Success Story: अंतर फसल विधि के माध्यम से कर रहे अच्छी खेती, कमा रहे डबल मुनाफा

Success Story: अंतर फसल विधि के माध्यम से कर रहे अच्छी खेती, कमा रहे डबल मुनाफा

अंतर फसल खेती में एक साथ कई फसलें लगाने के लिए अतिरिक्त जगह की जरूरत नहीं होती. उसी खाली स्थानों पर कई फसलें उगाई जाती हैं. इससे किसानों को दो प्रकार के लाभ मिलते हैं, एक ही भूमि पर एक फसल के स्थान पर दो फसलें उगाने से भूमि का उचित उपयोग होता है और दूसरा किसानों को अतिरिक्त आय भी प्राप्त होती है. 

अंतर फसल खेती के माध्यम से कमा रहे अच्छा मुनाफाअंतर फसल खेती के माध्यम से कमा रहे अच्छा मुनाफा
पंकज खेलकर
  • Maharashtra,
  • Sep 10, 2023,
  • Updated Sep 10, 2023, 2:12 PM IST

महाराष्ट्र के मालशिरस तालुक के गिरझनी के प्रगतिशील किसान, सतीश पालकर और उनकी पत्नी जयश्री पालकर ने अपने 1.5 एकड़ खेत में मुख्य फसल के रूप में अनार की खेती कर रहे हैं. अनार की खेती के अलावा, बार्टोक किस्म के बैंगन और गेंदा की खेती अंतरफसल की खेती कर रहे हैं. ऐसे में उन्हें एक साल में अलग-अलग फसलों से आय की उम्मीद रहती है. जब तक अनार का उत्पादन शुरू नहीं हो जाता, तब तक उन्हें बैंगन और गेंदा की फसल से सिर्फ 20 से 22 लाख रुपये तक की आमदनी हो जाती है. सतीश पालकर ने अपने खेत में 10 बाय 12 की दूरी पर मल्चिंग पेपर की क्यारियाँ बनाकर और ड्रिप सिंचाई के माध्यम से पानी का प्रबंधन करके अनार के पौधों को लगाया है.

खेतों में कर रहे ऑर्गेनिक खाद का इस्तेमाल

वहीं रासायनिक खाद की जगह उन्होंने ऑर्गेनिक खाद का इस्तेमाल खेतों में किया है. जिसकी मदद से बैंगन का आकार बड़ा हो रहा है. जिससे उन्हें बाजार में अच्छी कीमत मिल रही है. पालकर के खेत से बैंगन फिलहाल पुणे, मुंबई, हैदराबाद में बिक्री के लिए भेजा जा रहा है. ऐसे में यदि किसान अंतर फसल प्रणाली का इस्तेमाल करके खेती करता है तो प्रकृति की मार और बाजार भाव से प्रभावित होने की संभावना कम रहती है. ऐसा सतीश पालकर का कहना है.

ये भी पढ़ें: Success Story: महाराष्ट्र के किसान ने अमरूद से कमाया आठ लाख का मुनाफा, इन दो किस्मों से हुई कमाई  

क्या है अंतर फसल प्रणाली?

अंतर फसल खेती में एक साथ कई फसलें लगाने के लिए अतिरिक्त जगह की जरूरत नहीं होती. उसी खाली स्थानों पर कई फसलें उगाई जाती हैं. इससे किसानों को दो प्रकार के लाभ मिलते हैं, एक ही भूमि पर एक फसल के स्थान पर दो फसलें उगाने से भूमि का उचित उपयोग होता है और दूसरा किसानों को अतिरिक्त आय भी प्राप्त होती है. 

अंतर फसल में रखें इन चीजों का विशेष ध्यान

अंतरफसल के लिए मिट्टी, पानी, जलवायु, प्रकाश आदि को ध्यान में रखते हुए सावधानीपूर्वक योजना बनाने की आवश्यकता होती है. अंतरफसल की योजना बनाते समय उन फसलों का चयन करना महत्वपूर्ण है जो स्थान, पोषक तत्वों, पानी या सूरज की रोशनी के लिए एक दूसरे के साथ प्रतिस्पर्धा नहीं करते हैं. गहरी जड़ वाली फसलों के साथ उथली जड़ वाली फसलें, छोटे पौधों के साथ लंबी फसलें, प्रकाश की आवश्यकता वाले छाया पसंद पौधे, देर से पकने वाली फसलों के साथ जल्दी पकने वाली फसलें आदि उगाने की सलाह दी जाती है. ऐसी योजना किसानों को कई फसलों से अतिरिक्त उपज लाभ सुनिश्चित करेगी.

MORE NEWS

Read more!