खरीफ फसलों की सरकारी खरीद 1 अक्तूबर के साथ ही शुरू हो चुकी है. मध्य प्रदेश के किसानों को ज्वार, बाजरा, धान, सोयाबीन समेत अन्य फसलों की एमएसपी पर खरीद प्रक्रिया चल रही है. किसानों को फसल बिक्री के लिए रजिस्ट्रेशन कराने की अपील की गई है. सोयाबीन किसानों को अपनी उपज बिक्री करने के लिए रजिस्ट्रेशन कराना है और इसके लिए 3 दिन का समय बचा है. रजिस्ट्रेशन के साथ किसानों को कुछ डॉक्यूमेंट भी जमा करने होंगे, जिससे उन्हें एमएसपी की दर पर फसल का भुगतान सीधे खाते में मिल सकेगा.
मध्य प्रदेश सरकार के अनुसार किसानों को उनकी उपज का सही दाम देने के इरादे से रजिस्ट्रेशन कराने और सरकारी केंद्रों पर फसल बेचने की अपील की है. फसल खरीद के लिए 1400 से अधिक केंद्र बनाए गए हैं. धान, बाजरा और ज्वार किसानों को फसल बिक्री के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. जबकि, सोयाबीन बिक्री के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया जारी है. सोयाबीन किसान 20 अक्तूबर तक 2024 तक रजिस्ट्रेशन जरूर करा लें, क्योंकि अब केवल 3 दिन शेष हैं.
न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी पर फसल बिक्री के लिए किसानों को रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी करनी है और इसके लिए उन्हें कुछ डॉक्यूमेंट जमा करने होंगे-
मध्य प्रदेश में न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी पर मोटा अनाज यानी ज्वार और बाजरा की सरकारी खरीद 𝟐𝟐 नवंबर 𝟐𝟎𝟐𝟒 से शुरू होगी.
मध्य प्रदेश सरकार के अनुसार राज्य में धान किसानों से एमएसपी पर उपज की सरकारी खरीद 𝟐 दिसंबर 𝟐𝟎𝟐𝟒 से शुरू होगी.
मध्य प्रदेश के सोयाबीन किसान से उनकी उपज को 25 अक्टूबर से खरीदना शुरू किया जाएगा और 31 दिसंब 2024 तक खरीद जारी रहेगी.
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