Narendra Singh Tomar Birthday: इस गांव में हुआ था कृषि मंत्री का जन्म, मुन्ना भैया के नाम से रहे हैं मशहूर

Narendra Singh Tomar Birthday: इस गांव में हुआ था कृषि मंत्री का जन्म, मुन्ना भैया के नाम से रहे हैं मशहूर

Narendra Singh Tomar Birthday: मोदी कैबिनेट में नरेंद्र सिंह तोमर कृषि और किसान कल्याण मंत्री हैं. नरेंद्र सिंह तोमर काफी शांत स्वभाव नेता माने जाते हैं. नरेंद्र सिंह तोमर आज अपना 66वां जन्मदिन मना रहे हैं. तोमर किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं. वही इन्हें लोग प्यार से मुन्ना भैया भी कहते हैं.

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Narendra Singh Tomar Birthday: इस गांव में हुआ था कृषि मंत्री का जन्म, मुन्ना भैया के नाम से रहे हैं मशहूरकेंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर

मध्य प्रदेश और केंद्र की राजनीति में तेजी से उभरे केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का आज 64वां जन्मदिन है. वही नरेंद्र सिंह तोमर काफी शांत स्वभाव के नेता माने जाते हैं. अगर मोदी कैबिनेट के सबसे शांत मंत्री को ढूंढा जाये तो नरेंद्र सिंह तोमर इस लिस्ट में सबसे पहले नंबर पर आते हैं. उनके कई गुणों में यह गुण सबसे प्रखर है. तोमर को कभी किसी ने गुस्सा होते नहीं देखा. हर कठिन घड़ी का इन्होंने मुकाबला शांत रहकर किया है. इनके बारे में मशहूर है 'तोलकर जो बोले सो तोमर. ऐसे में आइए आज नरेंद्र सिंह तोमर के जन्मदिन के मौके पर उनके जीवन से जुड़ी कुछ रोचक के बातों के बारे में जानते हैं- 

किसान परिवार से हैं नरेंद्र सिंह तोमर उर्फ मुन्ना भैया 

केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को लोग प्यार से मुन्ना भैया भी कहते हैं. वहीं इनका जन्म एमपी के मुरैना जिले में पोरसा विकासखंड के तहत ग्राम ओरेठी में 12 जून 1957 को हुआ था. इनके पिता मुंशी सिंह तोमर किसान थे. मध्यप्रदेश से ही इन्होंने पढ़ाई की है. इस दौरान छात्र संघ के अध्यक्ष भी रहे थे. 

नरेंद्र सिंह तोमर का राजनीतिक सफर 

गैर राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखने वाले तोमर के जीवन का टर्निंग प्वाइंट आपातकाल का समय था, जब तोमर जयप्रकाश नारायण के देशव्यापी आंदोलन में शामिल हो गये. पढ़ाई छूटी. जेल गये. फिर तो जीवन राजनीति से ओतप्रोत हो गया. छात्र जीवन से जिस राजनीति की शुरूआत हुई वह आज भी जारी है. तोमर सबसे पहले एसएलपी कॉलेज के अध्यक्ष बने. नरेंद्र सिंह तोमर पहली बार ग्वालियर विधानसभा से चुनाव लड़े, लेकिन बाबू रघुवीर सिंह से 600 वोटों से चुनाव हार गए. इस चुनाव के बाद नरेंद्र सिंह ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. 

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वे 1986 से 1990 तक युवा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष रहे. इसके बाद उन्हें प्रदेश में संगठन मंत्री का दायित्व सौंपा गया. 1998 में वे ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंचे. 2003 में इसी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीतकर उमा भारती मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिला. इसके बाद वे बाबूलाल गौर व शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल में रहे. कुशल रणनीतिकार होने के कारण उन्हें प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया. शिवराज व नरेंद्र सिंह की जुगल जोड़ी के कारण सरकार की वापसी हुई. वे 2007 से 2009 के बीच राज्यसभा सदस्य रहे. तीसरी बार भी शिवराज सिंह की प्रदेश में सरकार बनाने में नरेंद्र सिंह की अहम भूमिका रही. 

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2009 में वे मुरैना लोकसभा संसदीय क्षेत्र से जीतकर संसद में पहुंचे और फिर 2014 में ग्वालियर संसदीय क्षेत्र से अशोक सिंह को चुनाव हराकर संसद में पहुंचने पर मोदी मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिला. अपने सरल स्वभाव और कुशल रणनीति के कारण वे पीएम मोदी के सबसे भरोसेमंद मंत्रियों में से एक बन गए. वर्तमान में नरेंद्र सिंह तोमर केंद्रीय कृषि मंत्री हैं.
 

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