पीएम मोदी ने देश में पौष्टिक खाद्यान्न की जरूरतों को पूरा करने में दाल और खाद्य तेल की अहम भूमिका को देखते हुए देश में ही इनके उत्पादन को बढ़ा कर आयात पर से निर्भरता खत्म करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की है. जिससे आयात में खर्च होने वाली देश की पूंजी अपने ही किसानों को मिल सके और उनकी आय बढ़ाने में मददगार साबित हो. इसे देखते हुए यूपी में दलहन और तिलहन की फसलों के उत्पादन की क्षमता का भरपूर दोहन करने के मकसद से योगी सरकार ने किसानों को दाल और तेल से जुड़ी Kharif Season की फसलों के बीज एवं अन्य संसाधन किसानों को मुहैया कराए हैं. इसके फलस्वरूप राज्य के किसान दशकों बाद इन फसलों की खेती करने के लिए साल दर साल प्रोत्साहित हो रहे हैं. इसके फलस्वरूप यूपी में दलहन और तिलहन का रकबा हर साल बढ़ रहा है. खरीफ सीजन 2024 के लिए भी सरकार ने इन फसलों का रकबा पिछले सालों की तुलना में बढ़ाने का लक्ष्य तय किया है. इस लक्ष्य को पाने की दिशा में आगे बढ़ते हुए राज्य के किसानों ने अब तक एक तिहाई से ज्यादा रकबे पर pulses and oilseeds की बुआई भी कर ली है.
UP Govt के कृषि विभाग के मुताबिक योगी सरकार ने यूपी में खरीफ सीजन में बोई जाने वाली मुख्य फसल धान के अलावा अरहर, मूंग, उड़द और तिल सहित अन्य फसलों का रकबा इस साल 102 लाख हेक्टेयर तक पहुंचाने का लक्ष्य तय किया है. विभाग के मुताबिक सीएम योगी के निर्देश पर किसानों को दाल एवं तिल सहित अन्य फसलों के बीज, खाद और दवाएं आदि जरूरी संसाधन वितरित किए जा रहे हैं.
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इसके लिए खरीफ सीजन में धान की रोपाई के अलावा दलहनी और तिलहनी फसलों की बुआई का कार्यक्रम भी चल रहा है. यूपी के Agriculture Minister सूर्यप्रताप शाही के मुताबिक इस साल खरीफ सीजन में 102 लाख हेक्टेयर में कुल बुआई के लक्ष्य की तुलना में अब तक 34.75 लाख हेक्टेयर रकबे में फसलें लगाई जा चुकी हैं. स्पष्ट है कि निर्धारित लक्ष्य की तुलना में लगभग 35 फीसदी क्षेत्र आच्छादित हो चुका है.
गौरतलब है कि पिछले साल इस समय तक खरीफ फसलों का 29.63 फीसदी ही आच्छादन हुआ था. उन्होंने कहा कि विभाग ने इस दिशा में कार्य योजना बनाकर समय से किसानों के लिए खाद, बीज दवाओं का वितरण शुरू कर दिया था. साथ ही Kisan Pathshala के माध्यम से किसानों को दलहनी एवं तिलहनी फसलों के प्रति जागरूक किया जा रहा है.
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कृषि मंत्री ने बताया कि योगी सरकार ने दलहन एवं तिलहन की खेती को बढ़ाने की लगातार पहल की है. विभाग के आंकड़ों के मुताबिक साल 2016-17 में 12.40 लाख मीट्रिक टन तिलहन का उत्पादन होता था. सरकार के तमाम प्रयासों के फलस्वरूप पिछले साल का इन फसलों का उत्पादन बढ़ कर 28.16 लाख मीट्रिक टन हो गया.
उन्होंने कहा कि योगी सरकार के कार्यकाल में यूपी का तिलहन उत्पादन 15.75 लाख मीट्रिक टन बढ़ा है. उन्होंने दलहन के उत्पादन का जिक्र करते हुए कहा कि योगी सरकार के कार्यकाल शुरू होने तक प्रदेश में दलहन का उत्पादन 23.94 लाख मीट्रिक टन था. यह पिछले साल बढ़कर 32.53 लाख मीट्रिक टन हो गया.
स्पष्ट है कि विगत वर्षों की तुलना में दलहन का उत्पादन लगभग 8.5 लाख मीट्रिक टन बढ़ा है. राष्ट्रीय स्तर पर देश में अभी 1.30 लाख करोड़ रुपये का तिलहन और 25 से 30 हजार करोड़ रुपये की दलहन का आयात होता है. उन्होंने कहा कि योगी सरकार यूपी को दलहन-तिलहन में आत्मनिर्भर बनाए रखने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है.
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