पश्चिमी विक्षोभ के कारण आज उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड भारत में आंधी और बिजली के साथ बारिश, तेज हवा, आंधी-तूफान और ओलावृष्टि जारी रहने की संभावना है. इसके अलावा उत्तर-पश्चिम भारत में दिल्ली-एनसीआर समेत अन्य राज्यों में आंधी- तूफान, वज्रपात की संभावना है. एक प्रकार से कुछ को छोड़कर सभी राज्यों में ऐसा मौसम रहने का अनुामन है. भारत मौसम विज्ञान विभाग यानी आईएमडी के के मुताबिक, अगले 3 दिनों के दौरान पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में आंधी और बिजली के साथ बारिश और तेज तूफानी हवाएं जारी रहने की संभावना है. वहीं, 15 अप्रैल से उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों और गुजरात में लू का एक नया दौर शुरू होने की संभावना है.
मौसम विभाग ने बताया कि विभिन्न एक्टिव वेदर सिस्टम के चलते अगले 7 दिनों के दौरान पूर्वोत्तर और आसपास के पूर्वी भारत में गरज, बिजली और तेज हवाओं के साथ छिटपुट से लेकर काफी व्यापक हल्की या मध्यम बारिश होने की संभावना है. 14 अप्रैल तक पश्चिम, मध्य और आसपास के पूर्वी भारत के मैदानी इलाकों में गरज, बिजली और तेज हवाओं के साथ छिटपुट बारिश होने की संभावना है.
आज उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश में और असम-मेघालय में 15 अप्रैल तक भारी बारिश की संभावना है. आज राजस्थान में अलग-अलग स्थानों पर धूल भरी आंधी चलने की संभावना है और पंजाब, हरियाणा चंडीगढ़ और दिल्ली, राजस्थान में अलग-अलग स्थानों पर तेज हवा और गरज के साथ बारिश का अनुमान है.
इसके अलावा मौसम विभाग ने लू, वार्म नाइट और आर्द्र मौसम की चेतावनी देते हुए कहा कि 14 अप्रैल से पश्चिमी राजस्थान में अलग-अलग जगहों पर भीषण लू चलने की संभावना है. साथ ही 15-17 अप्रैल के दौरान गुजरात राज्य में अलग-अलग जगहों पर लू चलने की संभावना है. पंजाब, हरियाणा पूर्वी राजस्थान में 16 और 17 अप्रैल को उमस वाली गर्मी का अलर्ट जारी किया गया है. वहीं आज तमिल, पुडुचेरी और कराकल में उमस का असर देखने को मिलेगा.
तापमान में बदलाव की बात करें तो आईएमडी के मुताबिक, अगले 3 दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में 2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट और उसके बाद के 4 दिनों के दौरान 3-5 डिग्री सेल्सियस की अधिकतम बढ़ोतरी होने की संभावना है.
अगले 3 दिनों के दौरान मध्य भारत में अधिकतम तापमान 2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट और उसके बाद के 4 दिनों के दौरान 2-4 डिग्री सेल्सियस की अधिकतम वृद्धि होने की संभावना है.
वहीं, अगले 3 दिनों के दौरान पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट और उसके बाद के 4 दिनों के दौरान 2-3 डिग्री सेल्सियस की अधिकतम वृद्धि होने की संभावना है और देश के बाकी हिस्सों में कोई खास बदलाव नहीं होने का अनुमान है.