कृषि मंत्रालय ने ड्रोन के माध्यम से कीटनाशक फॉर्मूलेशन के पहले से स्वीकृत उपयोग के लिए दी गई अंतरिम मंजूरी को 18 अप्रैल, 2025 तक के लिए बढ़ा दी है. उद्योग के सूत्रों ने कहा कि सरकार के इस कदम से खेती-किसानी में ड्रोन के इस्तेमाल का बढ़ावा मिलेगा. किसान अधिक से अधिक संख्या में फसलों के ऊपर ड्रोन के माध्यम से ही रसायनों का छिड़काव करेंगे.
बिजने लाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, मंत्रालय ने 18 अप्रैल, 2022 को दो साल की अवधि के लिए ड्रोन द्वारा छिड़काव के लिए उपयोग किए जाने वाले अंतरिम-अनुमोदित कीटनाशकों को सूचीबद्ध करते हुए एक ज्ञापन जारी किया था. इस ज्ञापन में कहा गया था कि कीटनाशकों, फफूंदनाशकों और और कृषि रसायनों का छिड़काव अब मैन्युअल के बजाए ड्रोन के जरिए करने का अस्थायी रूप से अनुमति देता है.
हालांकि, तब से फसल सुरक्षा उद्योग मंजूरी के विस्तार की मांग कर रहा है, ताकि कृषि में ड्रोन के उपयोग को जारी प्रोत्साहन जारी रहे औऱ किसान अधिक से अधिक कृषि से सबंधित कामों में ड्रोन का इस्तेमाल करें. वहीं, अब सरकार भी कृषि में ड्रोन तकनीक के इस्तेमाल को बढ़ावा दे रही है. इसके लिए किसानों को ड्रोन उड़ाने की ट्रेनिंग दी जा रही है.
वहीं, क्रॉपलाइफ इंडिया के महासचिव दुर्गेश चंद्र ने मंत्रालय के नए कदम का स्वागत करते हुए कहा कि इससे कृषि रसायन बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने में काफी मदद मिलेगी. खास कर विशेष रूप से ड्रोन दीदी योजना को बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने कहा कि ड्रोन तकनीक सटीक कृषि की दिशा में एक कदम होने के साथ-साथ पानी की भारी बचत में मदद करती है. कृषि रसायन उद्योग निकाय, क्रॉपलाइफ इंडिया, वर्ष 2019 से कृषि रसायनों के छिड़काव के लिए फास्ट-ट्रैकिंग ड्रोन के अनुप्रयोग की आवश्यकता की वकालत कर रहा है.
बता दें कि सरकार ड्रोन उड़ाने के लिए पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं को भी ट्रेनिंग दे रही है. उसने महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए केंद्र सरकार नमो ड्रोन दीदी स्कीम लाई है. इस स्कीम के तहत महिलाओं को ड्रोन दीदी के रूप में चयन करके उन्हें सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जा रहा है. सरकार की इस योजना से कृषि क्षेत्र में भी उत्पादकता बढ़ाने की मंशा है. नमो ड्रोन दीदी योजना के तहत महिलाओं को ड्रोन उड़ाने, डेटा विश्लेषण और ड्रोन के रखरखाव के लिए ट्रेनिंग दी जा रही है. महिलाएं ड्रोन का इस्तेमाल करके अलग-अलग कृषि कार्यों में किसानों की मदद करेंगी.
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