
खेती की बढ़ती लागत और रासायनिक खादों के साइड इफेक्ट से परेशान किसानों और बागवानी करने वालों के लिए प्याज के छिलके एक सस्ता और असरदार समाधान बन सकते हैं. आमतौर पर कचरे में फेंक दिए जाने वाले प्याज के छिलके असल में पोषक तत्वों का खजाना होते हैं. सही तरीके से इस्तेमाल किया जाए तो यही छिलके फसलों की ग्रोथ बढ़ाने के साथ-साथ लागत घटाकर मुनाफा बढ़ाने में मदद करते हैं. प्याज के छिलकों से बना यह प्राकृतिक फर्टिलाइजर न सिर्फ पर्यावरण के लिए सुरक्षित है, बल्कि किसानों और बागवानी प्रेमियों के लिए कम खर्च में ज्यादा फायदा देने वाला उपाय भी है. कचरे को खाद में बदलकर आप खेती को टिकाऊ और मुनाफेदार दोनों बना सकते हैं.
प्याज के छिलकों में पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और सल्फर जैसे जरूरी मिनरल्स पाए जाते हैं. इनमें मौजूद क्वेरसेटिन जैसे एंटीऑक्सिडेंट पौधों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं. यही वजह है कि प्याज के छिलकों से बना फर्टिलाइजर न सिर्फ ग्रोथ को बेहतर करता है, बल्कि कीट और फंगल रोगों से भी पौधों को बचाता है. इस फर्टिलाइजर की सबसे बड़ी खासियत इस पर जीरो खर्च आता है. घर या खेत में इस्तेमाल होने वाले प्याज के छिलके आसानी से मिल जाते हैं. रासायनिक खादों पर होने वाला खर्च कम होने से कुल उत्पादन लागत घटती है. साथ ही, मिट्टी की सेहत सुधरने से लंबे समय तक फसल की उत्पादकता बनी रहती है. यही वजह है कि इसे मुनाफे की गारंटी वाला फर्टिलाइजर कहा जा सकता है.
इस प्राकृतिक फर्टिलाइजर को बनाना बेहद आसान है और इसके लिए किसी महंगे उपकरण की जरूरत नहीं होती. सबसे पहले 2 से 3 मुट्ठी सूखे प्याज के छिलके इकट्ठा कर लें. इन्हें 1 लीटर साफ पानी में डाल दें. अब इस मिश्रण को 24 से 48 घंटे तक ढककर रख दें. इस दौरान पानी का रंग हल्का भूरा या चाय जैसा हो जाएगा. तय समय के बाद पानी को छान लें और छिलकों को अलग कर दें. तैयार घोल को इस्तेमाल से पहले 1:1 के अनुपात में पानी से पतला कर लें. इस लिक्विड फर्टिलाइजर को हफ्ते में एक बार पौधों की जड़ों में डालें या पत्तियों पर स्प्रे करें. सब्जियों, फूलों और फलदार पौधों सभी के लिए यह फर्टिलाइजर फायदेमंद साबित होता है.
अगर आप लिक्विड की जगह सूखा फर्टिलाइजर बनाना चाहते हैं तो प्याज के छिलकों को धूप में अच्छी तरह सुखा लें. इसके बाद इन्हें पीसकर पाउडर बना लें. इस पाउडर को सीधे मिट्टी में मिलाया जा सकता है या कंपोस्ट में डालकर उसकी पोषण क्षमता बढ़ाई जा सकती है. यह तरीका खासतौर पर गमले और किचन गार्डन के लिए कारगर है. प्याज के छिलकों से बना फर्टिलाइजर टमाटर, मिर्च, बैंगन, भिंडी, गोभी जैसी सब्जियों के लिए बेहद उपयोगी है.
फूलों में गुलाब, गेंदा और चमेली पर इसका अच्छा असर देखा जाता है. फलदार पौधों में नींबू, अमरूद और अनार जैसे पौधों की ग्रोथ और फूल-फल सेटिंग बेहतर होती है. प्याज के छिलकों के घोल को बहुत अधिक मात्रा में इस्तेमाल न करें. जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल करने पर मिट्टी में एसिडिटी बढ़ सकती है. हमेशा घोल को पतला करके ही पौधों में डालें. अगर पहली बार उपयोग कर रहे हैं तो पहले एक-दो पौधों पर ट्रायल करना बेहतर रहेगा.
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