लाल मिर्च की खेती करने वाले किसानों के लिए खुशखबरी है. लाल मिर्च की कीमतों में अगले साल तेजी आने की संभावना है. ऐसे में लाल मिर्च उगाने वाले किसानों को मार्केट में बंपर रेट मिलेगा. दरअसल, तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय (टीएनएयू) ने कहा है कि अगले साल जनवरी- फरवरी महीने के दौरान सन्नम किस्म की लाल मिर्च की कीमतों में बंपर बढ़ोतरी हो सकती है. इस किस्म का रेट बढ़ कर 200 से 210 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच सकता है. ऐसे में किसानों को अच्छी इनकम होगी. खास बात यह है कि पिछले साल सन्नम किस्म की कीमत 175-180 रुपये प्रति किलो थी.
तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय, कोयंबटूर के कृषि और ग्रामीण विकास अध्ययन केंद्र ने किसानों को सन्नम किस्म की लाल मिर्च की बुवाई करने की सलाह दी है. हालांकि, उत्तर-पूर्वी मानसून और अन्य उत्पादक राज्यों से तमिलनाडु में सन्नम किस्म की लाल मिर्च की सप्लाई बढ़ने पर कीमतों में बदलाव भी हो सकता है. खास बात यह है कि मूल्य पूर्वानुमान टीम ने तिरुनेलवेली विनियमित बाजार के पिछले 15 साल के आंकड़ों का विश्लेषण करने के बाद सन्नम किस्म कीमतों को लेकर ये भविष्यवाणी की है.
लाल मिर्च एक महत्वपूर्ण मसाला है. इसके बगैर हम टेस्टी सब्जी की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं. लगभग पूरे भारत में इसकी खेती की जाती है. कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के मुताबिक, फसल सीजन 2022-23 के दौरान पूरे देश में करीब 8.52 लाख हेक्टेयर में किसानों ने लाल मिर्च की खेती की है. इससे 19.58 लाख टन लाल मिर्च का उत्पादन होने का अनुमान है. ऐसे आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, गुजरात और तमिलनाडु लाल मिर्च के मुख्य उत्पादक राज्य हैं. ये मिलकर देश में उत्पादिक लाल मिर्च में 93 प्रतिशत का योगदान देते हैं.
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ऐसे तमिलनाडु के प्रमुख मिर्च उत्पादक जिलों में मिर्च की बुआई अक्टूबर महीने के दौरान की जाती है. यहां पर इसकी खेती एकल फसल के रूप में की जाती है. इसलिए, व्यापारी साल भर की मांग को पूरा करने के लिए कटाई की अवधि के दौरान अपना स्टॉक जमा करते हैं. साल 2022-23 के दौरान तमिलनाडु में 0.49 लाख हेक्टेयर में लाल मिर्च की बुवाई की गई थी, जिससे 0.22 लाख टन सूखी लाल मिर्च का उत्पादन हुआ. मुंडू और सन्नम तमिलनाडु में उगाई जाने वाली मिर्च की प्रमुख किस्में हैं.
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