रबी सीजन की मुख्य फसल गेहूं इस समय खेतों में लगी हुई है. लेकिन जनवरी महीने में जैसे तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है. उससे किसानों को गेहूं की फसल में भंयकर बीमारी लगने की चिंता सताने लगी है. गेहूं की फसल में पीला रतुआ के अलावा सेहूं रोग और पर्ण झुलसा रोग का खतरा मंडरा रहा है. ये रोग गेहूं की फसल के लिए काफी हानिकारक होते हैं, क्योंकि इन रोगों के लगने से उत्पादन और क्वालिटी पर काफी असर पड़ता है, जिससे किसानों को नुकसान का सामना करना पड़ता है. ऐसे में आइए जानते हैं इन रोगों के क्या हैं लक्षण और किसान नुकसान से बचने की लिए क्या रोकथाम करें.
यह रोग सूत्रकृमि (कीड़ा) द्वारा होता है. इस रोग से प्रभावित पौधों की पत्तियां मुड़कर सिकुड़ जाती हैं. वहीं, इस कीड़े के लगने से अधिकांश पौधे बौने रह जाते हैं और उनमें स्वस्थ पौधे की की तुलना में अधिक शाखाएं निकलती हैं. रोगग्रस्त बालियां छोटी और खोखली होती हैं और उनमें काली गांठें बन जाती हैं. इसमें गेहूं के दाने की जगह काली इलायची के दाने जैसे बीज बनते हैं. जिससे किसानों को काफी नुकसान होता है.
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जब इस रोग के धब्बे दिखाई दें तो पत्तियों पर 0.1 प्रतिशत प्रोपिकोनाजोल (टिल्ट 25 ईसी) का एक या दो बार छिड़काव करें. इसके अलावा इस रोग के दिखने पर उन पौधों को नष्ट कर दें. वहीं, प्रोपिकोनाजोल की छिड़काव करने से रोगग्रस्त पत्तियां जल्दी सूख जाती हैं, जिससे प्रकाश संश्लेषण भी कम हो जाता है और दाना हल्का हो जाता है. जैसे-जैसे गर्मी बढ़ती है, पत्तियों की निचली सतह पर इन धब्बों का रंग काला हो जाता है और इसके बाद रोग आगे नहीं फैलता.
गेहूं की फसल पर पर्ण झुलसा रोग के लक्षण या लीफ ब्लाइट पौधे के सभी भागों में पाए जाते हैं. इस रोग का प्रभाव पत्तियों पर बहुत अधिक देखने को मिलता है. शुरू में इस रोग के लक्षण भूरे रंग के नाव के आकार के छोटे धब्बों के रूप में दिखाई देते हैं. वहीं, ये बड़े होकर पत्तियों के पूरे भाग को झुलसा देते हैं. इसके कारण पत्तियों का हरा रंग नष्ट हो जाता है और प्रभावित पौधे के बीजों में अंकुरण क्षमता कम हो जाती है.
पर्ण झुलसा रोग के लक्षण दिखने पर, फफूंदनाशक दवाओं का छिड़काव करें. इसके अलावा संक्रमित पौधों की छंटाई करें और उन्हें खेतों से हटा दें. साथ ही इस रोग से ग्रसित पत्ते जो खेतों में गिर जाएं उन पत्तों को नियमित रूप से हटाएं. साथ ही जरूरत हो, तो 15 दिन के अंतराल पर दवा का दोबारा छिड़काव करें.
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