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डेटा बोलता है: ऐसा क्या हुआ क‍ि स‍िर्फ एक ही साल में बढ़ गया करोड़ों अंडों और मुर्गों का उत्पादन, जानें वजह

डेटा बोलता है: ऐसा क्या हुआ क‍ि स‍िर्फ एक ही साल में बढ़ गया करोड़ों अंडों और मुर्गों का उत्पादन, जानें वजह

केन्द्रीय डेयरी और पशुपालन मंत्रालय की एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2022-23 में देश में 13.8 हजार करोड़ अंडों का उत्पादन हुआ है. इसमे से अकेले 65 फीसद अंडों का उत्पादन सिर्फ देश के पांच राज्यों आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक में ही हुआ था. हर रोज देश में करीब 32 करोड़ अंडों का उत्पादन होता है. 

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अंडा और च‍िकन उत्पादन का बना र‍िकॉर्ड. अंडा और च‍िकन उत्पादन का बना र‍िकॉर्ड.

जहां एक तरफ अनाजों और फल-सब्ज‍ियों का उत्पादन बढ़ रहा है वहीं हर साल अंडे और चिकन के उत्पादन में भी तेज रफ्तार से इजाफा हो रहा है. उत्पादन में वृद्ध‍ि की ये दर आठ से 10 फीसद है. यही वजह है कि अंडा उत्पा‍दन में भारत विश्व में तीसरे और चिकन में आठवें नंबर पर पहुंच गया है. हर साल मुर्गों की डिमांड करोड़ों में तो अंडों की डिमांड सैकड़ों करोड़ में बढ़ रही है. खासतौर पर कोरोना के बाद से अंडे और चिकन की मांग में बहुत तेजी से इजाफा हुआ है. अंडे का एक्सपोर्ट भी बढ़ने लगा है. श्रीलंका, मालदीव और मलेशिया जैसे नए देश पहली बार अंडा खरीदने भारत आए हैं. एक्स़पर्ट का कहना है कि इम्‍यूनिटी बढ़ाने और प्रोटीन की जरूरत को पूरा करने के लिए अंडे-चिकन खाने वालों का नंबर भी तेजी के साथ बढ़ा है. 

केन्द्र सरकार भी अंडे के साथ चिकन एक्सपोर्ट बढ़ाने के लिए कई नए प्लान पर काम कर रही है. अभी नाम मात्र के लिए एक-दो छोटे देशों को चिकन एक्सपोर्ट किया जाता है. इसी साल मालदीव को 43 करोड़ अंडे बेचने की अनुमति दी गई है. कई दूसरे देशों के मुकाबले भारतीय अंडा सस्ता है. यही वजह है कि भारत ने साल 2022-23 में अंडा एक्सपोर्ट में रिकॉर्ड आंकड़ा बनाया है. 

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क‍ितने अंडे का उत्पादन हुआ  

डेयरी और पशुपालन मंत्रालय के आंकड़े बताते हैं कि बीते साल 2022-23 में देश में 13.8 हजार करोड़ अंडों का उत्पादन हुआ है. पोल्ट्री एक्सपर्ट की मानें तो अंडा उत्पादन का आंकड़ा हर साल करीब आठ फीसद की दर से बढ़ रहा है. अगर साल 2021-22 की बात करें तो 12.9 हजार करोड़ अंडों का उत्पादन हुआ था. देश में प्रति व्यक्ति हर साल 101 अंडे खा रहे हैं. जबकि डॉक्टरों की सलाह के मुताबिक एक इंसान को कम से कम 180 अंडे हर साल खाने चाहिए. यानी अब भी अंड़ों की और खपत बढ़ने बड़ा अनुमान है. चीन में औसतन प्रत्येक व्यक्ति हर साल 320 अंडे खाता है. लेकिन हमारे देश में अंडे को लेकर कई तरह की अफवाहें फैली हुई हैं, इसलिए अंडे की खपत कम है.

देश के 5 राज्यों में 60 फीसद से ज्यादा अंडों का उत्पादन होता है.
देश के 5 राज्यों में 60 फीसद से ज्यादा अंडों का उत्पादन होता है.

अंडे खरीदने वाले मुरीद बढ़े   

पोल्ट्री फेडरेशन ऑफ इंडिया के कोषाध्यक्ष रिकी थापर ने 'किसान तक' को बताया कि यह कोई पहला मौका नहीं है कि भारत से अंडा एक्सपोर्ट हो रहा है. अरब देशों में भी अंडा एक्सपोर्ट होता है. श्रीलंका, मलेशिया और मालदीव अगर भारत से अंडा खरीदने आए हैं तो उसकी एक सबसे बड़ी वजह है यहां के अंडे का सस्ता होना. क्योंकि हमारे देश में दूसरे देशों के मुकाबले पोल्ट्री फीड सस्ती है. जिन सभी आइटम से फीड बनती है वो सभी हमारे अपने देश में ही तैयार होते हैं. किसी भी चीज को हमे इम्पोर्ट नहीं करना पड़ता है. दूसरा यह कि हमारे यहां लेबर सस्ती है. जबकि दूसरे देशों में दोनों ही चीजें महंगी हैं.

मलेशिया ने दिसम्बर 2022 से हमारे देश से अंडा खरीदना शुरू किया था. दिसम्बर में मलेशिया ने 50 लाख और जनवरी में एक करोड़ अंडे खरीदे थे. सस्ता होने के चलते मलेशिया भारत से अंडा खरीद रहा है. वहीं पोल्ट्री फार्मर मनीष शर्मा ने बताया कि इस साल श्रीलंका ने भी भारत से अंडा खरीदा है. हालांकि उसकी खरीद बहुत कम है, लेकिन अच्छी बात ये है कि आज खरीदने आया है तो कल फिर आएगा. श्रीलंका ने पहले सैम्पल बतौर 23 लाख अंडों की खरीद की थी. उसके बाद से 300 करोड़ अंडे खरीद चुका है. मालदीव भी इस साल 43 करोड़ अंडे खरीदेगा.   

देश का चिकन उत्पादन में विश्व में 8वां स्थान है.
देश का चिकन उत्पादन में विश्व में 8वां स्थान है.

अंडों का बड़ा ग्राहक है ओमान

पोल्ट्री एक्सपर्ट मनीष शर्मा ने बताया कि ओमान भारत से अंडे खरीदने वालों के बीच बड़ा ग्राहक है. इसके अलावा इंडोनेशिया भी खूब अंडे खरीदता है. आंकड़े बताते हैं कि साल 2022-23 में ओमान ने 277 करोड़, इंडोनेशिया 98, मालदीव 95 और यूएई ने 85 करोड़ रुपये के पोल्ट्रीं प्रोडक्ट की खरीद भारत से की है. 

सबसे बड़े अंडा उत्पादक

केन्द्रीय डेयरी और पशुपालन मंत्रालय की एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2022-23 में देश में 13.8 हजार करोड़ अंडों का उत्पादन हुआ है. इसमे से अकेले 65 फीसद अंडों का उत्पादन सिर्फ देश के पांच राज्यों आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक में ही हुआ था. पोल्ट्री एक्सपर्ट की मानें हर रोज देश में करीब 32 करोड़ अंडों का उत्पादन होता है. 

विदेशों में चिकन से ज्यादा अंडे का होता है एक्सपोर्ट.
विदेशों में चिकन से ज्यादा अंडे का होता है एक्सपोर्ट.

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एक साल में खाए गए 331 करोड़ मुर्गे  

चिकन की बात करें तो इसमें भारत आठवें नंबर पर है. जबकि अमेरिका पहले नंबर पर आता है. साल 2022-23 में देश में 331 करोड़ मुर्गे मतलब करीब 50 लाख टन चिकन खाया गया था. जबकि उससे एक साल पहले 306 करोड़ मुर्गे (47.79 लाख टन चिकन) खाए गए थे. पोल्ट्री फेडरेशन ऑफ इंडिया के कोषाध्यक्ष रिकी थापर बताते हैं कि भारत से चिकन एक्सपोर्ट बहुत कम है. इसके पीछे की कई सारी वजहों में जो सबसे अहम है उसमे फीड के रेट हैं.

ब्राजील और अर्जेंटीना में पोल्ट्री फीड के रेट भारत के मुकाबले करीब आधे हैं. इसीलिए हमारा चिकन महंगा पड़ता है. दूसरी अहम वजह ये है कि हमारे देश में चिकन प्रोसेसिंग प्लांट की बेहद कमी है. लेकिन डिमांड को देखते हुए प्लांट बनाने की तैयारी चल रही है. उम्मीद है कि तीन से चार साल में प्लांट लगने के बाद चिकन का एक्सपोर्ट भी खूब होने लगेगा.