Mini Tractors: क्या खेती में आने वाला है छोटे ट्रैक्टर्स का दौर, जानिए क्यों तेजी से पॉपुलर हो रहे हैं ये ट्रैक्टर?

Mini Tractors: क्या खेती में आने वाला है छोटे ट्रैक्टर्स का दौर, जानिए क्यों तेजी से पॉपुलर हो रहे हैं ये ट्रैक्टर?

खेती का दौर अब बदल रहा है और बदलते दौर में ट्रैक्टर का साइज़ भी बदल रहा है. जहां कुछ साल पहले तक सिर्फ बड़े ट्रैक्टर बिकते थे अब उनकी जगह मिनी ट्रैक्टर का मार्केट भी तेजी से बढ़ रहा है. इन छोटे ट्रैक्टर का मेंटेनेंस कम है, कीमत में सस्ते हैं और खेती के अलावा दूसरे कामों में बड़े ट्रैक्टर जितने उपयोगी हैं जिसकी वजह से इनकी मांग जोर पकड़ रही है.

Advertisement
Mini Tractors: क्या खेती में आने वाला है छोटे ट्रैक्टर्स का दौर, जानिए क्यों तेजी से हो रहे हैं पॉपुलर?डिमांड में मिनी ट्रैक्टर

हाल ही में महिंद्रा ने बेहद स्मार्ट टेक्नॉलोजी से लैस कॉम्पैक्ट ट्रैक्टर की सीरीज विश्व स्तर पर लॉन्च की है. महिंद्रा के सबसे छोटे ट्रैक्टर में 3 सिलेंडर के साथ सिर्फ 21 HP का इंजन है. साइज में बेहद छोटा होने के बावजूद ये 4 व्हील ड्राइव जैसे एडवांस फीचर से लैस है. इसके अलावा Sonalika, Massey, John Deere, Swaraj  और New Holland जैसी टॉप कंपनी मिनी सेगमेंट में अपने ट्रैक्टर लॉन्च कर चुकी हैं. मिनी सेगमेंट में 18-28HP इंजन वाले ट्रैक्टर हैं और इनकी कीमत 2.5 से 5 लाख रुपये के बीच है. 

क्यों बढ़ रही है छोटे ट्रैक्टर की डिमांड?

पहले जहां किसान पुराने तरीके से खेती करते थे और बड़े बड़े खेतों में 2 या अधिकतम 3 फसलें उगाते थे. लेकिन आज क्रॉप डाइवर्सिफिकेशन यानी विविधीकरण से तरह तरह की फसलें उगाने पर जोर है जिससे छोटी जगह पर खेती हो रही है. कम जगह पर काम करने के लिए बड़े ट्रैक्टर की बजाय छोटे ट्रैक्टर ज्यादा उपयोगी हैं इसलिए छोटे ट्रैक्टर्स की डिमांड बढ़ रही है. भारी भरकम की बजाय कॉम्पैक्ट बॉडी होने की वजह से ये छोटी सी जगह में आ जाते हैं और संकरे या पतले रास्तों पर भी आसानी से चल सकते हैं. 

बागवानी में बेहद काम के मिनी ट्रैक्टर

खेती से जुड़े लोग गेंहू, धान, सरसों या बाकी दिलहनी और दलहनी फसलों के साथ अब कैश क्रॉप जैसे फल और सब्जियां उगा रहे हैं. बागों में या जहां सब्जियां पैदा हो रही हैं वहां बड़े की जगह मिनी ट्रैक्टर ज्यादा अच्छा काम करते हैं जिससे इनका मार्केट बढ़ रहा है.  सेब, केले आम के अलावा बाकी फलों के बागों में मिनी ट्रैक्टर का इस्तेमाल बढ़ रहा है. साथ ही ये वाइनयार्ड यानी जहां अंगूर या ऐसे फलों की जहां खेती होती है वहां भी बड़े ट्रैक्टर से ज्यादा काम आते हैं.

ये भी पढ़ें:छोटे ट्रैक्टर में सबकी छुट्टी कर देगा ये महिंद्रा का न्यू लॉन्च ट्रैक्टर, जानिए ऐसा क्या है इसमें खास?

कमर्शियल काम के लिए भी बेस्ट

मिनी ट्रैक्टर साइज में छोटे होते हैं लेकिन इनके इंजन में काफी दम होता है. इनमें 4 व्हील जैसा एडवांस फीचर भी रहता है जिससे काम करने में ये बड़े ट्रैक्टर की बराबर ही साबित होते हैं. खेती के अलावा कमर्शियल काम करने के लिए भी ये कॉम्पैक्ट ट्रैक्टर काम के हैं जिनसे माल ढोने के अलावा दूसरे काम भी आसानी से लिए जा सकते हैं. इनका इस्तेमाल कंस्ट्रक्शन में काफी ज्यादा हो रहा है, साथ ही रिमोट एरिया जहां बड़ा ट्रैक्टर ले जाना मुश्किल है वहां भी मिनी ट्रैक्टर की डिमांड है.

कॉम्पैक्ट ट्रैक्टर से किसानों को फायदा

छोटे ट्रैक्टर के तेजी से पॉपुलर होने की एक वजह इनका किफायती होना भी है. किसान 3 लाख रुपये से भी कम कीमत में मिनी ट्रैक्टर खरीद सकते हैं, वहीं अच्छे ब्रांड के बड़े ट्रैक्टर का प्राइस 7-8 लाख रुपये से शुरू होता है. मिनी ट्रैक्टर फ्यूल एफिशियेंट होते हैं, कम जगह में पार्क हो सकते हैं और साथ ही उन जगहों पर भी खेती या कमर्शियल काम कर सकते हैं जहां बड़े ट्रैक्टर नहीं पहुंच सकते.

 

POST A COMMENT