गन्ने के साथ जाड़े में उगाएं ये मुनाफेदार सब्जियां, कुछ ही दिन में होगी डबल कमाई

गन्ने के साथ जाड़े में उगाएं ये मुनाफेदार सब्जियां, कुछ ही दिन में होगी डबल कमाई

गन्ने की खेती करने वाले किसान सर्दियों में सह-फसली खेती अपनाकर अपनी आमदनी दोगुनी कर सकते हैं. इस आसान तरीके में, गन्ने की दो पंक्तियों के बीच की खाली जगह में मुनाफेदार सब्जियां उगाई जाती हैं. इससे न केवल खेत का पूरा उपयोग होता है, बल्कि किसानों को एक ही मौसम में दो फसलों का लाभ मिलता है, जिससे उनका मुनाफा बढ़ जाता है और जोखिम भी कम होता है.

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गन्ने के साथ जाड़े में उगाएं ये मुनाफेदार सब्जियां, कुछ ही दिन में होगी डबल कमाईगन्ने की खेती से किसानों की बढ़ेगी कमाई

खेती से अच्छा मुनाफा कमाना आजकल किसानों के लिए एक बड़ी चुनौती है, क्योंकि महंगाई बढ़ गई है और जमीन सीमित है. विशेषकर, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और बिहार के गन्ना किसानों को अपनी फसल का पैसा पाने के लिए साल भर का लंबा इंतजार करना पड़ता है और चीनी मिलों से भुगतान में भी अक्सर देरी होती है. इस समस्या का एक शानदार समाधान है सह-फसली खेती (Intercropping). कृषि विज्ञान केंद्र नरकटियागंज पश्चिम चंपारण के हेड डॉ. आर.पी. सिंह के अनुसार, किसान शरदकालीन गन्ने के साथ मटर जैसी सब्जी उगाकर दोहरा लाभ कमा सकते हैं. अक्टूबर-नवंबर का समय गन्ना और मटर, दोनों की बुवाई के लिए एकदम सही है. इस मौसम में बोए गए गन्ने का अंकुरण तो अच्छा होता है, लेकिन ठंड के कारण उसकी बढ़वार धीमी हो जाती है. इसी खाली समय और जगह का उपयोग करके किसान मटर की फसल ले सकते हैं और ₹50,000 से ₹1 लाख तक की अतिरिक्त आमदनी कर सकते हैं.

गन्ने से डबल कमाई का आसान तरीका

डॉ. आर.पी. सिंह ने बताया कि गन्ना एक लंबी अवधि की फसल है. इसकी बुवाई के बाद फसल तैयार होने में काफी समय लगता है. इस दौरान खेत में खाली पड़ी जगह का इस्तेमाल करके किसान सब्जियां उगा सकते हैं. इस तकनीक के कई फायदे हैं जैसे सब्जियों को बेचकर तुरंत नकद पैसा मिलता है, जिससे परिवार के खर्चे आसानी से चलते हैं. सब्जियों की देखभाल गन्ने के साथ ही हो जाती है, इसलिए खाद, कीटनाशक और सिंचाई पर अलग से खर्च नहीं करना पड़ता. एक फसल खराब होने पर दूसरी से आमदनी सुनिश्चित रहती है. सह-फसली खेती से जमीन की उपजाऊ शक्ति भी बनी रहती है.

गन्ने के साथ उगाएं ये मुनाफेदार सब्जियां

गन्ने की दो कतारों के बीच आमतौर पर 90 सेंटीमीटर की खाली जगह होती है. इस जगह में किसान आसानी से तीन से चार महीने में तैयार होने वाली सब्जियां उगा सकते हैं.
आलू: गन्ने के बीच दो लाइनों में आलू लगा सकते हैं. प्रति एकड़ 8 क्विंटल बीज से लगभग 100 क्विंटल आलू का उत्पादन हो सकता है, जिससे ₹50,000 तक की अतिरिक्त आय होती है.
प्याज और लहसुन: गन्ने के साथ प्याज की दो और लहसुन की तीन लाइनें लगाई जा सकती हैं. इससे प्रति एकड़ ₹60,000 से ₹70,000 तक की कमाई हो सकती है.
फूलगोभी और पत्तागोभी: गन्ने के बीच एक लाइन में गोभी लगाकर प्रति एकड़ 100-110 क्विंटल की पैदावार ली जा सकती है.
राजमा: राजमा की दो लाइनें लगाकर प्रति एकड़ 7 क्विंटल तक उत्पादन हो सकता है, जिससे ₹60,000 से ₹65,000 तक की अतिरिक्त आय हो सकती है.
सब्जी हरी मटर: गन्ने के खेत में हरी मटर की सह-फसली खेती करके किसान आसानी से अतिरिक्त मुनाफा कमा सकते हैं. इसके लिए गन्ने की दो लाइनों के बीच मटर की तीन लाइनें लगानी होती हैं. इस सरल विधि से एक एकड़ खेत में केवल 60 से 70 दिनों के अंदर ही लगभग 25 से 30 क्विंटल मटर की फलियां तैयार हो जाती हैं. अगर बाजार में मटर का भाव 25 से 30 रुपये प्रति किलो भी मिलता है, तो किसान आसानी से ₹40,000 से ₹45,000 तक की सीधी आमदनी कर सकते हैं.

गन्ने में इंटरक्रॉपिंग के लिए सही तकनीक

गन्ने के साथ सब्जियों की खेती के लिए नाली विधि और गड्ढा विधि सबसे अच्छी मानी जाती हैं. इन विधियों में पौधों को पर्याप्त जगह और पोषण मिलता है. इसके अलावा, नर्सरी में गन्ने की पौध तैयार करके उसे खेत में लगाने की नई तकनीक भी इंटरक्रॉपिंग के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो रही है. यह तकनीक अपनाकर किसान न केवल गन्ने का उत्पादन बढ़ा सकते हैं, बल्कि सब्जियों से तुरंत मुनाफा कमाकर अपनी आर्थिक स्थिति भी मजबूत कर सकते हैं.

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