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तापमान बढ़ने से गेहूं की खेती पर नहीं पड़ेगा असर, अध‍िकांश क्षेत्रों में खतरे से बाहर न‍िकल चुकी है फसल

तापमान बढ़ने से गेहूं की खेती पर नहीं पड़ेगा असर, अध‍िकांश क्षेत्रों में खतरे से बाहर न‍िकल चुकी है फसल

सरकार इस समय गेहूं की फसल पर कड़ी निगरानी रख रही है और रिकॉर्ड पैदावार का अनुमान लगाया जा रहा है. इस बीच प‍िछले एक सप्ताह में ही बहुत तेजी से तापमान में इजाफा हुआ है. इस समय जहां तापमान 41 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया है वहां पर गेहूं की कटाई हो

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क्या गेहूं की फसल पर पड़ेगा ज्यादा तापमान का असर. क्या गेहूं की फसल पर पड़ेगा ज्यादा तापमान का असर.

प‍िछले एक सप्ताह में ही तापमान में काफी वृद्ध‍ि हो गई है. लेक‍िन क्या तापमान बढ़ने से गेहूं की फसल पर कोई असर पड़ेगा. व‍िशेषज्ञों ने कहा है क‍ि भारत के कुछ हिस्सों में तापमान बढ़ने से गेहूं की फसल पर फ‍िलहाल असर पड़ने की संभावना नहीं है. अधिकतम तापमान में वर्तमान वृद्धि कोई चिंता का विषय नहीं है. क्योंकि पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान जैसे प्रमुख उत्पादक राज्य इससे प्रभावित नहीं हुए हैं, क्योंक‍ि कटाई जोरशोर से चल रही है और तापमान से गेहूं की खेती को नुकसान पहुंचने का जो समय था वो अब न‍िकल चुका है. हम यह बात इसल‍िए कर रहे हैं क‍ि 2022 में हीटवेव की वजह से भारत में गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचा था. 

सरकार इस समय गेहूं की फसल पर कड़ी निगरानी रख रही है और रिकॉर्ड पैदावार का अनुमान लगाया जा रहा है. इस बीच प‍िछले एक सप्ताह में ही बहुत तेजी से तापमान में इजाफा हुआ है. इस समय जहां तापमान 41 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया है वहां पर गेहूं की कटाई हो चुकी है. इस बीच केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने 2023-24 फसल वर्ष (जुलाई-जून) के लिए गेहूं का उत्पादन 112.02 मिलियन टन होने का अनुमान लगाया है.  

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क‍ितने तापमान में होता है खतरा 

हरियाणा के करनाल स्थित भारतीय गेहूं और जौ अनुसंधान संस्थान (आईआईडब्ल्यूबीआर) के निदेशक डॉ. ज्ञानेंद्र सिंह ने कहा क‍ि आईएमडी रिकॉर्ड के अनुसार, गेहूं के लिए अब तक का यह सबसे अनुकूल मौसम है. सिंह के अनुसार, जब तक अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस के पार नहीं हो जाता, तब तक फसल को कोई खतरा नहीं है. उन्हें उम्मीद है कि तब तक पूरे देश में गेहूं की कटाई हो जाएगी. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि हरियाणा में किसान अप्रैल के पहले सप्ताह में और पंजाब और यूपी में अगले महीने के दूसरे सप्ताह में कटाई शुरू कर सकते हैं. 

हर‍ियाणा, यूपी में क‍ितना है तापमान 

इंडिया मेट के अनुसार पश्चिम मध्य प्रदेश, विदर्भ, गुजरात क्षेत्र में कुछ स्थानों पर 28 मार्च को अधिकतम तापमान 40-42 डिग्री सेल्सियस के बीच था. मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र और पश्चिमी राजस्थान. पंजाब और शेष भाग वाले इंडो-गैंगेटिक प्लेन में अधिकतम तापमान 32-35 डिग्री सेल्सियस के बीच था. उत्तरी हरियाणा, उत्तरी उत्तर प्रदेश, उत्तरी बिहार के कुछ हिस्सों में कोई बड़ा बदलाव नहीं देखने को म‍िला है.

तापमान को लेकर आईएमडी ने क्या कहा? 

भारतीय मौसम व‍िभाग आईएमडी ने एक बुलेटिन में कहा कि अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में महत्वपूर्ण बदलाव और उसके बाद 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट की संभावना नहीं है. लेकिन, अगले दो दिनों में मध्य भारत में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे 2-3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने का अनुमान है और उसके बाद कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं होगा. 29-30 मार्च को विदर्भ के अलग-अलग इलाकों में लू चलने का अनुमान है और 28-29 मार्च को गुजरात, मराठवाड़ा और मध्य महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में गर्म रात रहने की संभावना है.

पंजाब से खरीदा जाएगा सबसे ज्यादा गेहूं

उधर, खाद्य मंत्रालय को अनुमान है क‍ि इस साल 37.29 मिलियन टन गेहूं की खरीद हो सकती है. केंद्र को उम्मीद है कि 2024-25 में पंजाब से 13 मिलियन टन गेहूं खरीदा जाएगा. इसी प्रकार, हरियाणा और मध्य प्रदेश के लिए, प्रत्येक का लक्ष्य 8 मिलियन टन खरीदने का है. राजस्थान के लिए लक्ष्य 2 मिलियन टन निर्धारित किया गया है. हालांक‍ि, प‍िछले साल एक भी राज्य में गेहूं खरीद का टारगेट पूरा नहीं हुआ था. 

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