भारत के ज्यादातर हिस्सों में अब मॉनसून एक्टिव हो गया है. वहीं, दिल्ली को अभी तक इसका इंतजार है. मंगलवार को मौसम विभाग (आईएमडी) ने कहा कि दिल्ली अकेला ऐसा राज्य है जो मॉनसून से अछूता है. दूसरी ओर आईएमडी ने दिल्ली से सटे राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है. दक्षिण-पश्चिम मानसून ने मंगलवार को चंडीगढ़ और हरियाणा के कुछ हिस्सों में दस्तक दे दी है. गुजरात में भी बारिश से हाल बेहाल हैं. एक नजर देश के मौसम के हाल पर.
दिल्ली इस वर्ष अब तक मॉनसून से अछूता एकमात्र राज्य/केंद्र शासित प्रदेश है. इससे पहले आईएमडी ने 24 जून तक दिल्ली में मॉनसून की बारिश की भविष्यवाणी की थी लेकिन यह पूर्वानुमान गलत साबित हुआ. हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और पंजाब में मॉनसून की बारिश होने लगी है. हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में मॉनसून पूरी तरह सक्रिय हो गया है. आईएमडी ने अब अनुमान लगाया है कि दिल्ली-एनसीआर में अगले 36 घंटे में मॉनसून पहुंच सकता है. मॉनसून के असर से अगले तीन दिनों के दौरान पूरे क्षेत्र में तेज बारिश होने की उम्मीद जताई गई है.
आईएमडी के अनुसार, अगले दो दिनों में हरियाणा और पंजाब के कुछ और इलाकों में इसके आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं. मानसून रविवार को पंजाब के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ा था. मौसम विभाग ने 25-30 जून से पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में बारिश की गतिविधि में वृद्धि की भविष्यवाणी की है. मंगलवार को दोनों राज्यों और चंडीगढ़ में अधिकांश स्थानों पर अधिकतम तापमान सामान्य सीमा से नीचे रहा. चंडीगढ़ में अधिकतम तापमान 34.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
इस बीच, स्थानीय मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को जयपुर समेत राजस्थान के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई. आईएमडी ने अगले 24 घंटों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. इसमें कोटा डिविजन के अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश और अन्य क्षेत्रों में हल्की बारिश की संभावना जताई गई है. इस बीच, मंगलवार शाम को भारी बारिश के बीच झालावाड़ जिले के भवानी मंडी उपखंड में बिजली गिरने से तीन मवेशियों की मौत हो गई. कोटा में करीब एक सप्ताह के बाद कुछ देर के लिए आसमान साफ हुआ, बीच-बीच में हल्की धूप निकली. हालांकि उमस बनी रही. जलग्रहण क्षेत्र में पानी आने की वजह से कोटा बैराज के दो गेट लगातार दूसरे दिन खोले गए. मंगलवार को करीब 6,256 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, क्योंकि दो गेट - 3 फीट और 2 फीट चौड़े - खोले गए थे.
बात करें गुजरात की तो यहां पर सूरत शहर में मॉनसून की बारिश से हाल बेहाल है. सोमवार से मंगलवार की सुबह तक 100 मिमी से ज्यादा बारिश हुई है और पूरा शहर दरिया में बदल गया है. देश के मध्य, पूर्व और पूर्वोत्तर भाग में अगले सात दिनों के दौरान और उत्तर-पश्चिम में बुधवार से भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. अलग-अलग राज्यों के लिए यलो से ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.
आईएमडी ने पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में इस हफ्ते भारी बारिश का अनुमान जताया है. साथ ही राज्य के कुछ जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है. आईएमडी ने कहा है कि 25 से 27 जून तक दक्षिण बंगाल के कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है. जबकि उत्तर बंगाल के कुछ जिलों में 25, 28 और 29 जून को भारी बारिश होगी. आईएमडी के अनुसार दक्षिण बंगाल के हुगली, दक्षिण 24 परगना, पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, झारग्राम, पुरुलिया, बांकुरा और पश्चिम बर्धमान जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है. आईएमडी की मानें तो दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, अलीपुरद्वार, जलापीगुड़ी और कूच बिहार के उप-हिमालयी जिलों में 25, 28 और 29 जून को भारी बारिश होने की संभावना है.
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