सोयाबीन की खेती में खरपतवारों को नियंत्रित करना किसानों के लिए एक चुनौती वाला काम है. किसान सोयाबीन की फसल में खरपतवारों को खत्म करने के लिए कई प्रकार की खरपतवारनाशक दवाइयां खरीद कर लाते हैं और उनका छिड़काव करते हैं. लेकिन फिर भी सभी प्रकार के खरपतवारों पर पूरी तरह से नियंत्रण नहीं हो पाता है. सोयाबीन की फसल में उगने वाले खरपतवार फसल के पोषक तत्वों और पानी का उपयोग कर उसकी वृद्धि को प्रभावित करते हैं, जिससे प्रति एकड़ उत्पादन कम हो जाता है. सोयाबीन में खरपतवारों को नियंत्रित करने के लिए आपके लिए कारगर दवाइयों का उपयोग और उनकी उचित मात्रा जानना जरूरी है. तो आइए जानते हैं किन दवाओं का छिड़काव कर आप खरपतवार को बढ़ने से रोक सकते हैं और क्या होनी चाहिए सही मात्रा.
खड़ी सोयाबीन की फसल में खरपतवार नियंत्रण के लिए इमाजाथियापार 10 ई.सी. या क्यूरोलोफॉस 5 ई.सी. प्रति हेक्टेयर का छिड़काव करें. इस समय सोयाबीन में पीला मोजैक रोग तेजी से फैल रहा है. किसान रोगग्रस्त पौधों को उखाड़कर इमिडाक्लोप्रिड 250 मिली प्रति हेक्टेयर का छिड़काव करें.
ये भी पढ़ें: सोयाबीन में कीटों और रोगों का खतरा, फसल को नुकसान से बचाने के लिए ये करें उपाय
Copyright©2024 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today