इस मशीन में 4-5 दिनों तक खराब नहीं होगी मछली, बिक्री के लिए 100 किलो तक कर सकते हैं स्टोर

इस मशीन में 4-5 दिनों तक खराब नहीं होगी मछली, बिक्री के लिए 100 किलो तक कर सकते हैं स्टोर

फिश कंजम्पशन ऑफ इंडिया नाम के इस अध्ययन के मुताबिक, पिछले कुछ सालों में भारत में मछली की खपत तेजी से बढ़ी है. बढ़ती खपत को देखते हुए मछलियों को लंबे समय तक स्टोर करने पर भी काम किया जा रहा है. क्योंकि मछली एक ऐसा खाद्य पदार्थ है जो जल्दी खराब हो जाता है. जिसके कारण यह एक बड़ी समस्या भी है.

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इस मशीन में 4-5 दिनों तक खराब नहीं होगी मछली, बिक्री के लिए 100 किलो तक कर सकते हैं स्टोरRefrigerated mobile fish vending Kiosk

पिछले चार दशकों में मछली की खपत में बड़े बदलाव हुए हैं. दुनिया में मछली की खपत लगातार बढ़ रही है. भारत में मछली का उत्पादन बड़े पैमाने पर होता है. खपत के मामले में भारत उन चंद देशों में से एक है, जहां बड़ी संख्या में लोग मछली खाते हैं. इस बारे में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR), कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय और वर्ल्ड फिश इंडिया की ओर से एक अध्ययन सामने आया है. फिश कंजम्पशन ऑफ इंडिया नाम के इस अध्ययन के मुताबिक, पिछले कुछ सालों में भारत में मछली की खपत तेजी से बढ़ी है. बढ़ती खपत को देखते हुए मछलियों को लंबे समय तक स्टोर करने पर भी काम किया जा रहा है, क्योंकि मछली एक ऐसा खाद्य पदार्थ है जो जल्दी खराब हो जाता है. इससे मछली पालकों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है. इस नुकसान को कम करने के लिए आईसीएआर लगातार काम कर रहा है. इसी कड़ी में मछलियों को सुरक्षित रखा जा सकता है. 

100 किलो मछलियों का है स्टोरेज

पर्यावरण के संपर्क में आने से अक्सर धूल, कीड़े और मक्खियों के कारण मछलियां दूषित हो जाती हैं और ताजगी और स्वाद के मामले में भी गिरावट आती है. इन चुनौतियों को ठीक करने के लिए आईसीएआर-सीआईएफटी, कोचीन ने कम लागत वाली मोबाइल मछली वेंडिंग कियोस्क डिजाइन और विकसित की है. इस मशीन के माध्यम से मछुआरे अपनी मछलियों को लंबे समय तक ताजा रख सकते हैं. इस मशीन को पारदर्शी पॉली कार्बोनेट/मजबूत ग्लास शीट के साथ खाद्य ग्रेड सामग्री स्टेनलेस स्टील (एसएस 304) का उपयोग करके डिजाइन किया गया था. कियोस्क में 100 किलोग्राम मछली को स्टोर किया जा सकता है. 20 किलोग्राम कोल्ड स्टोरेज और इंसुलेटेड आइस बॉक्स के साथ इस मशीन को कोई एक व्यक्ति भी आसानी से रिक्शा पर लेकर जा सकता है. यानी यह मशीन पूरी तरह से पोर्टबल है जिसे एक जगह से दूसरी जगह पर ले जाना बहुत आसान है. तभी इस मशीन मछली विक्रेताओं के लिए सुविधाओं से लेस बताया जा रहा है.

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क्या है इस मशीन की खासियत

  • यह मशीन मछली के शेल्फ लाइफ को 4 से 5 दिनों तक बढ़ा सकती है और मछली विक्रेताओं को लाभ में बढ़त भी दिला सकती है.
  • यह कियोस्क छोटे पैमाने और खुदरा मछली विक्रेताओं/विक्रेताओं के लिए आधुनिक कियोस्क पर निवेश करने के लिए लागत प्रभावी है.
  • यह तकनीक विक्रेताओं/मछुआरों/मछली विक्रेताओं द्वारा मछली की अस्वास्थ्यकर हैंडलिंग और मार्केटिंग को बदलने में भी मदद करती है.
  • पारंपरिक मछली वेंडिंग सिस्टम को जल्द ही CIFT द्वारा विकसित रेफ्रिजरेटेड मोबाइल मछली वेंडिंग इकाइयों द्वारा बदल दिया जाएगा.

मछली खाने में ये राज्य आगे

मछली की खपत भारत के उत्तर-पूर्वी और उत्तर-पूर्वी राज्यों के साथ-साथ तमिलनाडु, केरल और गोवा में सबसे अधिक है. वहीं, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान जैसे उत्तर भारतीय राज्यों में मछली खाने वाले लोगों की संख्या सबसे कम है. हालाँकि, जम्मू-कश्मीर में मछली की खपत बढ़ रही है. पिछले 15 वर्षों में वहां 20.9 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई. वहीं, रोजाना मछली खाने वाले लोगों में केरल और गोवा टॉप पर हैं.

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