MP News: खुले बाजारों में बिक जाता है गरीबों का राशन, गुना में बड़ी तस्करी का पर्दाफाश

MP News: खुले बाजारों में बिक जाता है गरीबों का राशन, गुना में बड़ी तस्करी का पर्दाफाश

मध्य प्रदेश के गुना में पति और पत्नी मिलकर कर रहे थे सरकारी गेंहू और चावल की की तस्करी. द‍िलचस्प बात यह है क‍ि मंदिर में जलाते थे दीपक, ताकि तस्करी का काम अच्छे से चलता रहे. लेक‍िन, यह सबकुछ काम नहीं आया और आख‍िरकार गरीबों का हक डकारने वाले पकड़े गए. 

Advertisement
MP News: खुले बाजारों में बिक जाता है गरीबों का राशन, गुना में बड़ी तस्करी का पर्दाफाशसरकारी चावल की हो रही थी तस्करी,खाद्य विभाग की टिम ने किया गोदाम सील

मध्य प्रदेश के गुना में राशन माफिया का अजीबोगरीब कारनामा देखने को मिला है. बेख़ौफ हो चुके राशन माफिया द्वारा पुलिस के CCTV कैमरे के नीचे खड़े होकर सरकारी चावल की तस्करी की जा रही थी. दो वाहनों में सरकारी चावल को लोड किया जा रहा था. इस बात की सूचना जब कलेक्टर तरुण राठी को मिली तो उन्होंने छापेमारी करवाते हुए वाहनों को पकड़वा द‍िया. कलेक्टर के आदेश पर तहसीलदार शुभम जैन ने जब वाहनों को चेक किया तो उसमें सरकारी चावल से भरे हुए बोरे मिले. खाद्य विभाग की टीम ने एसेंस‍ियल कमोड‍िटी एक्ट (EC ACT) के तहत कार्रवाई करते हुए गोदाम भी सील कर द‍िया है.

गोदाम में रखे चावल के स्टॉक को जब्त किया गया है. सरकारी चावल की तस्करी से जुड़े दंपति ने बताया कि वे गुना, बजरंगगढ़ के लाभार्थ‍ियों और राशन दुकान संचालकों से चावल खरीदते हैं. हफ्ते भर में जब चावल इकट्ठा हो जाता है तो उसे बड़े साहूकारों को बेच दिया जाता है. तस्करी के इस खेल में पुलिस का भी संरक्षण मिला हुआ है. हाल ही में म्याना पुलिस द्वारा वाहन पकड़ा गया था. लेक‍िन बताया गया है क‍ि पुलिस को 20 हजार रुपये देकर वाहन को छुड़ा द‍िया गया था. आरोप‍ियों ने कहा क‍ि वो गरीबी को दूर करने के लिए सरकारी चावल की तस्करी करते हैं. तस्करी सही तरीके से चलती रहे इसलिए मंदिर में दीपक भी जलाते हैं.

ये भी पढ़ें-Wheat Farming: इस साल 25 हजार किसानों को मिलेगी गेहूं की नई किस्म, जानिए कैसे होगी खरीद 

कितने में बेचते थे चावल? 

अब सवाल यह है क‍ि ये लोग चावल क‍ितने में बेचते थे. दरअसल, गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लाभार्थ‍ियों के लिए चावल की व्यवस्था की जाती है. राशन माफिया द्वारा महज 10-12 रुपये क‍िलो में इस चावल को राशन की दुकानों पर बेच द‍िया जाता है. जिसे बाद में वो 22-25 रुपये किलो की दर पर बड़े माफियाओं को बेच देते हैं. सरकारी चावल और गेंहूं की तस्करी के इस खेल में बड़े-बड़े माफिया सक्रिय हैं. हालांकि इस रैकेट को तोड़ने के लिए प्रशासन समय-समय पर कार्रवाई भी करता है. लेकिन राशन माफिया का रैकेट इतना ज्यादा फैल चुका है जिसे रोक पाना बहुत कठ‍िन लगता है. 

कहां सप्लाई किया जाता है चावल और गेंहू

बताया गया है कि गुना में राशन माफिया द्वारा पीडीएस के गेंहू और चावल की तस्करी बड़े पैमाने पर की जाती है. गुना से खरीदा गया सरकारी चावल शिवपुरी जिले के बदरवास में सप्लाई किया जाता है. जिसकी तस्करी उत्त्तर प्रदेश तक होती है. कलेक्टर तरुण राठी ने बताया कि सूचना मिलने पर टीम को रवाना किया गया था. खाद्य विभाग द्वारा वाहनों से चावल जब्त किया गया है. जांच जारी है. राशन माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

ये भी पढ़ें- Cotton Price: पूर्व कृषि राज्य मंत्री ने कपास का 10,000 रुपये प्रति क्विंटल मांगा दाम, व्यापारियों की कही बड़ी बात

POST A COMMENT