Paddy Variety: क्या है गोल्डन राइस, क्यों किसानों बड़े पैमाने पर कर रहे इसकी खेती?

Paddy Variety: क्या है गोल्डन राइस, क्यों किसानों बड़े पैमाने पर कर रहे इसकी खेती?

सूखे और पॉलिश चावल ना सिर्फ सेहत के लिए हानिकारक हैं बल्कि पॉलिश चावल के सेवन से कई अन्य बीमारियों का भी खतरा रहता है. गर्भवती महिलाओं के लिए पॉलिश चावल सबसे खतरनाक होता है. इस राइस के सेवन से शरीर में विटामिन ए की कमी पाई जाती है.

Advertisement
Paddy Variety: क्या है गोल्डन राइस, क्यों किसानों बड़े पैमाने पर कर रहे इसकी खेती?Golden Rice: क्या है गोल्डन राइस की खासियत

सुनहरा चावल यानि गोल्डन चावल औरिजा सैटिवा चावल का एक खास किस्म है. इस चावल में बेटा-कैरोटिन और प्रो-विटामिन ए की भरपूर मात्रा पाई जाती है. ऐसे में इस चावल की खासियत को देखते हुए किसान बड़े पैमाने पर किसान इसकी खेती करते नजर आ रहे हैं. बीटा-कैरोटीन विटामिन ए का उच्च श्रोत है, जिसका अर्थ है कि इसका सेवन करने पर शरीर इसे विटामिन ए में परिवर्तित कर सकता है. विटामिन ए प्रतिरक्षा प्रणाली के उचित कामकाज, स्वस्थ त्वचा के रखरखाव और दृष्टि के विकास के लिए आवश्यक है.

हालांकि, विकासशील देशों में बहुत से लोग, विशेष रूप से दक्षिण पूर्व एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका में, विटामिन ए से भरपूर खाद्य पदार्थों तक पहुंच नहीं है, जो उन्हें विटामिन ए की कमी के जोखिम में डालता है.

विटामिन ए की कमी को पूरा करता है यह चावल

सूखे और पॉलिश चावल ना सिर्फ सेहत के लिए हानिकारक हैं बल्कि पॉलिश चावल के सेवन से कई अन्य बीमारियों का भी खतरा रहता है. गर्भवती महिलाओं के लिए पॉलिश चावल सबसे खतरनाक होता है. इसके सेवन से शरीर में विटामिन ए की कमी पाई जाती है. यह विशेष रूप से बच्चों को अंधा कर देता है. दुनिया भर में, कई सौ मिलियन बच्चों ऐसे हैं जो इस बीमारी के चपेट में हैं. वहीं गोल्डेन राइस में विटामिन ए की भरपूर मात्रा पाई जाती है. जो शरीर में विटामिन ए की कमी को पूरा करता है. 

ये भी पढ़ें: गेहूं बेचने वाले क‍िसानों की बल्ले-बल्ले, खाते में पहुंचे 41 हजार करोड़ रुपये

यह चावल ना केवल खाने के लिए उपयोगी था बल्कि यह शरीर में विटामिन ए की कमी को भी पूरा करता है. जिस वजह से दशकों के बाद जब जेनेटिक इंजीनियरिंग का उपयोग विशेष रूप से व्यावसायिक कृषि के लिए किया गया है, एक प्रमुख स्वास्थ्य समस्या को हल करने के लिए इसका उपयोग करने वाली मानवीय परियोजना का पहला उदाहरण अब एक वास्तविकता बन रहा है. ऐसे में इसकी महत्व को समझते हुए अब फिलीपींस के किसान बड़े पैमाने पर इसकी खेती करते नजर आ रहे हैं.

आयरन और जिंक को चावल में शामिल करने की प्रक्रिया

GR2 के पोषण प्रोफाइल में गोल्डेन राइस में आयरन और जिंक को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है. चावल में आयरन और जिंक की कमी से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं भी होती हैं. गोल्डन राइस डैफोडिल पौधे से जीन और चावल के पौधों के डीएनए में एक मिट्टी के जीवाणु को पेश करके विकसित किया गया था. यह अनुवांशिक संशोधन चावल को अपने अनाज में बीटा-कैरोटीन का उत्पादन करने की अनुमति देता है. गोल्डन राइस विवादास्पद रहा है, कुछ समूहों ने तर्क दिया कि यह खाने के लिए सुरक्षित नहीं है और पर्यावरण के लिए और इसे उगाने वाले किसानों के लिए इसके अनपेक्षित परिणाम हो सकते हैं. हालांकि, दूसरों का तर्क है कि यह विटामिन ए की कमी के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण उपकरण प्रदान कर सकता है. चावल की खासियत को देखते हुए किसान बड़े पैमाने पर इसकी खेती कर रहे हैं. 

POST A COMMENT