मौसम विभाग ने बताया है कि दिल्ली (मुंडका, जाफरपुर, नजफगढ़, द्वारका, पालम, आईजीआई एयरपोर्ट), एनसीआर (गुरुग्राम, फरीदाबाद, मानेसर, बल्लभगढ़) सिकंदराबाद के कुछ स्थानों पर हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती हैं. साथ ही 20-30 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है. इसके अलावा यूपी में बुलंदशहर, खुर्जा, मथुरा, जलेसर, सादाबाद, टुंडला, आगरा और राजस्थान में नदबई, भरतपुर, बयाना में बारिश की संभावना जताई गई है.
मौसम विभाग ने बताया है कि पंजाब और हरियाणा के कई इलाकों में बुधवार को घना कोहरा छाया रहा. मोगा सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां न्यूनतम तापमान 2.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. अमृतसर और लुधियाना समेत कई अन्य स्थानों पर भी कोहरा छाया रहा. मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, पंजाब के अन्य स्थानों में अमृतसर का न्यूनतम तापमान 2.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से एक डिग्री कम है. लुधियाना में न्यूनतम तापमान 5.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि पटियाला, पठानकोट, बठिंडा और फरीदकोट जिलों में क्रमश: 5.8, 7.6, 4.2 और 3 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया.
दोनों राज्यों की राजधानी चंडीगढ़ में न्यूनतम तापमान 6.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. पड़ोसी राज्य हरियाणा में हिसार 3.5 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे ठंडा स्थान रहा. अंबाला, करनाल, नारनौल, रोहतक, भिवानी और सिरसा में क्रमश: 7, 5.2, 4, 7.7, 5.3 और 6.8 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया.
प्राइवेट वेदर एजेंसी स्काईमेट ने बताया है कि बुधवार को हरियाणा के पश्चिमी हिस्सों, दिल्ली, पूर्वोत्तर राजस्थान, मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र और दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश में बारिश देखने को मिलेगी. दूसरे दिन यानी 16 जनवरी को राजस्थान और मध्य प्रदेश में मौसम साफ हो जाएगा. वहीं, 16 जनवरी को हरियाणा और यूपी के पश्चिमी और मध्य हिस्सों में छिटपुट बारिश होगी जिसमें अयोध्या और प्रयागराज में हल्की बारिश होने की संभावना है.
स्काईमेट ने अपने पूर्वानुमान में बताया है कि मैदानों में 17 जनवरी से मौसम में सुधार होने की उम्मीद है. हालांकि, यह सुधार लंबे समय तक नहीं टिकेगा. एक और प्रणाली आने वाली है, जिससे इन सभी हिस्सों में अगले सप्ताह एक बार फिर से सर्दियों में बारिश होगी. राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में अगला बारिश का दौर 20 जनवरी से शुरू होकर 23 जनवरी तक चलेगा. इस बार बारिश की तेजी मौजूदा बारिश के मुकाबले अधिक होगी. इस दौरान पंजाब के कुछ हिस्से, हरियाणा का अधिकांश क्षेत्र और पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश होगी. इस बारिश का प्रभाव बहुत भारी और ज्यादा होगा.