भारत में खाद्य तेल आयात पर निर्भरता कम करने के लिए तिलहन मिशन और अन्य कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं और देश में भी बंपर उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए इनिशिएटिव्स लिए जा रहे हैं. इसमें सरकार और सरकारी संस्थान तो अपनी भूमिका निभा रहे हैं. वहीं प्राइवेट प्लेयर्स भी पीछे नहीं हैं. इस क्रम में सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (SEA) और सॉलिडारिडाड ने इस साल तीन राज्यों में सरसों के दो हजार मॉडल फार्म (MMF) बनाए हैं.
इसमें ICAR रेपसीडमस्टर्ड रिसर्च निदेशालय (ICAR DRMR) ने इन दोनों संगठनों को तकनीकी सहयोग दिया है. ये सभी मॉडल फार्म मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में बनाए गए है.
इस साल MMF के जरिए ICAR- DRMR की बनाई गई DRMR 116540 और RH 725 जैसी उच्च उपज देने वाली सरसों की किस्म (HYV) के बीजों को पेश करने, कीट और रोग प्रबंधन में सुधार करने पर जोर दिया जा रहा है. साथ ही जलवायु-अनुकूल उत्पादन विधियों को बढ़ावा देने और फार्मर्स फील्ड स्कूलों (FFS) के माध्यम से सहकर्मी सीखने को विकसित करने पर केंद्रित है. SEA के मुताबिक, मध्य प्रदेश में 750, राजस्थान में 900 और उत्तर प्रदेश में 350 MMF बनाए गए हैं.
SEA ने बयान जारी कर कहा कि इस पहले में सरसों की खेती को बढ़ावा देने के लिए एक संरचित दृष्टिकोण को अपनाया गया है. इसे शुरू करने के लिए प्रमुख किसानों का चयन किया गया और खेतों की जियोटैगिंग की गई. इसमें फिर संतुलित पोषक तत्वों का प्रबंधन करने के लिए मिट्टी की जांच की जाती है और सॉइल हेल्थ कार्ड दिए जाते हैं. चुने गए किसानों को प्रशिक्षक ट्रेनिंग देते हैं. ट्रेनिंग प्रोग्राम में चयनित किसानों को उच्च उपज वाली किस्मों के(HYV) बीज, बीज उपचार और कीट नियंत्रण की जानकारी दी जाती है. साथ ही किसानों को गुणवत्तापूर्ण इनपुट बांटे जाते हैं.
वहीं फार्मर्स फील्ड स्कूल (FFS) प्रैक्टिकल लर्निंग पर जोर देने वाले वाले प्लेटफॉर्म की तरह काम करते हैं. किसानों को फील्ड विजिट और ट्रैकिंग शीट के माध्यम से निगरानी जैसी चीजों के बारे में भी सिखाया जाता है.
SEA के अध्यक्ष संजीव के अस्थाना के हवाले से बयान जारी कर कहा गया है कि MMF परियोजना का यह पांचवा साल है और इस पहल ने सरसों के उत्पादन को बढ़ाने में जबरदस्त क्षमता दिखाई है. हमारी यह पहल खाद्य तेल आयात पर भारत की निर्भरता को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है.
वनस्पति तेल सॉलिडारिडाड के प्रमुख सुरेश मोटवानी ने कहा कि MMF कार्यक्रम ने टिकाऊ सरसों की खेती में महिला किसानों की सक्रिय भागीदारी को बढ़ावा दिया है.
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