पूरे देश में महंगाई से हाहाकार मचा हुआ है. टमाटर, शिमला मिर्च, बैंगन, लौकी, भिंडी, करैला, परवल और गोभी सहित अधिकांश हरी सब्जियां महंगी हो गई हैं. इससे आम जनता के किचन का बजट बिगड़ गया है. ऐसे में कई लोगों ने हरी सब्जियां ही खरीदनी छोड़ दी है. वहीं, कुछ लोगों को हरी सब्जियों के ऊपर पहले के मुकाबले दोगुना से भी अधिक खर्च करने पड़ रहे हैं. लेकिन अगर आप चाहें, तो थोड़ी सी मेहनत कर इस महंगाई से बच सकते हैं. इस मेहनत से पैसा तो बचेगा ही साथ में हेल्दी और ताजी-ताजी हरी सब्जियां भी आपको खाने को मिलेगी. बस इसके लिए आपको घर की छत या फ्लैट की बालकनी में कुछ सब्जियों की खेती करनी होगी.
दरअसल, बारिश के मौसम में दो महीने तक हरी सब्जियां बहुत महंगी रहती हैं. इस दौरान कीमतें दोगुना से भी ज्यादा बढ़ जाती हैं. सबसे ज्यादा टमाटर का भाव लोगों को बरसात में परेशान करता है. पिछले साल ये कई शहर में 300 रुपये किलो तक पहुंच गया था. इस साल भी इसका रेट 100 से 120 रुपये किलो है. अगर आप महंगाई से बचना चाहते हैं और ताजा टमाटर खाना चाहते हैं, तो गमले में इसे उगात सकते हैं. ऐसे भी बड़े शहरों में टेरिस फार्मिंग का चलन बढ़ रहा है. बिहार जैसे राज्य में सरकार टेरिस फार्मिंग के लिए सब्सिडी भी देती है.
अगर आप अपने घर की छत पर सब्जी की खेती करना चाहते हैं, तो आपको सबसे पहले मार्केट से 21 x 21 इंच के कुछ गमले खरीदने होंगे. 100 से 120 रुपये में प्लास्टिक के एक गमले आसानी से मिल जाएंगे. इसके बाद इन गमलों में मिट्टी और गोबार मिलाकर भर दें. फिर, गमलों में टमाटर की रोपाई करें. वहीं जरूरत के मुताबिक, समय- समय पर सिंचाई भी करते रहें. दो से ढ़ाई महीने बाद टमाटर का उत्पादन शुरू हो जाएगा. अभी मार्केट में टमाटर 80 से 100 रुपये किलो बिक रहा है. एक परिवार में महीने में औसतन 5 किलो टमाटर की खपत होती है. ऐसे में आप घर में टमाटर उगाकर महीने में 500 रुपये तक बचा सकते हैं.
बारिश के मौसम में शिमला मिर्च की भी मार्केट में किल्लत हो जाती है. ऐसे में यह बहुत महंगी हो जाती है. अभी मार्केट में शिमला मिर्च 80 से 120 रुपये किलो बिक रही है. लेकिन आप गमले में शिमला मिर्च की खेती करते हैं, तो महीने में मोटी बचत कर सकते हैं. ऐसे शमिला मिर्च की फसल 70 दिनों में तैयार हो जाती है.
घर की छत पर शिमला मिर्च की खेती करने के लिए आपको 21 x 21 इंच साइज के कुछ गमले खरीदने होंगे. फिर, उसमें मिट्टी भर दें और उर्वरक के रूप में गोबर मिट्टी में मिला दें. इसके बाद आप गमले में शिमला मिर्ची की सोलन हाइब्रिड 2 और ओरोबेल किस्मों की रोपाई कर सकते हैं. रोपाई करने के दो महीने बाद शिमला मिर्च का उत्पादन शुरू हो जाएगा. अगर आप 12 गमलों में शिमला मिर्च की खेती करते हैं, तो 70 दिन बाद आप रोज 1 से 2 किलो के करीब शिमला मिर्च तोड़ सकते हैं. इस तरह आपको महीने में हजारों रुपये की बचत होगी. अगर आप चाहें, तो इसकी बिक्री भी कर सकते हैं.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today