटर बेचा जाएगा. इसके लिए कुछ केंद्र निर्धारित किए गए हैं, जिनमें कृषि भवन, सीजीओ कॉम्प्लेक्स, लोधी कॉलोनी, हौज खास हेड ऑफिस, संसद मार्ग, आईएनए मार्केट, मंडी हाउस, कैलाश कॉलोनी, आईटीओ, साउथ एक्सटेंशन, मोती नगर, द्वारका, नोएडा सेक्टर 14 और सेक्टर 76, रोहिणी और गुरुग्राम सहित कई अन्य स्थानों पर टमाटर 60 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से उपलब्ध होंगे.
बाजारों में टमाटर की मौजूदा खुदरा कीमतें 100 रुपये से 120 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच हैं. एनसीसीएफ की पहल का उद्देश्य मौजूदा बाजार दरों से लगभग आधे दाम पर टमाटर उपलब्ध कराकर उपभोक्ताओं को राहत प्रदान करना है. आने वाले दिनों में यह मेगा सेल दिल्ली एनसीआर के अन्य स्थानों पर भी शुरू होगी. कहा गया है कि एनसीसीएफ के अलावा नेफेड को भी सस्ता टमाटर बेचने के लिए लगाया जाएगा.
उत्तर प्रदेश, दिल्ली एनसीआर और हरियाणा सहित पूरे उत्तर भारत में टमाटर की कीमतों में और बढ़ोत्तरी की आशंका है. क्योंकि, यूपी, दिल्ली में टमाटर की आपूर्ति यूपी के मुरादाबाद और हिमाचल प्रदेश से होती है. हिमाचल में बारिश और भूस्खलन के चलते आपूर्ति बाधित है. तो वहीं, यूपी के मुरादाबाद क्षेत्र में भारी बारिश के चलते टमाटर की फसलों को भारी नुकसान हुआ है. अत्यधिक बारिश से टमाटर के खेतों में ऊपर तक पानी भर गया है, जिससे बड़े पैमाने पर फसल नष्ट हो गई है.
टमाटर की कीमतों में यही उछाल बीते साल 2023 में भी देखने को मिला था तब अगस्त में टमाटर 250 रुपये किलो तक पहुंच गया था. पिछले साल एनसीसीएफ ने दिल्ली-एनसीआर में 14 जुलाई से सस्ती दर पर टमाटर की बिक्री शुरू कर दी थी. इस बार सस्ती दर पर टमाटर बिक्री में करीब 15 दिन की देरी की गई है. पिछले साल एनसीसीएफ ने पहले 90 रुपये में टमाटर बिक्री शुरू की थी, जिसे बाद में घटकार 80 और 70 रुपये प्रतिकिलो की गई थी. वहीं, टमाटर की कमी को पूरा करने के लिए सरकार को पड़ोसी देश नेपाल से 10 टन टमाटर की खेप भी मंगानी पड़ी थी.
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