केंद्र सरकार द्वारा मिनिमम एक्सपोर्ट प्राइस 1200 डॉलर प्रति टन तय करने के बाद बासमती चावल एक बार फिर चर्चा में है. निर्यातकों का कहना है कि एक्सपोर्ट प्राइस 900 डॉलर से अधिक नहीं होना चाहिए. इस बीच क्या आप जानते हैं कि भारत बासमती चावल का बादशाह है. जहां से सबसे ज्यादा चावल एक्सपोर्ट होता है. हमारा पैदा किया हुआ बासमती 140 देशों में खाया जाता है. भारत में बासमती चावल की 45 किस्में हैं, जिसमें से आठ मशहूर हैं. लेकिन एक किस्म पूसा बासमती-1121 ऐसी है जो पूरी दुनिया पर राज करती है. यह दुनिया का सबसे लंबा चावल होता है इसलिए यह किस्म सभी के दिलों पर राज करती है. इसलिए भारत में करीब 9.5 लाख हेक्टेयर में इसी की खेती होती है. यानी देश के कुल बासमती क्षेत्र के 47 फीसदी एरिया पर इसी का कब्जा है.
यह सबसे ज्यादा एक्सपोर्ट होने वाला बासमती चावल है. कृषि वैज्ञानिकों का दावा है कि इसका बिना पका चावल 9 एमएम और पकने के बाद 15 से 22 एमएम तक हो जाता है. इसी वजह से पूसा बासमती-1121 को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में जगह मिली हुई है. इस किस्म का पूरी दुनिया में दबदबा है. भारत के सात राज्यों के पास बासमती चावल का जीआई टैग है. इनमें पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और जम्मू कश्मीर शामिल हैं.
पंजाब बासमती 1 (बौनी बासमती), तारावड़ी बासमती, बासमती 386, उन्नत पूसा बासमती 1 (पूसा 1460), पूसा बासमती-1121 , पूसा बासमती 6 (पूसा 1401), पंजाब बासमती-2 , बासमती सीएसआर 30 (संशोधन के बाद), वल्लभ बासमती 21, पूसा बासमती 1509, पूसा बासमती 1609, पंत बासमती-1, पंत बासमती-2, पंजाब बासमती-3, पूसा बासमती 1637, पूसा बासमती 1728, पूसा बासमती 1718, पंजाब बासमती-4, पंजाब बासमती-5 और पूसा बासमती 1692.
बासमती भारतीय उपमहाद्वीप के हिमालय की तलहटी में एक विशिष्ट भौगोलिक क्षेत्र में सदियों से उगाया जाने वाला सुगंधित चावल है. यह अतिरिक्त लंबे पतले दानों की विशेषताओं से समृद्ध है, जो नरम विशेषताओं के साथ अपने मूल आकार से कम से कम दोगुने लंबे होते हैं. पकाने पर बेहतर सुगंध और विशिष्ट स्वाद के कारण बासमती चावल अन्य सुगंधित लंबे दाने वाले चावल की किस्मों के बीच सबसे अलग है.
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भारत वैश्विक बाजार में बासमती चावल का प्रमुख निर्यातक है. हमने साल 2022-23 में 38,523.54 करोड़ रुपये का बासमती चावल एक्सपोर्ट किया, जो 2021-22 में सिर्फ 26,415.99 करोड़ रुपये ही था. इसे हम करीब 140 देशों में निर्यात करते हैं. सउदी अरब, इरान, इराक, संयुक्त अरब अमीरात, यमन, संयुक्त राज्य अमेरिका, कुवैत, इंग्लैंड, ओमान, जॉर्डन, कतर, कनाडा, मलेशिया, नीदरलैंड, इजराइल, आस्ट्रेलिया, बहरीन, जर्मनी, नेपाल और सिंगापुर आदि शामिल हैं.
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