इस रबी सीजन में लगाएं इन किस्मों की फसलें, उपज और सेहत दोनों में होगा फायदा

इस रबी सीजन में लगाएं इन किस्मों की फसलें, उपज और सेहत दोनों में होगा फायदा

रबी सीजन की मुख्य फसल गेहूं की बुआई अक्टूबर में शुरू होती है और इसकी कटाई मार्च और अप्रैल में होती है. ऐसे में आज बात करेंगे रबी सीजन में लगाई जाने वाली इन फसल की किस्मों के बारे में. 

Advertisement
इस रबी सीजन में लगाएं इन किस्मों की फसलें, उपज और सेहत दोनों में होगा फायदाWheat Variety

खरीफ फसलों की कटाई के बाद अब किसान रबी फसलों की तैयारी में लग गए है. रबी सीजन में मुख्य तौर पर गेहूं, सरसों और चना की खेती की जाती है. खाद्य सुरक्षा के मद्दे नजर गेहूं की खेती किसानों के द्वारा बड़े पैमाने पर की जाती है. वैसे तो रबी सीजन की बुआई का काम अक्टूबर से नवंबर तक होता है, लेकिन इससे पहले किसान अपने खेतों की मिट्टी की जांच और संरक्षित खेती की तैयारी जैसे महत्वपूर्ण काम कर सकते हैं. इसके बाद मृदा स्वास्थ्य कार्ड के अनुसार खेतों में अनाज, दलहन, तिलहन, चारा फसलें, जड़ और कंद फसलें, सब्जी फसलें, चीनी फसलें और मसाला फसलें उगाई जा सकती हैं. ऐसे में आज बात करेंगे रबी सीजन में लगाई जाने वाली इन फसल की किस्मों के बारे में. 

गेहूं की खेती में रखें इन बातों का ध्यान

गेहूं भारत की एक प्रमुख खाद्यान्न फसल है. गेहूं की फसल को बीज से बीज (पौधे से पौधे) तक पंक्ति से पंक्ति की दूरी कम से कम 8 इंच (20 सेमी) रखकर बोई जाती है ताकि सूरज की रोशनी प्रत्येक पौधे तक आसानी से पहुंच सके, जिससे पौधे को पानी, जगह और पोषक तत्व मिल सकें. पोषक तत्वों के लिए कोई प्रतिस्पर्धा नहीं होती, पौधे की जड़ें ठीक से फैलती हैं और पौधे को अधिक पोषक तत्व मिलते हैं, जिससे जड़ें और नई कोपलें अधिक संख्या में और कम समय में निकलती हैं.

ये भी पढ़ें: Rabi crop: रबी फसलों को उकठा, गलन और झुलसा रोगों से बचाने के लिए करें ये उपाय, जानें क्या है तकनीक?

इन किस्मों की करें खेती

  • पीबीडब्ल्यू जिंक 2 (गेहूं): इसमें अनाज में जिंक की मात्रा अधिक होती है. यह मानव स्वास्थ्य के लिए अच्छा है. यह लगभग 154 दिनों में पक जाता है. इसकी औसत अनाज उपज 23.0 क्विंटल प्रति एकड़ है.
  • PBW RS1 (गेहूं): यह एक प्रीमियम विशेष गुणवत्ता वाली गेहूं की किस्म है. अनाज में प्रतिरोधी स्टार्च का अनुपात अधिक है. यह लगभग 146 दिनों में परिपक्व हो जाता है. इसकी औसत अनाज उपज 17.1 क्विंटल प्रति एकड़ है.
  • पीबीजी 10 (ग्राम): इसके बीज मोटे भूरे रंग के होते हैं और लगभग 153 दिनों में पक जाते हैं. इसकी औसत उपज 8.6 क्विंटल प्रति एकड़ है.
  • आईपीएफडी 12-2 (फील्डपीया): यह लगभग 124 दिनों में पक जाती है और प्रति एकड़ 6.8 क्विंटल अनाज की औसत उपज देती है.
  • अजमेर सौंफ 2 (सौंफ): यह प्रति एकड़ 5.0 क्विंटल बीज की औसत उपज देता है और पकने में 170-175 दिन लेता है.
POST A COMMENT