हरियाणा में करनाल के किसान धान की सीधी बिजाई से बहुत लाभान्वित हो रहे है. इस नई तकनीक से किसानों के जीवन में आर्थिक रूप से परिवर्तन आ रहा है. धान की सीधी बिजाई से जहां प्राकृतिक संसाधनों का दोहन कम हुआ है. वहीं किसानों को सरकार की योजना का लाभ भी मिल रहा है. कृषि विभाग से मिले आकड़ों अनुसार, जिले में करीब 16 हजार एकड़ में धान की सीधी बिजाई के लिए किसानों ने पोर्टल पर आवेदन किया है ताकि सरकार की योजना का लाभ मिल सके.
करनाल के रहने वाले किसान ईशम सिंह ने 'आजतक' को बताया कि वह पिछले 48 साल से खेती किसानी से जुड़े हुए हैं. वे करीब 5 सालों से धान की सीधी बिजाई से धान की खेती करते आ रहे हैं. यह तकनीक उनके लिए मुनाफे का सौदा साबित हो रही है क्योंकि धान की सीधी बिजाई करने पर सरकार द्वारा प्रति एकड़ 4500 रुपये अनुदान मिल रहा है. इन सबसे ज्यादा फायदा पानी की काफी बचत हो रही है. इसके इतर मजदूरों की समस्या का समाधान हुआ है क्योंकि धान रोपाई के सीजन में मजदूर नहीं मिल पाते थे. लेकिन धान की सीधी बिजाई ने इस समस्या का समाधान किया है. इसके साथ ही धान रोपाई ओर खेत तैयार करने पर होने वाला खर्च भी बच रहा है जो किसान के लिए सीधी बचत है. किसान ईशम सिंह ने कहा कि किसानों को धान की सीधी बिजाई करने की ओर अग्रसर होना चाहिए, इसके फायदे ही फायदे हैं.
इसके अलावा धान की सीधी बिजाई करने पर फसल में बिमारियां काफी कम आती हैं. खाद कम लगती है, दवाइयों का प्रयोग कम करना पड़ता है. सीधी सी बात है कि किसानों के लिए धान की सीधी बिजाई करना मुनाफे का सौदा है.
करनाल में कृषि उप निदेशक वजीर सिंह ने बताया, धान रोपाई के सीजन में मजदूरों की समस्या बनी रहती है, जिससे रोपाई का काम प्रभावित होता था. इसके अलावा पानी की खपत बहुत ज्यादा होती थी जिसके चलते हर साल वाटर लेवल 2 से 3 फुट नीचे खिसक रहा है जो सभी के लिए चिंता का विषय है. इन सब दिक्कतों का समाधान करने के लिए सरकार द्वारा धान की सीधी बिजाई को प्रोत्साहित करने के लिए किसानों को जागरूक किया जा रहा है जिसके सुखद परिणाम सामने आने लगे हैं.
वजीर सिंह ने कहा, करनाल जिले में करीब 16 हजार किसानों ने 'मेरी फसल मेरा ब्यौरा' पोर्टल पर आवेदन किया है कि उन्होंने अपने खेतों में धान की सीधी बिजाई की है. किसानों ने सरकार की योजना का लाभ मांगा है. इसके बाद कृषि विभाग के अधिकारी किसानों के खेतों में जाकर चेकिंग कर रहे हैं कि किसान ने वाकई धान की सीधी बिजाई की है या नहीं. अभी तक 8 हजार एकड़ में चेकिंग की जा चुकी है जो सही पाई गई है. अब किसानों को सरकार की ओर से 4500 रुपये प्रति एकड़ की सब्सिडी जारी की जाएगी. उन्होंने कहा कि धान की सीधी बिजाई करने से किसानों की पैदावार पर कोई फर्क नहीं पड़ता बल्कि हजारों रुपये प्रति एकड़ की बचत होती है.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today