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Vegetables Seed: भारतीय सब्जियों की तेजी से बढ़ रही वैश्विक मांग, अब सब्जी बीज मार्केट में भी भारत शीर्ष देशों में शुमार 

Vegetables Seed: भारतीय सब्जियों की तेजी से बढ़ रही वैश्विक मांग, अब सब्जी बीज मार्केट में भी भारत शीर्ष देशों में शुमार 

वैश्विक बाजार में भारतीय सब्जियों की तेजी से मांग बढ़ रही है. इसके अलावा अब सब्जी बीज मार्केट में भी भारत शीर्ष देशों में शुमार हो गया है. इसके चलते वैश्विक सब्जी बीज बाजार का मूल्य 2022 में लगभग 8 अरब डॉलर था, जो तेजी से विस्तार कर रहा है. भारत की 12 से ज्यादा कंपनियां  अलग-अलग किस्म की 40 से अधिक सब्जियों की फसलों के साथ सब्जी बाजार में मजबूत पकड़ बना ली है.

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सब्जी बीज मार्केट में भी भारत शीर्ष देशों में शुमार. सब्जी बीज मार्केट में भी भारत शीर्ष देशों में शुमार.

वैश्विक बाजार में भारतीय सब्जियों की तेजी से मांग बढ़ रही है. इसके अलावा अब सब्जी बीज मार्केट में भी भारत शीर्ष 3 देशों में शुमार हो गया है. इसके चलते वैश्विक सब्जी बीज बाजार का मूल्य 2022 में लगभग 8 अरब डॉलर था, जो तेजी से विस्तार कर रहा है. भारत की 12 से ज्यादा कंपनियां  अलग-अलग किस्म की 40 से अधिक सब्जियों की फसलों के साथ सब्जी बाजार में मजबूत पकड़ बना ली है. बता दें कि भारत का सब्जी फल निर्यात करीब 4 अरब डॉलर पहुंच गया है. ऐसे में आने वाले वर्षों में भारतीय किसानों और कंपनियों को भारी लाभ मिलने की उम्मीद की जा रही है. 

सब्जी बीज मार्केट में भारतीय बीजों की हिस्सेदारी तेजी से बढ़ी है. इकनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार एसएंडपी ग्लोबल कमोडिटी इनसाइट्स (जीसीआई) के आंकड़ों में बताया गया है कि चीन, जापान और संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे देशों के साथ भारत इस क्षेत्र में शीर्ष प्लेयर्स में प्रमुखता से खड़ा है. अलग-अलग किस्म की 40 से अधिक सब्जियों की फसलों के साथ सब्जी बाजार में भारतीय कंपनियों की मजबूत स्थिति बनी है. 

सब्जी बीज बाजार में तेज कंप्टीशन के बीच 12 कंपनियों की वार्षिक बिक्री 100 मिलियन डॉलर से अधिक दर्ज की गई है. ये कंपनियां तेजी से बीजों की सेल्फ लाइफ, उच्च फसल पैदावार और स्वाद, पोषण मूल्य जैसी विशेषताओं को बढ़ाने पर फोकस कर रही हैं. हाई लाइकोपीन सामग्री के साथ हेल्दी टमाटर की किस्में विकसित की गई हैं. 80 से 90 फीसदी सब्जी प्रजातियां अब संकर बीजों से उत्पन्न होती हैं. संकर सब्जियों के बीजों की शुरूआत 1930 के दशक में हुई थी जो आज बाजार पर हावी हैं. 

वैश्विक सब्जी बीज बाजार में भारत तेजी से पकड़ बना रहा 

सब्जी बीज बाजार की बढ़ोत्तरी में कई फैक्टर्स का योगदान हैं, जिनमें घरेलू खपत, निर्यात के रुझान और संरक्षित कृषि या नियंत्रित पर्यावरण कृषि का विस्तार शामिल है. चीन, भारत, स्पेन, मैक्सिको और जापान जैसे देश संरक्षित कृषि को अपनाने में अग्रणी हैं, जिससे खुले क्षेत्र में उत्पादन विधियों की तुलना में अधिक पैदावार होती है. वैश्विक सब्जी बीज बाजार में भारत की उपस्थिति इंडस्ट्री की गतिशीलता को साबित करती है. दुनिया भर में हाई क्वालिटी वाली सब्जियों की किस्मों की बढ़ती मांग को पूरा करने में तेजी से सक्षम बना है. 

भारत का निर्यात अप्रैल-फरवरी में 16 फीसदी बढ़ा 

भारतीय फल व सब्जी की मांग वैश्विक बाजार में सालाना आधार पर तेजी से बढ़ रही है. वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों बताते हैं कि चालू वित्त वर्ष 2023-24 के अप्रैल-फरवरी में भारतीय फल और सब्जी के निर्यात में पिछले वित्त वर्ष 2022-23 की समान अवधि की तुलना में 15.38 फीसदी का इजाफा दर्ज किया गया है. केले के निर्यात में 50 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है. आंकड़ों के अनुसार भारतीय फलों और सब्जी के निर्यात में हरी मिर्च, केला का अनुपात बढ़ा है. जबकि, आलू का निर्यात भी शुरू किया गया है. वहीं, महाराष्ट्र के बाद यूपी के आम का निर्यात रूस समेत अन्य देशों में भी धीरे-धीरे बढ़ रहा है. 

भारत का फल-सब्जी निर्यात 3.22 अरब डॉलर 

वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2023-24 अप्रैल-फरवरी में भारत ने 3.22 अरब डालर का फल और सब्जी का निर्यात किया. इससे पहले वित्त वर्ष 2022-23 में की समान अवधि में निर्यात आंकड़ा 2.79 अरब डालर दर्ज किया गया था. भारतीय सब्जी के खरीदारों में यूके, श्रीलंका, बांग्लादेश और सउदी अरब टॉप पर हैं. जबकि, सर्वाधिक फल खरीदने वाले देशों में अमेरिका, नीदरलैंड, ईरान, इराक और यूएई शामिल हैं. सरकार विदेशी खरीदों में यूरोप के दूसरे देशों और आस्ट्रेलिया में निर्यात बढ़ाने पर फोकस कर रही है. 

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