राजधानी लखनऊ समेत उत्तर प्रदेश के कई जिलों में रुक-रुककर हो रही बारिश से मौसम सुहाना हो गया है. मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के लिए भारी से बहुत भारी बारिश और तेज झोंकेदार हवाओं का अलर्ट जारी किया है. इसके पीछे मॉनसूनी पूर्वा हवाओं और पश्चिमी विक्षोभ की संयुक्त सक्रियता को वजह बताया गया है. आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि 18 जुलाई यानी शुक्रवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना है, जबकि पूर्वी यूपी के कुछ जिलों में भी ठीक-ठाक बारिश हो सकती है.
उन्होंने बताया कि शुक्रवार को पश्चिमी यूपी के महोबा, झांसी और ललितपुर में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है. वहीं बांदा, चित्रकूट, कानपुर देहात, मथुरा, आगरा, फिरोजाबाद, इटावा, औरैया, जालौन और हमीरपुर में भारी बारिश के आसार हैं. इस दौरान 30 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं भी चल सकती हैं. वहीं मथुरा, हाथरस, एटा, मैनपुरी, इटावा, ललितपुर सहित आसपास के जिलों में भी हवा के तेज झोंकों को लेकर सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है.
मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक, प्रयागराज, कौशांबी, फतेहपुर, हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, रायबरेली और अमेठी सहित मध्य यूपी के कई जिलों में बादल गरजने और बिजली चमकने की चेतावनी दी गई है. पश्चिमी यूपी के सहारनपुर, शामली, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, कासगंज और एटा में भी यही स्थिति देखने को मिल सकती है। बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, शाहजहांपुर, बदायूं, संभल, जालौन और हमीरपुर में भी गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना बनी हुई है.
राजधानी लखनऊ समेत कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. अनुमान है कि आने वाले कुछ घंटों में 5 से 15 मिमी तक बारिश हो सकती है.आसमान में सुबह से ही बादलों ने डेरा डाले रखा और दिनभर रुक-रुककर बारिश होती रहेगी. गुरुवार को लखनऊ का अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 0.5 डिग्री कम रहा, जबकि न्यूनतम तापमान 23 डिग्री रहा, जो सामान्य से 2 डिग्री कम रहा. नमी की मात्रा अधिकतम 90 और न्यूनतम 70 फीसद रही, जिससे दिन में उमस बनी रही.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने भारी बारिश की संभावना को देखते हुए दक्षिणी उत्तर प्रदेश में किसानों के लिए सलाह जारी की है. इस एडवाइजरी में किसानों को सलाह दी गई है कि वे उप-उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में मक्का और रोपाई किए गए धान के खेतों से अतिरिक्त पानी की निकासी के लिए उचित व्यवस्था करें. इसी तरह सोयाबीन, मक्का, मंडुआ, राजमा, सब्जियां और फलों के बागानों में उचित जल निकासी सुनिश्चित करें. अगर सब्जी या फल पककर तैयार हो चुके हैं, उनकी तुड़ाई करके उपज को सुरक्षित स्थान पर भंडारित कर लें. वहीं मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है, खासकर उन जिलों में जहां तेज हवाओं, बिजली गिरने और मूसलधार बारिश का अलर्ट जारी किया गया है.
ये भी पढ़ें-
अब जंगली जानवरों का नहीं होगा खतरा, रात में रखवाली करेगी यह खास मशीन, जानें खासियत
बंगाल में आलू किसानों को भारी नुकसान, कीमतों में तेज गिरावट से लागत निकालना भी मुश्किल