तालाब का पानी काला होने पर मर सकती हैं मछलियां, इन 5 उपायों से करें समाधान 

तालाब का पानी काला होने पर मर सकती हैं मछलियां, इन 5 उपायों से करें समाधान 

अगर तालाब के पानी का रंग काले रंग में बदल जाए तो यह तालाब के कई तत्‍वों के बीच असंतुलन की तरफ इशारा करता है. ऐसा होने पर पानी की जांच तुरंत करें.  तालाब के पानी का रंग तेजी से कम समय में काला होना एक असाधारण घटना है. लेकिन ऐसा तभी होता है जब पिछले काफी समय से किसी समस्‍या को नजरअंदाज किया जा रहा हो.  

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तालाब का पानी काला होने पर मर सकती हैं मछलियां, इन 5 उपायों से करें समाधान तालाब का पानी काला होना मछलियों के लिए खतरनाक

अगर आप किसी तालाब में मछली पालन कर रहे हैं तो आपको काफी सावधानी बरतने की जरूरत है. कभी-कभी तालाब का पानी काला सा नजर आता है. अगर कभी आपको ऐसा पानी नजर आए तो इसे हल्‍के में न लें. अगर आपने इस काले पानी का सामाधान नहीं किया तो फिर मछलियां मर सकती हैं. यूं तो बदलते हुए मौसम में तालाब का पानी काला होना सामान्‍य बात है लेकिन फिर भी कभी-कभी यह समस्‍या मछलियों की मौत की वजह बन सकती है. तालाब में अक्‍सर ऑक्‍सीजन की कमी होने पर पानी काला हो जाता है. कई बार तालाब का काला पानी चिंता का विषय होता है. 

क्‍यों होता है तालाब का पानी काला 

अगर तालाब के पानी का रंग काले रंग में बदल जाए तो यह तालाब के कई तत्‍वों के बीच असंतुलन की तरफ इशारा करता है. ऐसा होने पर पानी की जांच तुरंत करें.  तालाब के पानी का रंग तेजी से कम समय में काला होना एक असाधारण घटना है. लेकिन ऐसा तभी होता है जब पिछले काफी समय से किसी समस्‍या को नजरअंदाज किया जा रहा हो.  

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पानी में घुली ऑक्‍सीजन की कमी हो जाती है, जिसकी वजह से फायदेमंद बैक्‍टीरिया मरने लगते हैं.  तालाब की तली में कीचड़ बढ़ने लगता है. अगर तालाब का पानी कम समय में तेजी से काला हो रहा है तो फिर किसी केमिकल या दवाई का प्रयोग करना चाहिए.  कभी-कभी गोबर या बाकी पदार्थों के कचरे की वजह से भी तेजी से तालाब का रंग काला होने लगता है. वजहें चाहें जो भी हों, तालाब के पानी का रंग काला होना अच्छा नहीं है. 

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तुरंत अपनाएं ये 5 उपाय 

  • तालाब की तैयारी के समय तली पर जम गए कीचड़ का साफ कर दें. 
  • अगर मछलियां मरने लगे तो, एरेटर या दूसरे एयर वेंटिलेशन उपकरणों की मदद से पानी में ऑक्‍सीजन की मात्रा को बढ़ाएं. 
  • पानी को तुरंत बदल दें और साथ ही मछलियों की संख्‍या या उनके घनत्व को भी कम करें. 
  • महीने में एक से दो बार तालाब में जाल चलायें जिससे तली में जमा हुई हानिकारक गैसें कम हो जायेंगी. 
  • 80 कि.ग्रा. प्रति एकड़ की दर से चूने का प्रयोग करें. साथ ही ज्‍यादा से ज्‍यादा धूप को तालाब में आने दें. 
 
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