Animal Insurance Scheme पशुपालन में जितना मुनाफा है तो उससे कहीं ज्यादा जोखिम भी है. कब, कौनसी बीमारी उत्पादन करने वाली पशुओं पर अटैक कर दे और पशु की मौत हो जाए पता ही नहीं चलता है. जैसे मौजूदा वक्त में लंपी बीमारी गायों को अपनी चपेट में ले रही है. इससे पहले भी कोरोना के बाद लंपी ने गायों पर हमला किया था. इसमे हजारों गायों की मौत हो गई थी. जिसके चलते पशुपालकों को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ था. हालांकि पशुपालकों के नुकसान को कम करने के लिए राज्य सरकारों ने भी मुआवजा दिया था. इसी तरह के जोखिमों को कम करने के लिए राजस्थान सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है.
राजस्थान सरकार ने पशुपालकों के लिए बीमा योजना शुरू की है. इस योजना के लागू होने से पशुपालकों को पशुओं की मौत के बाद कम से कम नुकसान उठाना पड़ेगा. किसी भी बीमारी और प्राकृतिक आपदा के चलते पशु की मौत होने पर पशुपालकों को उस पशु का पूरा मुआवजा मिलेगा. इतना ही नहीं बीमा कराने के लिए पशुपालकों को प्रीमियम की रकम भी जमा नहीं करनी होगी.
राजस्थान सरकार के पशुपालन विभाग का कहना है कि राज्य में मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना की शुरुआत कर दी है. सरकार 400 करोड़ रुपये से 21 लाख दुधारू पशुओं का बीमा करा रही है. इसके लिए किसानों को प्रीमियम के तौर पर एक रुपया भी देने की जरूरत नहीं होगी. बीमा का फायदा लेने के लिए पशुपालकों को सिर्फ आवेदन करना होगा. क्योंकि अक्सर ये देखा गया है कि किसी प्राकृतिक आपदा या अचानक किसी बीमारी के फैलने से पशुओं की अकाल मौत हो जाती है और पशुपालकों की आर्थिक स्थिति चरमरा जाती है. उन्हें बड़े आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ता है. ऐसी स्थिति में किसानों को आर्थिक नुकसान से बचाने और उन्हें ताकत देने के लिए सरकार ने ये बड़ा कदम उठाया है.
पशुपालक विभाग का कहना है कि इस योजना के तहत एक साल में 400 करोड़ रुपये खर्च कर 21 लाख दुधारू पशुओं का फ्री कराया जाएगा. यह बीमा उन्हीं पशुओं का होगा जिनका पहले से कोई बीमा न हुआ हो. यह बीमा एक साल के लिए किया जाएगा. इस योजना के तहत गाय, भैस, भेड़, बकरी और ऊंट सहित 21 लाख पशुओं का फ्री बीमा कराने के लिए पशुपालकों को ऑनलाइन पंजीकरण कराना होगा.
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