तमिलनाडु में खोपरा (सूखे नारियल) खरीद शुरू होने का इंतजार कर रहे किसानों के लिए खुशखबरी है. उन्हें अब अपनी उपज को बेचने के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा. कृषि विपणन बोर्ड मदुरै ने मूल्य समर्थन योजना (पीएसएस) के तहत खोपरा की खरीद शुरू करने के लिए पूरी तैयारी कर ली है. कहा जा रहा है कि खोपरा की खरीद मार्च महीने में किसी भी समय शुरू हो सकती है, जो जून तक जारी रहेगी. खास बात यह है कि योजना के आधार पर किसानों से खोपरा न्यूनतम समर्थन मूल्य 111.60 रुपये प्रति किलोग्राम पर खरीदा जाएगा.
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, निर्धारित मानकों के अनुसार, 6 फीसदी से कम नमी वाले और प्रयोगशाला परीक्षणों के दौरान गुणवत्ता में औसत से ऊपर रेटिंग वाले खोपरा को योजना के तहत खरीदा जाएगा. वहीं, भुगतान सीधे किसान के बैंक खाते में जमा होगा. इस साल, बोर्ड ने 175 मीट्रिक टन खोपरा खरीद का लक्ष्य रखा है, जिसमें वाडीपट्टी बाजार से 160 मीट्रिक टन और मेलूर बाजार से 15 मीट्रिक टन की उम्मीद है. पिछले साल, बोर्ड ने मदुरै में 100 मीट्रिक टन के लक्ष्य के मुकाबले 125 टन खोपरा खरीदा था.
ये भी पढ़ें- एमएसपी से 1600 रुपये प्रति क्विंटल कम हुआ सोयाबीन का दाम, तिलहन फसल की खेती करके पछता रहे हैं किसान
नारियल की खेती वाले सबसे बड़े क्षेत्रों में से, रामनाथपुरम जिले के लिए 765 मीट्रिक टन खोपरा खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि रुझानों के अनुसार, मदुरै में खोपरा खरीद में साल-दर-साल भारी वृद्धि हुई है. वहीं, किसानों के लिए खोपरा का उत्पादन करने के लिए विशेष जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं जो निर्धारित खरीद मानकों से मेल खा सकते हैं. किसानों को बेहतर कीमत पाने के लिए वाडीपट्टी और मेलूर बाजारों में अपनी उपज बेचने की सलाह दी गई है और अधिक जानकारी के लिए कृषि विभाग के अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं.
बता दें कि तमिलनाडु में किसान बड़े स्तर पर नारियल की खेती करते हैं. पिछल साल दिसंबर महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति ने 2024 मौसम के लिए कोपरा (नारियल) के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी)को मंजूरी दे दी थी. किसानों को लाभकारी मूल्य प्रदान करने के लिए सरकार ने 2018-19 के केंद्रीय बजट में घोषणा की थी कि सभी अनिवार्य फसलों का एमएसपी अखिल भारतीय भारित उत्पादन लागत के कम से कम 1.5 गुना स्तर पर तय किया जाएगा. 2024 सीज़न के लिए मिलिंग खोपरा की उचित औसत गुणवत्ता के लिए एमएसपी 11,160 रुपये प्रति क्विंटल और बॉल कोपरा के लिए 12,000 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया था. इससे मिलिंग कोपरा के लिए 51.84 प्रतिशत और बॉल कोपरा के लिए 63.26 प्रतिशत का मार्जिन सुनिश्चित होगा, जो उत्पादन की अखिल भारतीय भारित औसत लागत से 1.5 गुना से भी अधिक है.
ये भी पढ़ें- Onion Price: उत्पादन लागत से कम हुआ प्याज का दाम, घाटे में कब तक खेती करेंगे किसान
Copyright©2024 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today