केले की खेती से किसान लाखों रुपये की कमाई कर सकते हैं. महाराष्ट्र के सांगोला के किसाम प्रताप लेंडवे ने इसे साबित कर दिखाया है कि अगर बेहतर तरीके से केले की खेती की जाए और इसका बेहतर प्रबंधन किया जाए तो केले के की खेती करके किसान प्रति एकड़ 10 लाख रुपये से अधिक की कमाई कर सकते हैं. वैसे तो संगोला अनार की खेती के लिए प्रसिद्ध हैय यहां के अनार को विशेष जीआई टैग मिला हुआ है पर यहां के किसान ने अनार की खेती से अलग केले की खेती करने का फैसला किया और अच्छी सफलता पायी.
दरअसल सांगोला के किसान अनार की फसल में हो रही बीमारियों के कारण काफी परेशान है. इसके कारण कई ऐसे किसान हैं जो इसकी खेती छोड़कर दूसरे फसलों का रुख कर रहे हैं. प्रताप लेंवडे ने भी अपने दोस्तों की सलाह पर पहली बार केले की खेती की. उन्होंने देखा की केले की खेती के लिए उनके खेत अनुकुल है तो उन्होंने वैज्ञानिक विधि से अपनी छह एकड़ जमीन में केले की खेती की. 7X7 फीट की दूरी पर केले के पौधे लगाए और पौधों को पर्याप्त पानी मिले इसके लिए 22 एमएम का ड्रिप पाइप लगाया.
केले की खेती का उनका यह प्रयोग सफल हुआ और इसकी खेती के जरिए मात्र 9-10 महीने में प्रति एकड़ 14 लाख रुपये की कमाई की. अच्छी कमाई हासिल करने के पीछे यह कारण रहा की वह सांगोला जिले के पहले ऐसे किसान हैं जिन्हें केले की कीमत 35 रुपये प्रति किलो की दर से मिली है जो काफी बेहतर कीमत मानी जाती है. जम्मू-कश्मीर के व्यापारियों ने उन्हें यह कीमत देकर केला खरीद लिया. अब उनके उपज और केले कि गुणवत्ता को देखते हुए और भी व्यापारी प्रताप के खेतों के चक्कर लगा रहे हैं.
प्रताप ने सांगोला तालुका के हलदहीवड़ी में स्थित अपने खेत में केले की खेती की है. केले के पौधों को विभिन्न बीमारियों से बचाव के लिए दवाओं और खाद का प्रयोग और केले में होनेवाले सफेद धब्बों से बचाने के लिए इसका विशेष ध्यान रखा. इसका उन्हें फायदा मिला और अच्छी पैदावार हुई. केले के प्रति पेड़ की ऊंचाई औसतन 11 फीट है और गुच्छा चार फीट के ऊपर है. इसलिये गुच्छे का वजन लगभग 55 से 60 किलोग्राम है.
केले की खेती में सफलता हासिल करने के बाद अब प्रताप बताते हैं कि केले की खेती को अनार की खेती का विकल्प बनाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि अगर ईमानदारी से प्रयास किया जाए तो प्रति एकड़ 50 टन केले का उत्पादन हासिल किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि एक पौधे को लगाने में 125 रुपय का खर्च आता है. इस तरह से प्रति एकड़ डेढ़ लाख लगभग खर्च आता है. प्रपाप ने कुल छह एकड़ मे केले की खेती की थी. प्रति एकड़14 लाख रुपये कमाई के हिसाब से उन्होंने 90 लाख रुपये की कमाई की है.
केले की खेती से बेहतर कमाई हासिल करके प्रताप ने यह दिखा दिया है कि एक किसान को हमेशा नए प्रयोग के लिए तैयार रहना चाहिए. क्योंकि प्रयोग से साथ अगर ईमानदारी से प्रयास किया जाए और खेती के उत्तम तरीकों को अपनाया जाय तो उपज अच्छी होती है. उपज अच्छी हो और गुणवत्ता अच्छी हो तो बाजार में उसके अच्छे दाम भी मिलते हैं और उससे कमाई भी अच्छी होती है साथ ही आप दूसरे किसानों के लिए प्रेरणास्त्रोत बन सकते हैं.
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