Carrots Growing Tips: बालकनी में गाजर उगाने का तरीका जानें

Carrots Growing Tips: बालकनी में गाजर उगाने का तरीका जानें

गाजर का इस्तेमाल सब्जी से लेकर सलाद तक में होता है. घर की बालकनी में इसे उगाकर खाने का मजा ही अलग होता है. गाजर उगाने के लिए बालकनी में पर्याप्त मात्रा में धूप की जरूर होती है. इसके लिए गमले को रोजाना 6-8 घंटे धूप वाली जगह पर रखना चाहिए. इसके साथ ही गमले में बार-बार पानी डालना चाहिए.

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बालकनी में गाजर उगाने का तरीका जानेंCarrots Growing Tips

आजकल खाने-पीने को लेकर हर कोई सावधान हो गया है. हर कोई आर्गेनिक चीजों का सेवन करना चाहता है. लेकिन मार्केट में आर्गेनिक चीजें उपलब्ध होने के बावजूद भी भरोसा नहीं हो पाता है. ऐसे में कुछ सब्जियां हैं, जिनको घर पर बालकनी में उगा सकते हैं और इसका सेवन कर सकते हैं. चलिए आपको बालकनी में गाजर उगाने का तरीका बताते हैं.

गमले में कैसे उगाएं गाजर?

गाजर का इस्तेमाल सब्जी से लेकर सलाद तक में किया जाता है. गाजर को गमले में उगाने के लिए इन टिप्स को अपनाने से खूब पैदावार होती है. चलिए आपको इन टिप्स के बारे में बताते हैं.

  • गाजर उगाने के लिए एक गमला लेना होगा. ये गमला कम से कम 12 इंच गहरा होना चाहिए. इसमें छोटी, गोल जड़ों वाला गाजर उगा सकते हैं. लंबी किस्म के गाजर उगाने के लिए करीब 20 इंच गहरा गमला होना चाहिए. गमला ऐसा हो, जिसमें पानी निकलने की व्यवस्था हो.
  • गाजर के बीजों को सीधे बोना चाहिए. बीजों को 1/4 इंच की गहराई में बोना चाहिए. जबकि दो बीजों के बीच डेढ़ से 3 इंच की दूरी होनी चाहिए.
  • बालकनी में गमले में गाजर उगाने के लिए छोटी किस्मों का चयन करना चाहिए. एडिलेड, चांटेने और पेरिसियन किस्म आसानी से गमले में उगाया जा सकता है. गमले में कम्पोस्ट और मिट्टी डालें.
  • रोपाई से 24 घंटे पहले बीजों को पानी में भिगो लें. बुवाई के 12-15 दिन बाद बीज अंकुरित हो जाते हैं. 3 महीने में फसल तैयार हो जाती है.
  • गाजर लगाने का सबसे अच्छा मौसम सर्दी का होता है. एशियाई किस्मों की खेती के लिए अगस्त से सितंबर तक का वक्त सबसे अच्छा होता है. जबकि यूरोपीय किस्मों के लिए अक्टूबर से नवंबर का समय आदर्श माना जाता है. गाजर की फसल के लिए 15 डिग्री सेल्सियस से लेकर 20 डिग्री सेल्सियस तक का तापमान होना चाहिए.
  • गमले में मिट्टी सूखने से पपड़ी बन जाती है. जिसकी वजह से गाजर के बीजों के अंकुरित होने में दिक्कत आती है. इससे बचने के लिए बीजों को बोने के बाद गमले में ऊपर कम्पोस्ट या रेत की एक हल्की परत छिड़क दें या थोड़ी सी पुआल की पर डालें.
  • गाजर को गमले में बोने के बाद मिट्टी को हमेशा नम रखना चाहिए. गमले में लगने वाले गाजर को जमीन में लगने वाले गाजर से अधिक पानी की जरूरत होती है. इसलिए गमले में बार-बार पानी डालना चाहिए. गमले में तब पानी डालना चाहिए, जब मिट्टी का ऊपरी हिस्सा सूखने लगता है.

धूप वाली जगह पर रखें गमले-

गाजर के पौधे को भरपूर धूप की जरूरत होती है. इसलिए गाजर वाले गमले को ऐसी जगह पर रखना चाहिए, जहां रोजाना कम से कम 6 से 8 घंटे की धूप मिलती हो. अगर कम धूप मिलेगी तो गाजर का विकास अच्छे से नहीं हो पाएगा.

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