क्या है फ्री बोरिंग योजना जिसका लाभ उठा सकते हैं यूपी के किसान, किन कागजों की होगी जरूरत

क्या है फ्री बोरिंग योजना जिसका लाभ उठा सकते हैं यूपी के किसान, किन कागजों की होगी जरूरत

उत्तर प्रदेश में हर साल पानी की कमी के कारण फसल बर्बाद हो जाती है. वहीं यूपी में ज्यादातर जिलों के किसान बारिश पर आश्रित रहते हैं. ऐसे में किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ता है. कई किसान फसलों के लिए बेहतर सिंचाई की व्यवस्था न होने से त्रस्त होकर गलत कदम उठा लेते हैं.

क्या है फ्री बोरिंग योजना जिसका लाभ उठा सकते हैं यूपी के किसानक्या है फ्री बोरिंग योजना जिसका लाभ उठा सकते हैं यूपी के किसान
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Jan 04, 2024,
  • Updated Jan 04, 2024, 11:42 AM IST

खेती-किसानी में अधिकांश किसानों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है. इसमें सबसे बड़ी समस्या फसलों की सिंचाई की है क्योंकि बिना सिंचाई के किसानों को बेहतर उत्पादन नहीं मिलता है. ऐसी समस्याओं के समाधान के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार किसानों के लिए कई योजनाएं चला रही है. इस योजना के तहत सरकार राज्य के छोटे और सीमांत किसानों को फ्री बोरिंग की सुविधा दे रही है.

इस स्कीम का नाम यूपी फ्री बोरिंग योजना है. इसके तहत जिन किसानों की न्यूनतम जोत सीमा 0.2 हेक्टेयर है, उन्हें इसका लाभ मिलेगा. हालांकि इस बोरिंग के लिए पंपसेट की व्यवस्था खुद किसान को करनी पड़ेगी. आइए जानते हैं किसान कैसे इस योजना का लाभ उठा सकते हैं. 

सिंचाई की परेशानी से मिलेगी निजात

उत्तर प्रदेश में हर साल पानी की कमी के कारण फसल बर्बाद हो जाती है. वहीं यूपी में ज्यादातर जिलों के किसान बारिश पर आश्रित रहते हैं. ऐसे में किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ता है. कई किसान फसलों के लिए बेहतर सिंचाई की व्यवस्था न होने से त्रस्त होकर गलत कदम उठा लेते हैं. ऐसे में फ्री बोरिंग योजना की मदद से वे समय से खेतों में सिंचाई कर सकेंगे.

लाभ उठाने के लिए पात्रता 

  • इस योजना का लाभ उठाने वाले लाभार्थी यूपी का स्थायी नागरिक हो. 
  • राज्य के लघु और सीमांत वर्ग के ही किसान केवल इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं.  
  • इस योजना का लाभ सामान्य, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति तीनों को मिलेगा.
  • सामान्य वर्ग के किसान के पास 0.2 हेक्टेयर से अधिक का खेत होना चाहिए.  
  • वहीं अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति के किसानों के लिए जोत की सीमा नहीं है. 

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ये दस्तावेज हैं जरूरी

  • लाभार्थी का आधार कार्ड 
  • आय प्रमाण पत्र 
  • खेत के कागजात 
  • जाति प्रमाण पत्र
  • बैंक अकाउंट डिटेल 
  • आयु प्रमाण पत्र 
  • मोबाइल नंबर 
  • पासपोर्ट साइज फोटो

लाभार्थी कैसे करें आवेदन 

  • फ्री बोरिंग योजना का लाभ उठाने के लिए सबसे पहले ऑफिशियल वेबसाइट के लिंक पर जाएं.
  • यहां जाकर योजना वाले विकल्प पर क्लिक करें 
  • फिर नीचे आवेदन पत्र के ऑप्शन पर क्लिक कर इसे डाउनलोड कर लें. 
  • इसके बाद यहां मांगी गई सभी जानकारी सही-सही भर दें. 
  • फॉर्म भरने के बाद इसके साथ आवश्यक दस्तावेज अटैच कर दें.
  • इसके बाद इसे जिले के लघु सिंचाई विभाग में जमा कर दें.
  • ऐसे में आपका आवेदन पूरा हो जाएगा.

फ्री बोरिंग के क्या हैं लाभ 

इस योजना के तहत लघु किसानों को 05 हजार रुपये अनुदान मिलेगा. वहीं सीमांत किसानों को 07 हजार रुपये अनुदान के तौर पर मिलेंगे. अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के किसानों को 10 हजार रुपये की सब्सिडी मिलेगी. हालांकि किसान को इसमें पंपसेट की व्यवस्था खुद करनी होगी.

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