2024 बंपर नौकरियों वाला साल रहेगा, नौकरी खोजने वालों का प्रॉडक्टिविटी और ग्रोथ पर फोकस 

2024 बंपर नौकरियों वाला साल रहेगा, नौकरी खोजने वालों का प्रॉडक्टिविटी और ग्रोथ पर फोकस 

नौकरीपेशा लोगों के लिए ये साल नई नौकरी बदलने का साल साबित होने जा रहा है. लिंक्डइन की रिपोर्ट के मुताबिक इस साल नई नौकरी के लिए अपनी स्किल में सुधार करने से लेकर इंडस्ट्री तक बदलने के लिए तैयार हैं. नौकरी खोजने की गतिविधि में सालाना आधार पर 9 परसेंट का इजाफा हुआ है. 

Advertisement
2024 बंपर नौकरियों वाला साल रहेगा, नौकरी खोजने वालों का प्रॉडक्टिविटी और ग्रोथ पर फोकस 80 फीसदी प्रोफेशनल्स 2024 में नई नौकरी खोजने पर विचार कर रहे हैं.

नौकरीपेशा लोगों के लिए ये साल नई नौकरी बदलने का साल साबित होने जा रहा है. लिंक्डइन की रिपोर्ट के मुताबिक इस साल नई नौकरी के लिए अपनी स्किल में सुधार करने से लेकर इंडस्ट्री तक बदलने के लिए तैयार हैं. वहीं, ज्यादा सैलरी के मुकाबले वर्क लाइफ बैलेंस को लोग इस साल प्राथमिकता दे रहे हैं. नौकरी खोजने की गतिविधि में सालाना आधार पर 9 परसेंट का इजाफा हुआ है. 

बिजनेस नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म लिंक्डइन की एक नई रिसर्च में नौकरी खोजने वालों के ट्रेंड के बारे में दिलचस्प जानकारी सामने आई है. लिंक्डइन के मुताबिक नौकरी तलाशने वाले अब अपने प्रॉडक्टिविटी और ग्रोथ पर ज्यादा फोकस कर रहे हैं. नौकरीपेशा की सोच में आए इस बदलाव के असर को देखकर दावा किया गया है कि भारत में करीब 88 फीसदी प्रोफेशनल्स 2024 में नई नौकरी खोजने पर विचार कर रहे हैं. ये आंकड़ा पिछले साल के मुकाबले 4 परसेंट ज्यादा है.

लिंक्डइन की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक 2023 में उसके प्लेटफॉर्म पर नौकरी खोजने की गतिविधि में सालाना आधार पर 9 परसेंट का इजाफा हुआ है. इस साल नौकरी बदलने वाले 42 फीसदी लोग वर्क लाइफ बैलेंस और 37 परसेंट ऊंची सैलरी को प्राथमिकता दे रहे हैं. वहीं, 79 फीसदी लोग बेहतर नौकरी की तलाश में अपनी मौजूदा इंडस्ट्री की जगह नए सेक्टर में जॉब तलाशने के लिए तैयार हैं. 

लेकिन नौकरी बदलने वालों और अपनी मौजूदा नौकरी पर बने रहने के लिए प्रोफेशनल्स को दूसरे उम्मीदवारों की चुनौतियों का भी सामना करना होगा. लिंक्डइन के मुताबिक प्रोफेशनल्स को अपनी प्रोफाइल को बेहतर बनाना होगा. स्किल्स को मजबूत बनाना होगा. इसके साथ ही इंडस्ट्री में हो रहे बदलावों को समझने के लिए भी सजग और सतर्क रहना होगा, जिससे उन्हें मनचाही नौकरी पाने में मदद मिलेगी. लेकिन ये सब करना आसान नहीं है, क्योंकि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की वजह से अब खुद को लोगों की भीड़ के साथ साथ मशीनों के बीच साबित करना एक बड़ी चुनौती है. 

लिंक्डइन के सर्वे में भी कहा गया है कि 45 फीसदी प्रोफेशनल्स को पता ही नहीं है कि कैसे अपनी स्किल को मनचाही नौकरी के मुताबिक ढाल सकते हैं. इस कमी की वजह से उनके लिए नौकरी खोजने की प्रक्रिया मुश्किल हो सकती है. लिंक्डइन के डेटा से जो जानकारी निकलकर सामने आई है उसके मुताबिक 2015 के बाद से नौकरियों के लिए स्किल में 30 फीसदी का बदलाव आया है. वहीं, 55 फीसदी प्रोफेशनल्स ने नौकरी की खोजबीन को निराशाजनक करार दिया है और 59 परसेंट का कहना है कि उन्हें रिक्रूटर्स से शायद ही कभी जवाब मिलता है. 

ऐसे में नौकरी खोजने के तरीके में बड़ा बदलाव आया है. लिंक्डइन के मुताबिक 72 फीसदी प्रोफेशनल्स ने अपने नौकरी खोजने के एटीट्यूड को बदल दिया है और वो वीडियो और डिजिटल बायोडाटा जैसे नए तरीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं. 81 फीसदी प्रोफेशनल्स एआई का इस्तेमाल करने के लिए उत्सुक हैं और उनका मानना है कि ये नौकरी खोजना आसान बना सकता है. 79 फीसदी प्रोफेशनल्स लिंक्डइन पर ज्यादा कंटेंट पोस्ट कर रहे हैं और 83 परसेंट अपने प्रोफेशनल नेटवर्क को बढ़ाने में ज्यादा एक्टिव हो रहे हैं. इसके साथ ही अब प्रोफेशनल्स अपने ब्रांड को मजबूत बनाने के लिए निवेश कर रहे हैं. इसके साथ ही नौकरी खोजने में मददगार कनेक्शंस का भी वो सहारा ले रहे हैं. 
( आदित्य के राणा ) 

ये भी पढ़ें - 

POST A COMMENT