एग्रोटेक किसान मेले की हुई शुरुआत, कृष‍ि मंत्री ने की श्री अन्न का उत्पादन बढ़ाने की घोषणा

एग्रोटेक किसान मेले की हुई शुरुआत, कृष‍ि मंत्री ने की श्री अन्न का उत्पादन बढ़ाने की घोषणा

कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने मेला को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने व्यापक रूप से अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष 2023 मनाने की तैयारी शुरू कर दी है. इसके लिए आवश्यक बजट उपबंध भी किया गया है.

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एग्रोटेक किसान मेले की हुई शुरुआत, कृष‍ि मंत्री ने की श्री अन्न का उत्पादन बढ़ाने की घोषणा   किसान मेला में शामिल कृषि मंत्री व अन्य फोटोः किसान तक

झारखंड की राजधानी रांची स्थित बिरसा कृषि विश्वविद्याय में एग्रोटेक किसान मेले 2023 की शुरुआत शुक्रवार से हो गई है. मेले में लगभग डेढ़ सौ स्टॉल पर कृषि, पशुपालन, वानिकी, बागवानी, मत्स्यपालन, दुग्ध प्रौद्योगिकी, कृषि प्रसंस्करण, कृषि यंत्रीकरण, कृषि स्टार्टअप, कुटीर उद्योग आदि से संबंधित आधुनिक कृषि प्रौद्योगिकी, सेवाओं एवं उत्पादों को प्रदर्शित किया गया है. मेला का उद्घाटन मुख्य अतिथि राज्य के ग्रामीण विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने किया. वहीं इस दाैरान कृषि‍ मंत्री बादल पत्रलेख ने झारखंड में मोटे अनाजों यानी श्री अन्न का उत्पादन बढ़ाने की घोषणा की. 

मोटे अनाज वर्ष के ल‍िए जारी हुआ बजट

मेले को संबोधित करते हुए कृष‍ि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा क‍ि राज्य सरकार ने व्यापक रूप से अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष 2023 मनाने की तैयारी शुरू कर दी है. इसके लिए आवश्यक बजट जारी भी किया गया है. झारखंड मिलेट फसलों के लिए प्राचीन समय से जाना जाता रहा है और अब हमें अपनी प्राचीन परंपरा की मिलेट उत्पादों की ओर लौटने का प्रयास करना होगा. राज्य को देश का अग्रणी कृषि राज्य बनाने की दिशा में कृषि विश्वविद्यालय एवं कृषि से जुड़े हितकारकों का सहयोग जरुरी होगी. राज्य सरकार कृषि एवं बिरसा किसान परिवार के विकास के लिए संकल्पित है. 

 

 राज्यव्यापी अभ‍ियान चलाने की जरूरत

वहीं मेले को संबोध‍ित करते हुए ग्रामीण विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि राज्य में ग्रामीण युवाओं को गांवों और कृषि कार्य से जोड़े रखने के लिए राज्यव्यापी अभियान चलना चाहिए, ताकि गांवों में स्वाबलंबन और खुशी आ सके तथा युवाओं को रोजगार के लिए शहरों की ओर पलायन कम हो सके. 

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उन्होंने कहा कि किसानों के आर्थिक उन्नयन से ही देश खुशहाल होगा. राज्य सरकार की पहल से राज्य के लाखों किसानों का कृषि ऋण माफ हुआ है तथा अब फसल बुआई समय से एक माह पूर्व ही प्रखंड और पंचायतों में उन्नत बीज पहुंच रहे हैं.

झारखंड में कृष‍ि व पशुपालन यून‍िवर्स‍िटी बनेगी

कृषि मंत्री ने कहा कि डेयरी प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, हंसडीहा, दुमका के छात्र ने स्नातकोत्तर प्रवेश परीक्षा में देश में सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया है, यह राज्य के लिए गौरव का विषय है और इसके लिए विश्वविद्यालय में उस छात्र का सम्मान किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि झारखंड में एक पशुपालन विश्वविद्यालय और एक अन्य कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना की जाएगी, राज्य सरकार इस दिशा में आगे बढ़ रही है.

बीएयू में डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की स्मृति में एक विशाल हाईटेक ऑडिटोरियम बनाने के लिए राज्य सरकार आवश्यक अनुदान प्रदान करेगी. बीएयू के शिक्षक एवं विद्यार्थी काफी योग्य एवं मेधावी हैं, इसलिए विश्वविद्यालय को एनडीआरआई, करनाल और जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उत्तराखंड की तरह अग्रणी बनने का प्रयास करना चाहिए.

झारखंड के किसान संपन्न हो

कृषि सचिव अबूबकर सिद्दीक ने वैज्ञानिकों से छोटे एवं सीमांत किसानों की परिस्थितियों में अपनाने के अनुकूल प्रौद्योगिकी विकसित करने की अपील की ताकि उक्त प्रौद्योगिकी मौसम परिवर्त्तन  के दौर में भी बेहतर परिणाम दे सके. उन्होंने हर जिला और प्रखंड में कृषि मेला आयोजित करने पर जोर दिया, ताकि गांव-गांव तक नई प्रौद्योगिकी पहुंच सके और झारखंड के किसान संपन्न हो सकें.  झारखंड राज्य अब अपनी मछली आवश्यकताओं के मामले में भी आत्मनिर्भर हो चला है, कृषि के अन्य उद्यम की दिशा में प्रयास करने की जरुरत है.     

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