करेला सेहत के लिए कितना लाभदायक है ये तो सभी जानते हैं, मगर क्या आपको पता है कि देश भर में करेला पहुंचाने के मामले में सबसे आगे कौन सा राज्य है? यानी कहां से पूरे देश में पहुंचता है करेला. पढ़ें ये रिपोर्ट-
भारत में मध्य प्रदेश करेले के उत्पादन में अव्वल राज्य है. यहां के किसान हर साल 2,29,910 टन करेले का उत्पादन करते हैं. वहीं देश की कुछ करेला उत्पादन की हिस्सेदारी में 17.24 फीसदी है.
दूसरे स्थान पर मध्य प्रदेश का पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ है. यहां के किसान 1,69,890 टन करेले का उत्पादन करते हैं. वहीं देश की कुल करेला उत्पादन की हिस्सेदारी में 12.74 फीसदी है.
करेले के उत्पादन में भारत के टॉप तीन राज्यों में तीसरा नंबर तमिलनाडु का है. यहां करेले का 1,28,910 टन सलाना उत्पादन होता है. वहीं अगर हिस्सेदारी की बात करें तो 9.67 फीसदी है.
करेला में पाए जाने वाले गुणों को देखते हुए आंध्र प्रदेश करेले के उत्पादन में चौथे नंबर पर है. इस राज्य में हर साल करेले का 1,24,750 टन उत्पादन होता है. इस राज्य की हिस्सेदारी 9.35 फीसदी है.
करेला उत्पादन में ओडिशा ने भी अपना स्थान पांचवा रखा है. यहां के किसान हर साल 1,16,950 टन करेले का उत्पादन करते हैं. वहीं देश की कुल करेला उत्पादन की हिस्सेदारी में 8.77 फीसदी है.
बिहार के किसान भी अच्छी मात्रा में हर साल करेले का उत्पादन करते हैं. यहां हर साल 91,730 टन करेले का उत्पादन किया जाता है. बिहार की हिस्सेदारी की बात करें तो 6.88 फीसदी है.
सातवें स्थान पर बिहार का पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश है. यहां हर साल 89,730 टन करेले का उत्पादन होता है. देश की कुल करेला उत्पादन की हिस्सेदारी 6.73 फीसदी है.
आठवें नंबर पर कृषि के क्षेत्र का अग्रणी राज्य हरियाणा है. इस राज्य में हर साल करेले का 74,200 टन उत्पादन होता है. इस राज्य की हिस्सेदारी 5.56 फीसदी है.
अगर नौवे नंबर की बात करें तो इस लिस्ट में असम हैं. यहां हर साल 55,900 टन करेले का उत्पादन किया जाता है. असम की हिस्सेदारी की बात करें तो 4.19 फीसदी है.
राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार करेला उत्पादन में दसवें स्थान पर पंजाब है, जहां हर साल 50,490 टन करेले का उत्पादन होता है. देश की कुल करेला उत्पादन की हिस्सेदारी 3.78 फीसदी है.
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