ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर: इन 5 तरीकों से घर पर बनाएं नेचुरल खाद, बिना खर्च के बढ़ेगी उपज

ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर: इन 5 तरीकों से घर पर बनाएं नेचुरल खाद, बिना खर्च के बढ़ेगी उपज

चावल बनने के बाद उसका मांड निकलता है जिसे हम फेंक देते हैं. लेकिन इसका प्रयोग ऑर्गेनिक खाद के रूप में किया जा सकता है. चावल के मांड को इकट्टा करते जाएं और बड़ी मात्रा में जमा हो जाए तो खेत में डाल दें. इसमें बड़ी मात्रा में स्टार्च और एनपीके होता है जो नेचुरल खाद का खास हिस्सा हैं. मांड में नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटैसियम भी होता है जिससे पौधों को पर्याप्त पोषण मिलता है.

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ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर: इन 5 तरीकों से घर पर बनाएं नेचुरल खाद, बिना खर्च के बढ़ेगी उपजघर पर बनाएं नेचुरल खाद

खेती का खर्च कम करना हो या सेहतमद रहना हो, तो फसलों में केमिकल खाद का इस्तेमाल आज और अभी से बंद कर दें. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि केमिकल खाद के बिना भी कई दूसरे विकल्पों से फसल की उपज बढ़ाई जा सकती है. वह भी बिना किसी खर्च के. आपके घर से निकलने वाला अवेशेष या कचरा खाद बना सकता है जिसे नेचुरल खाद कहते हैं. यह खाद न तो फसल पर जहरीला असर करेगा और न ही मिट्टी की उर्वरकता को मारेगा. तो आइए जान लेते हैं कि घर बैठे कैसे बिना किसी खर्च के ऑर्गेनिक खाद बना सकते हैं.

ऑर्गेनिक खाद बनाने के लिए आपको अपने घर में इस्तेमाल होने वाली चीजों पर गौर करना है. ये ऐसी चीजें हैं जिसे आप कचरा समझकर फेंक देते हैं. अगर इनका इस्तेमाल थोड़ा दिमाग लगाकर किया जाए तो उपज को कई गुना तक बढ़ा सकते हैं.

1-चावल के पानी से खाद

चावल बनने के बाद उसका मांड निकलता है जिसे हम फेंक देते हैं. लेकिन इसका प्रयोग ऑर्गेनिक खाद के रूप में किया जा सकता है. चावल के मांड को इकट्टा करते जाएं और बड़ी मात्रा में जमा हो जाए तो खेत में डाल दें. इसमें बड़ी मात्रा में स्टार्च और एनपीके होता है जो नेचुरल खाद का खास हिस्सा हैं. मांड में नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटैसियम भी होता है जिससे पौधों को पर्याप्त पोषण मिलता है. ध्यान रखें कि मांड में नमक नहीं मिलाना है. इससे पौधों पर उलटा असर पड़ सकता है.

2-सब्जी का पानी 

जब भी आप सब्जी धोते हैं, या उसे उबालते हैं तो उसका बचा पानी कभी न फेंकें. यह पानी नेचुरल खाद का बड़ा स्रोत होता है. सब्जी के पानी को भी एक साथ इकट्टा कर सकते हैं और जब अधिक मात्रा में जमा हो जाए तो उसे खेत में डाल सकते हैं. इससे पौधों को ऑर्गेनिक खाद मिलेगी.

3-फिश वाटर टैंक

अगर आपने मछली पालने के लिए पानी का टैंक बनाया है, या पोखर, तालाब में मछली पालते हैं तो वह नेचुरल खाद का बड़ा स्रोत हो सकता है. जिस पानी में मछली को पाला जाता है, वह नेचुरल खाद के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. इसमें मछलियों मल और छोटे जलीय पौधों के अवशेष मिलकर इस पानी को बहुत अच्छा ऑर्गेनिक खाद बनाते हैं. इस पानी को खेत में डाल कर फसलों को खाद की भरपाई कर सकते हैं.

4-राख का करें इस्तेमाल

लकड़ी जलाने के बाद उसके राख को न फेंकें क्योंकि यह खाद के रूप में इस्तेमाल हो जाएगा. राख में पोटैसियम की बड़ी मात्रा होती है और यह मिट्टी का पीएच बढ़ाने में मदद करता है. हालांकि इस राख का इस्तेमाल ऐसे पौधों के खाद के रूप में न करें जो एसिडिक हों. अच्छा ये रहेगा कि आप राख को कंपोस्ट के साथ मिलाकर खेत में छिड़कें. इससे मिट्टी का पीएच एक साथ बहुत अधिक नहीं बढ़ेगा और फसलों पर बुरा असर नहीं होगा.

5-गोबर या स्लरी का प्रयोग

घर में मवेशी पाल रहे हों तो उसका गोबर, मूत्र आदि नेचुरल खाद के रूप में इस्तेमाल हो सकता है. ध्यान रखें कि गोबर को सीधा खेत में नहीं डालना है क्योंकि इसमें यूरिया की मात्रा अधिक होती है जो फसल को नुकसान पहुंचा सकती है. इससे छोटे पौधों की जड़ें जल सकती हैं. गोबर को इकट्ठा करें और कुछ दिन बाद सड़े हुए गोबर को खेत में डालें. यह सबसे अच्छा नेचुरल खाद होता है. इसमें किसी तरह का रासायनिक खाद या सिंथेटिक खाद न मिलाएं क्योंकि इससे कंपोस्ट खाद खराब हो सकती है.

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