Grow Turnip at Home: इन चार स्टेप्स में आसानी से होम गार्डन में उगाएं शलजम

Grow Turnip at Home: इन चार स्टेप्स में आसानी से होम गार्डन में उगाएं शलजम

थोड़ा सा समय और थोड़ी सी जगह से आप अपने होम गार्डन में ताज़ी, ऑर्गैनिक और स्वस्थ शलजम उगा सकते हैं. अक्टूबर-नवंबर की ठंडी शामों में घर की छत या बाल्कनी से तोड़ा हुआ ताज़ा शलजम जब खाने में जाएगा तो मज़ा ही अलग होगा.

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Grow Turnip at Home: इन चार स्टेप्स में आसानी से होम गार्डन में उगाएं शलजम Turnip is a super-healthy winter food. (Photo: Pexels)

शलजम (Turnip) एक ऐसी सब्ज़ी है जो जल्दी तैयार होती है और टेस्ट में भी ग़ज़ब की होती है. इसकी खासियत है कि इसे छोटे गमले या ग्रो बैग्स में भी आराम से उगाया जा सकता है. अगर आप होम गार्डनिंग शुरू करना चाहते हैं तो शलजम बेहतरीन ऑप्शन है क्योंकि यह ज्यादा देखरेख नहीं मांगता और सिर्फ 40–50 दिनों में तैयार हो जाता है. आइए जानते हैं कि आप अपने होम गार्डन में शलजम कैसे उगा सकते हैं.

कौनसा मौसम और समय सही?

- शलजम ठंडी मौसम की फसल है.
- सितंबर से नवंबर इसे लगाने का सबसे अच्छा समय है.
- छत, बाल्कनी या घर के पीछे छोटे गार्डन में इसे आराम से उगा सकते हैं.

गमला और मिट्टी

- कम से कम 8–10 इंच गहरा गमला या ग्रो बैग लें. अगर आपको ज्यादा शलजम उगाना है तो ज्यादा बड़ा गमला या ग्रो बैग ले सकते हैं.
- मिट्टी को सॉफ्ट और ढीला होना चाहिए ताकि उसकी जड़ें आराम से फैल सकें.
- सही मिट्टी तैयार करने के लिए उसमें 40% बाग की मिट्टी, 30% कंपोस्ट (गोबर की खाद/वर्मीकंपोस्ट) और 30% रेत इस्तेमाल करें. 

बीज कैसे लगाएं

1. गमले में मिट्टी मिक्स भर दें.
2. बीजों को 1–1.5 cm गहराई पर बोएं.
3. हल्का पानी दें और गमले को ऐसी जगह रखें जहां 4–5 घंटे धूप मिलती हो.
4. बीज 4–6 दिन में अंकुरित हो जाएंगे.

ऐसे करें पौधे की देखभाल

- मिट्टी को हमेशा नमी वाली रखें, पर पानी भरने न दें.
- हर 10–12 दिन में liquid fertilizer (जैसे गोबर की खाद का घोल) डाल दें.
- पौधे जब थोड़े बड़े हो जाएं तो भीड़भाड़ वाले पौधों को निकाल दें, ताकि roots को फैलने की जगह मिले.

कब तोड़ना होगा सही?

- बीज बोने के लगभग 40–50 दिन बाद शलजम तैयार हो जाता है.
- जड़ें गोल और मध्यम साइज़ की हों तभी निकालें. ज्यादा देर करने पर स्वाद कड़वा हो सकता है.
- साथ ही इसके हरे पत्ते (turnip greens) भी खाने लायक होते हैं, जिनसे साग या पराठे बनाए जाते हैं.

ध्यान रखें ये बातें

- हर बार मिट्टी बदलें और नई खाद डालें ताकि मिट्टी स्वस्थ रहे और आपके शलजम को पोषण दे. 
- कीड़े लगने पर नीम का तेल (neem oil spray) करें.
- बाल्कनी गार्डन में ग्रो लाइट की ज़रूरत नहीं, सूरज की सामान्य रोशनी काफी है.

यानी थोड़ा सा समय और थोड़ी सी जगह से आप अपने होम गार्डन में ताज़ी, ऑर्गैनिक और स्वस्थ शलजम उगा सकते हैं. अक्टूबर-नवंबर की ठंडी शामों में घर की छत या बाल्कनी से तोड़ा हुआ ताज़ा शलजम जब खाने में जाएगा तो मज़ा ही अलग होगा.
 

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