पानी नहीं, अब बह रहा है कचरा! पंजाब में नांगल हाइडल नहर की बिगड़ती हालत

पानी नहीं, अब बह रहा है कचरा! पंजाब में नांगल हाइडल नहर की बिगड़ती हालत

नंगल हाइडल नहर में भारी मात्रा में प्लास्टिक और कचरा बहने से पानी जहरीला हो गया है. पीने और सिंचाई की योजनाएं खतरे में हैं.

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पानी नहीं, अब बह रहा है कचरा! पंजाब में नांगल हाइडल नहर की बिगड़ती हालतनंगल नहर में कचरे ने मचाया हाहाकार (सांकेतिक फोटो)

नंगल हाइडल नहर में भारी मात्रा में प्लास्टिक कचरा और अन्य कूड़ा-करकट बहता देखा गया है. यह स्थिति लोगों को परेशान कर रही है क्योंकि इस नहर से कई पेयजल योजनाएं जुड़ी हुई हैं. नंगल शहर से शुरू होने वाली यह नहर करीब 6 किलोमीटर तक कचरे से भरी हुई दिखाई दे रही है.

64 किलोमीटर लंबी नहर और उसकी महत्ता

नंगल से शुरू होकर यह हाइडल नहर लगभग 64 किलोमीटर दूर रोपड़ तक जाती है. उसके बाद यह नहर भाखड़ा मेन लाइन नहर में मिल जाती है, जिससे सतलुज नदी का पानी अन्य राज्यों तक पहुंचता है. यह नहर सिंचाई और पीने के पानी के लिए बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है.

जंगली सूअरों की मौत ने जगाई चिंता

मार्च महीने में नंगल वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी में करीब 100 जंगली सूअरों की मौत की खबर सामने आई थी. माना जा रहा है कि उन्होंने जहरीला पानी पिया था. यह पानी नंगल डैम रिज़र्वॉयर से आता है, जो इसी नहर का स्रोत है. इससे यह चिंता और भी बढ़ गई है कि यह गंदा पानी न सिर्फ इंसानों के लिए बल्कि जानवरों के लिए भी जानलेवा साबित हो सकता है.

कचरा कैसे पहुंचा नहर में?

भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (BBMB) के अधिकारियों के अनुसार, आमतौर पर सतलुज नदी में ऊपर से बहकर आने वाला कचरा नंगल डैम पर रोक लिया जाता है. लेकिन इस बार यह कचरा डैम के गेट पार कर गया और सीधे नहर में पहुंच गया. कारण स्पष्ट नहीं है, लेकिन इससे स्थिति गंभीर हो गई है.

सफाई के लिए उठाए जा रहे कदम

BBMB के कर्मचारी नहर में बह रहे कचरे को "रायपुर सुपर पैसेज" पर हटाने का काम कर रहे हैं. अधिकारियों का कहना है कि इस बार नहरों में इतना ज्यादा कचरा आ गया कि उन्हें ठेकेदारों को सफाई के लिए बुलाना पड़ा. इससे गंगूवाल और कोटला जलविद्युत परियोजनाएं भी प्रभावित हुई हैं.

सोशल मीडिया पर वायरल हुईं तस्वीरें

नंगल हाइडल नहर के किनारे कई लोग खड़े होकर इस गंदगी को देख रहे हैं. सोशल मीडिया पर भी इसके कई वीडियो वायरल हो चुके हैं. लोगों का कहना है कि उन्होंने पहली बार इतनी गंदगी इस नहर में देखी है.

स्थानीय लोगों की चिंता

नंगल के निवासी सुरेश कुमार का कहना है कि यह पहली बार है जब नहर में इतना ज्यादा कचरा देखा गया है. उन्होंने कहा, "पहले इस नहर में हमेशा साफ पानी बहता था." वहीं, अमृत शर्मा नामक निवासी ने बताया कि इस नहर से कई गांवों के लिए पीने और सिंचाई का पानी लिया जाता है. अगर यही हाल रहा तो लोगों को स्वच्छ पानी मिलना मुश्किल हो जाएगा.

मिलकर करनी होगी नदियों की सफाई

यह समस्या सिर्फ प्रशासन की नहीं है, बल्कि हम सभी की जिम्मेदारी है कि नदियों और नहरों में कचरा न डालें. अगर हम अपने जल स्रोतों को साफ नहीं रखेंगे, तो आने वाले समय में जल संकट और भी गंभीर हो सकता है.

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