शरीर को सेहतमंद रखने के लिए लोग पोषण से भरपूर चीजों को खाते हैं, जिसमें अनाज को लोग पहली प्राथमिकता देते हैं. ऐसे में मोटा अनाज एक ऐसा अनाज है जिसे सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है. यही वजह है कि देश के किसानों से लेकर लोगों के बीच मोटे अनाज की खूब डिमांड बढ़ रही है. मिलेट्स ईयर में आठ मोटे अनाजों को शामिल किया गया है, जिसमें रागी, बाजरा, सांवा, कोदो, कुटकी, कंगनी, ज्वार और चीना हैं. वहीं सांवा एक छोटी सी अनाज है. यह एक सूखा-सहिष्णु फसल है और कम उपजाऊ भूमि में भी उगाई जा सकती है. इसके अलावा कोदो भारत का एक प्राचीन अन्न है जिसे ऋषि अन्न भी माना जाता है. इसकी मांग अब लोगों में काफी तेजी से बढ़ती जा रही है.
ऐसा ही एक और मोटा अनाज कुटकी है, जिसे लिटिल मिलेट के नाम से भी जाना जाता है, यह एक पौष्टिक अनाज है, जिसकी खेती दुनिया के कई क्षेत्रों में की जाती है. किसान इन तीनों मोटे अनाजों की खेती कर बेहतर मुनाफा कमा सकते हैं. अगर आप भी मोटे अनाजों की खेती करना चाहते हैं और उसकी उन्नत वैरायटी के बीज मंगवाना चाहते हैं तो आप नीचे दी गई जानकारी की सहायता से इनके बीज ऑनलाइन अपने घर पर मंगवा सकते हैं.
राष्ट्रीय बीज निगम (National Seeds Corporation) किसानों की सुविधा के लिए ऑनलाइन सांवा की उन्नत किस्म DHBM-93-3, कुटकी की उन्नत किस्म CGK-1 और कोदो का RK-390-25 का बीज बेच रहा है. इस बीज को आप ओएनडीसी के ऑनलाइन स्टोर से खरीद सकते हैं. किसान इसे ऑनलाइन ऑर्डर करके अपने घर पर डिलीवरी करवा सकते हैं.
NSC's best Millet TL seeds of
— National Seeds Corp. (@NSCLIMITED) November 22, 2023
Barnyard Millet DHBM-93-3
Little Millet CGK-1
Kodo Millet RK-390-25
are now available @ONDC_Official in 4kg Bag.
Place your order online at https://t.co/MD2GLQdx4y#NationalSeedsCorpLtd #FarmSona #IYM2023 @nstomar @AgriGoI @KailashBaytu @IYM2023 pic.twitter.com/6cTaghiLUd
कुटकी के बीज:- कुटकी की उन्नत किस्म CGK-1 फसल के बीज का आकार अंडाकार और हल्का भूरा रंग का होता है. वहीं इस किस्म की उत्पादन 8 से 10 क्विंटल प्रति हेक्टेयर होता है. ये फसल 80 से 82 दिनों में पक कर तैयार हो जाती है.
कोदो के बीज:- कोदो की एक किस्म है RK 390-25, की खेती भारत के लगभग सारे राज्यों में की जाती है. ये किस्म 60-80 दिनों में तैयार हो जाती है. ये किस्म सेहत के लिए काफी फायदेमंद मानी जाती है.
सांवा के बीज:- सांवा की DHBM -93-3 किस्म की फसल काफी तेजी से तैयार होती है. ये किस्म करीब 45-60 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है. इसे सूखे जैसे क्षेत्रों में भी आसानी से उगाया जा सकता है.
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अगर आप भी मिलेट की उन्नत किस्म की खेती करना चाहते हैं, तो इन तीनों किस्म के चार किलो के पैकेट के बीज फिलहाल 42 फीसदी की छूट के साथ 306 रुपये में राष्ट्रीय बीज निगम की वेबसाइट पर मिल जाएंगे. इसे खरीद कर आप आसानी से मोटे अनाजों की खेती कर सकते हैं.
यह अनाज मानव शरीर के लिए काफी लाभकारी है. लोग मिलेट का सेवन अलग-अलग तरीके से करते हैं. इसमें फैट और कोलेस्ट्रॉल फ्री होता है. साथ ही प्रोटीन, फाइबर, विटामिन-बी, आयरन और जिंक समेत कई विटामिन और खनिजों का मेन सोर्स है.
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