करनाल के किसान ने कर दिया कमाल, टमाटर की खेती में किया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल

करनाल के किसान ने कर दिया कमाल, टमाटर की खेती में किया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल

प्रगतिशील किसान ने वेदर रिमोट सेंसिंग सिस्टम से टमाटर की खेती को जोड़ा, प्रति एकड़ 3 से 4 लाख रुपये की होती है आय. घर बैठे ही अपनी फसल के बारे में सारी जानकारी कर लेते हैं हासिल. कैमरे से लैस इस सिस्टम की खूबी यह है कि यह फसल में आने वाले कीट पतंग की फोटो खींचकर भेज देता है.

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कमलदीप
  • Karnal,
  • Dec 20, 2023,
  • Updated Dec 20, 2023, 3:55 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया अभियान का असर अब खेती में भी नजर आने लगा है. किसान अब परंपरागत खेती को छोड़कर स्मार्ट खेती की और कदम बढ़ा रहे हैं. किसान अब कृषि क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल कर रहे हैं. करनाल के पधाना गांव के किसान प्रदीप कुमार ने टमाटर की खेती में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करने की पहल की है. कुमार ने अपने खेत में वेदर रिमोट सेंसिंग सिस्टम स्थापित किया है, जिससे घर बैठे ही वो अपने खेत में फसलों पर कीटों के प्रभाव, मौसम की जानकारी, पानी की जरूरत और दवाओं के इस्तेमाल की पूरी जानकारी हासिल कर लेते हैं.

यही नहीं कुमार ने अपने खेतों में येलो ट्रैप भी लगाए हैं, जिससे कीटनाशकों के इस्तेमाल के बिना खेतों में फसल खराब करने वाले कीटों को समाप्त किया जा सकता है. इन प्रयोगों से उसकी फसलों की लागत मूल्य में कमी आई है. जिससे मुनाफा बढ़ा है. कीटनाशकों के कम इस्तेमाल से फसलों का दाम भी अच्छा मिल रहा है.

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इस तकनीक का क्या मिलता है फायदा?

प्रदीप कुमार ने बताया कि एक कंपनी के माध्यम से उन्होंने अपने टमाटर के खेतों में वेदर रिपोर्ट सेंसिंग सिस्टम लगाया है. जिससे उसे घर बैठे ही अपनी फसल के बारे में सारी जानकारी हासिल हो जाती है. कैमरे से लैस इस सिस्टम की खूबी यह है कि यह फसल में आने वाले कीट पतंगों की फोटो खींचकर  कंपनी के ऑफिस में भेज देता है. जिसकी जांच कर उसे फसल में किस दवा का कितना इस्तेमाल करना है यह पता चल जाता है. यही नहीं इस सिस्टम के माध्यम से मौसम में आ रहे बदलाव और खेतों में पानी के इस्तेमाल को भी नियंत्रित किया जा सकता है.

परंपरागत खेती छोड़ने की अपील

किसान प्रदीप कुमार ने कहा कि स्मार्ट तकनीक अपनाने के बाद फसल लागत में कमी आई है. उत्पादन भी अच्छा होने लगा है. उन्होंने बताया कि  आज टमाटर की खेती से वह प्रति एकड़ 3 से 4 लाख रुपये तक मुनाफा कमा रहे रहे हैं. कुमार ने अन्य किसानों से भी परंपरागत खेती को आधुनिक खेती बदलने की सलाह दी है.
किसान उत्पादक संगठन के निदेशक डॉ. एसपी तोमर ने कहा कि खेती में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इस्तेमाल से लागत को कम कर किसान अपनी आय को बढ़ा सकते हैं. आधुनिक यंत्रों के माध्यम से हम कीटनाशकों के अधिकतम इस्तेमाल को कंट्रोल कर अपने भोजन को शुद्ध और स्वास्थ्यवर्धक बना सकते हैं. 

उन्होंने कहा कि हमने अपने टमाटर प्रोजेक्ट में इस तकनीक का इस्तेमाल किया है जो पूरी तरह सफल साबित हुआ है. इस क्षेत्र में कई प्रगतिशील किसान हैं जिन्होंने पिछले दिनों टमाटर की खेती से अच्छी आय की है.

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