Tur Import: ट्रेड फर्मों के बीच तनाव से तूर आयात बाधित, कुछ हफ्तों में ही दाल की कीमत में उछाल आया

Tur Import: ट्रेड फर्मों के बीच तनाव से तूर आयात बाधित, कुछ हफ्तों में ही दाल की कीमत में उछाल आया

भारत अफ्रीकी देश मोजांबिक से करीब 40 फीसदी तूर यानी अरहर सालाना आयात करता है. दो कमोडिटी फर्मों के बीच गतिरोध के चलते आयात में देरी हो रही है. इससे पिछले कुछ हफ्तों में तूर की कीमतों में लगभग 7 रुपये प्रति किलोग्राम तक की तेजी आ गई है.

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Tur Import: ट्रेड फर्मों के बीच तनाव से तूर आयात बाधित, कुछ हफ्तों में ही दाल की कीमत में उछाल आया  तूर दाल की कीमतों में तेजी रहने की आशंका.

भारत अफ्रीकी देश मोजांबिक से करीब 40 फीसदी तूर यानी अरहर सालाना आयात करता है. यह आयात प्रक्रिया कमोडिटी फर्मों के जरिए पूरी की जाती है. लेकिन, दो कमोडिटी फर्मों के बीच तनाव के चलते आयात में परेशानी हो रही है. इसका असर तूर दाल की कीमतों पर पड़ने की संभावना जताई जा रही है. एक ट्रेड फर्म ने कहा कि आपूर्ति बाधित होने के कारण पिछले कुछ हफ्तों में तूर की कीमतों में लगभग 7 रुपये प्रति किलोग्राम तक की वृद्धि हुई है. हालांकि, म्यांमार से दाल आयात की संभावनाएं भी बनी हुई हैं. 

दो कमोडिटी फर्मों के बीच विवाद का मामला 

कमोडिटी फर्म एक्सपोर्ट ट्रेडिंग ग्रुप (ईटीजी) और रॉयल ग्रुप लिमिटाडा के बीच गतिरोध के कारण हाल के महीनों में मोजांबिक से तूर यानी अरहर की आपूर्ति में बाधा उत्पन्न हुई है. मोजांबिक अफ्रीका में तूर का सबसे बड़ा उत्पादक है और दालों के सबसे बड़े उपभोक्ता भारत में यह लगभग 40 फीसदी निर्यात करता है. रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार मोजांबिक की एक अदालत ने पिछले हफ्ते भारत में ईटीजी से संबंधित अरहर की दाल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था.

मोजांबिक की रॉयल ग्रुप लिमिटाडा के जरिए 61 मिलियन डॉलर कीमत की हजारों टन तूर, सोया, तिल, मूंग और मक्का का निर्यात रोकने के लिए ईटीजी अदालत गया था. ईटीजी का आरोप था कि यह दाल ईटीजी गोदामों से अवैध रूप से जब्त की गई थी. ईटीजी ने दिसंबर में मोजांबिक के राष्ट्रपति से भी हस्तक्षेप की अपील की थी. मामले को लेकर रॉयल ग्रुप और ईटीजी में गतिरोध बन गया है. 

15 लाख टन तूर दाल की कमी होने की आशंका 

बिजनेसलाइन की रिपोर्ट के अनुसार इंडिया पल्सेस एंड ग्रेन्स एसोसिएशन (आईपीजीए) के अध्यक्ष बिमल कोठारी ने कहा कि मोजांबिक में दोनों ट्रेड फर्मों के गतिरोध ने आपूर्ति बाधित कर दी है. उन्होंने कहा कि मोजांबिक से आपूर्ति बाधित होने के कारण पिछले कुछ हफ्तों में कीमतों में लगभग 5 से 7 रुपये प्रति किलोग्राम की वृद्धि हुई है. उन्होंने कहा कि अनियमित मौसम के कारण घरेलू फसल प्रभावित हुई और इससे आपूर्ति में लगभग 15 लाख टन की कमी होने की आशंका है. फसल की कटाई म्यांमार में हो रही है और हमें उम्मीद है कि आयात लगभग 4 लाख टन से अधिक होगा. 

तूर की कीमतों पर एक्सपर्ट ने ये कहा- 

उत्पादन में कमी और आयात स्थितियों को ध्यान में रखते हुए तूर दाल की कीमतों में तेजी बनी रहेगी. बिमल कोठारी ने कहा कि कीमतें कम होने वाली नहीं हैं. वहीं, आईग्रेन इंडिया के राहुल चौहान ने कहा कि म्यांमार से दाल आयात शुरू हो गया है और घरेलू आवक भी बढ़ रही है. बाजार में आवक और म्यांमार से आयात को देखते हुए कीमतें स्थिर रहने की उम्मीद है. 

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