बुधवार को बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव ने सभी पूर्वानुमानों को पछाड़ते हुए गुरुवार सुबह तक गहरे निम्न दबाव का रूप ले लिया. यह प्रणाली गोपालपुर से 190 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व, कालींगपट्टनम से 90 किमी पूर्व-दक्षिणपूर्व, विशाखापत्तनम से 250 किमी पूर्व और पुरी से 230 किमी दक्षिण में स्थित है.
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार यह तंत्र आज रात गोपालपुर और पारादीप (ओडिशा) के बीच तट से टकरा सकता है. JTWC ने इसे Tropical Storm One का दर्जा दिया है, जो इसे चक्रवात घोषित करने से एक कदम पहले की स्थिति होती है. बंगाल की खाड़ी के गर्म समुद्री जल (29-30°C) और नमी की मौजूदगी ने इसके तेजी से आगे बढ़ने को बढ़ावा दिया है.
1. आंध्र प्रदेश:
अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश. तटीय क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश.
2. ओडिशा:
गुरुवार को कुछ स्थानों पर अत्यंत भारी वर्षा (≥ 20 सेमी) संभव. शुक्रवार को भी भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना.
3. पश्चिम बंगाल:
गुरुवार और शुक्रवार को कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश. शनिवार को बारिश थोड़ी कम होगी.
4. झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, पूर्वी यूपी और पूर्वी मध्य प्रदेश:
गुरुवार से शनिवार तक कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश, कुछ जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना.
पश्चिमी तट पर स्थिति:
इस बीच, अरब सागर में बना एक और निम्न दबाव अब कमजोर हो गया है और गुजरात के तट से दूर 200 किमी दक्षिण-पश्चिम द्वारका के पास समुद्र में चला गया है.
IMD ने सभी प्रभावित राज्यों को सतर्क रहने और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करने को कहा है. किसानों, मछुआरों और तटीय इलाकों के निवासियों को विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत बताई गई है.
बिहार में अगले 4 से 5 दिन तक मॉनसून पूरी तरीके से सक्रिय रहेगा. पूरे प्रदेश में अगले 4 से 5 दिनों में मध्यम से लेकर जोरदार बारिश होगी. मौसम विभाग के मुताबिक भारी बारिश की वजह से कई इलाकों में जल जमाव और बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होगी.
मौसम विभाग के मुताबिक, नदियों का जलस्तर भी बढ़ेगा. बिहार के लगभग सभी जिलों में वज्रपात की भी संभावना है. पिछले 24 घंटे में बेगूसराय, मुजफ्फरपुर, खगड़िया, सीतामढ़ी, दरभंगा, समस्तीपुर, शेखपुरा, शिवहर, वैशाली, मधुबनी, नालंदा, गोपालगंज और पटना में भारी बारिश की वजह से कई इलाकों में जल जमाव की समस्या हुई है.