मोटे अनाज यानी श्रीअन्न फसलों की खेती करने वाले किसानों के लिए नई उन्नत किस्म आ गई है, जो केवल 90 दिनों में ही तैयार हो जाती है. सामान्य रागी किस्मों की तुलना में रागी की VL-352CS किस्म अधिक उत्पादन देने में भी सक्षम है. इस किस्म के बीजों को केंद्रीय कृषि मंत्रालय किसानों के लिए ऑनलाइन बेच रहा है. इस किस्म के बीज की खरीद घर बैठे किसान कर सकते हैं.
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के अनुसार इस बार खरीफ सीजन में श्रीअन्न फसलों की जमकर बुवाई की गई है. आंकड़े बताते हैं कि 9 सितंबर 2024 तक इस वर्ष 188.72 लाख हेक्टेयर में श्रीअन्न या मोटे अनाज की खेती की गई है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 181.74 लाख हेक्टेयर की तुलना में करीब 7 लाख टन अधिक है. इसमें रागी का रकबा इस बार 2 लाख हेक्टेयर बढ़कर 10.78 लाख हेक्टेयर पहुंच गया है. बीते साल समान अवधि में किसानों ने 8.73 लाख हेक्टेयर में रागी की बुवाई की थी.
मोटे अनाज में रागी उपज खरीद के लिए केंद्र सरकार ने 2024-25 के लिए एमएसपी कीमतों में 444 रुपये की बढ़ोत्तरी की है, जिसके चलते भी रागी का रकबा 2 लाख हेक्टेयर बढ़ा है. क्योंकि, किसानों को उपज की अच्छी कीमत मिलने की उम्मीद जगी है. जबकि, बुवाई के समय मॉनसूनी बारिश के अच्छा रहने के संकेतों के चलते भी जमकर किसानों ने रागी की फसल बोई है.
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने किसानों के लिए रागी की उन्नत किस्म के बीज खरीदने की सलाह दी है. किसान रागी VL-352CS किस्म के प्रमाणित बीज अब ऑनलाइन ONDC प्लेटफॉर्म पर नेशनल सीड कॉर्पोरेशन (NSC) के ऑनलाइन स्टोर से आसानी से खरीद सकते हैं. रागी VL-352CS किस्म की खूबी है कि यह बाकी किस्मों की तुलना में कम समय में और कम लागत में तैयार हो जाती है.
नेशनल सीड कॉर्पोरेशन (NSC) के रागी VL-352 किस्म 93 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है. एक एकड़ में यह किस्म 10 क्विंटल का उत्पादन आराम से दे देती है. NSC के अनुसार रागी VL-352 बीज का 5 किलो ग्राम का पैकेट की कीमत 525 रुपये है. लेकिन, ऑनलाइन ऑर्डर करने पर 25 फीसदी छूट के साथ यह 390 रुपये में बिक रहा है. खरीदने के इच्छुक किसान https://www.mystore.in/en/product/nsc-ragi-vl-352-cs-5-kg लिंक पर जाकर ऑर्डर कर सकते हैं.
मध्य प्रदेश कृषि विभाग के अनुसार रागी की फसल को बुवाई के बाद पहले 45 दिन तक खरपतवारों से बचाकर रखना जरूरी है, ताकि पौधे के विकास को बढ़ाया जा सके. अगर किसान लापरवाही करते हैं तो उपज में भारी गिरावट आ जाती है. इसलिए बुआई या रोपाई के 3 सप्ताह के अंदर 2, 4 डी.सोडियम साल्ट (80 फीसदी ) की एक किलो ग्राम मात्रा प्रति हेक्टेयर की दर से छिड़काव करने से चौड़ी पत्ती वाले खरपतवार नष्ट किए जा सकते है. जबकि, रागी की बालियां निकलने से पहले किसान एक बार निराई जरूर कर लें.
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