खरीफ फसलों की कटाई के बाद अब किसान रबी फसलों की तैयारी में लग गए है. रबी सीजन में मुख्य तौर पर गेहूं, सरसों और चना की खेती की जाती है. खाद्य सुरक्षा के मद्दे नजर गेहूं की खेती किसानों के द्वारा बड़े पैमाने पर की जाती है. वैसे तो रबी सीजन की बुआई का काम अक्टूबर से नवंबर तक होता है, लेकिन इससे पहले किसान अपने खेतों की मिट्टी की जांच और संरक्षित खेती की तैयारी जैसे महत्वपूर्ण काम कर सकते हैं. इसके बाद मृदा स्वास्थ्य कार्ड के अनुसार खेतों में अनाज, दलहन, तिलहन, चारा फसलें, जड़ और कंद फसलें, सब्जी फसलें, चीनी फसलें और मसाला फसलें उगाई जा सकती हैं. ऐसे में आज बात करेंगे रबी सीजन में लगाई जाने वाली इन फसल की किस्मों के बारे में.
गेहूं भारत की एक प्रमुख खाद्यान्न फसल है. गेहूं की फसल को बीज से बीज (पौधे से पौधे) तक पंक्ति से पंक्ति की दूरी कम से कम 8 इंच (20 सेमी) रखकर बोई जाती है ताकि सूरज की रोशनी प्रत्येक पौधे तक आसानी से पहुंच सके, जिससे पौधे को पानी, जगह और पोषक तत्व मिल सकें. पोषक तत्वों के लिए कोई प्रतिस्पर्धा नहीं होती, पौधे की जड़ें ठीक से फैलती हैं और पौधे को अधिक पोषक तत्व मिलते हैं, जिससे जड़ें और नई कोपलें अधिक संख्या में और कम समय में निकलती हैं.
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