सांसद आदर्श ग्राम योजना क्या है, इसकी विशेषताएं जानें, सांसदों ने इन पंचायतों को लिया गोद

सांसद आदर्श ग्राम योजना क्या है, इसकी विशेषताएं जानें, सांसदों ने इन पंचायतों को लिया गोद

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन से इस योजना को लागू किया था. और सभी सांसदों को इसकी गाइडलाइन जारी कर दी. प्रत्येक सांसद को 2016 तक अपने निर्वाचन क्षेत्र में एक गांव और 2019 तक दो और गांवों को विकसित करने का संकल्प लेने के लिए कहा गया था.

Sansad Adarsh Gram YojanaSansad Adarsh Gram Yojana
प्राची वत्स
  • Noida,
  • Dec 06, 2023,
  • Updated Dec 06, 2023, 11:07 AM IST

सांसद आदर्श ग्राम योजना (एसएजीवाई) का लक्ष्य देश भर में विकसित मॉडल ग्राम पंचायतें बनाना है. यह ग्रामीण विकास मंत्रालय की एक अनूठी योजना है जिसमें पहली बार ग्राम पंचायत स्तर पर विकास के लिए संसद सदस्यों के नेतृत्व, क्षमता, प्रतिबद्धता और ऊर्जा का सीधे लाभ उठाया जा रहा है. इस योजना की शुरुआत 11 अक्टूबर 2014 को की गई थी. इस योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के जीवन स्तर में सुधार लाने का लक्ष्य है. यह काम सांसद करेंगे. इसमें सांसद को अपने क्षेत्र के गांव को आदर्श गांव के रूप में विकसित करना है.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन से इस योजना को लागू किया था. और सभी सांसदों को इसकी गाइडलाइन जारी कर दी. प्रत्येक सांसद को 2016 तक अपने निर्वाचन क्षेत्र में एक गांव और 2019 तक दो और गांवों को विकसित करने का संकल्प लेने के लिए कहा गया था.

इतने गांवों को गोद लेने का लक्ष्य

इसमें मार्च 2019 तक कम से कम 3 गांवों को मॉडल गांवों के रूप में विकसित करने का लक्ष्य था. इसके बाद पांच ऐसे मॉडल गांवों को विकसित करने का लक्ष्य रखा गया था. 2024 तक हर साल चयनित और विकसित किया जाना चाहिए. जिसमें गांवों की बुनियादी सुविधाओं के साथ-साथ खेती और पशुपालन, लघु उद्योग, रोजगार आदि पर ध्यान देना है.

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सांसद आदर्श ग्राम योजना की विशेषता

सांसद आदर्श ग्राम योजना का लक्ष्य गांवों और वहां के लोगों में कुछ मूल्यों को स्थापित करना है ताकि गांव दूसरों के लिए मॉडल बन सकें. इन मूल्यों में गाँव के जीवन से संबंधित सभी पहलुओं में समाज के सभी वर्गों की भागीदारी सुनिश्चित करना शामिल है. विशेष रूप से शासन से संबंधित निर्णय लेने में, अंत्योदय का पालन करना - गाँव के "सबसे गरीब और सबसे कमजोर व्यक्ति" को अच्छी उपलब्धि हासिल करने में सक्षम बनाना. लिंग समानता की पुष्टि करना, महिलाओं के लिए सम्मान सुनिश्चित करना, सामाजिक न्याय की गारंटी देना, श्रम की गरिमा और सामुदायिक सेवा और स्वैच्छिकता की भावना पैदा करना.

इसके अलावा, स्वच्छता की संस्कृति को बढ़ावा देना, प्रकृति के अनुरूप रहना. विकास और पारिस्थितिकी के बीच संतुलन सुनिश्चित करना, स्थानीय सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करना और बढ़ावा देना, आपसी सहयोग, स्व-सहायता और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना, ग्राम समुदाय में शांति और सद्भाव को बढ़ावा देना. सार्वजनिक जीवन में पारदर्शिता, जवाबदेही और ईमानदारी लाना, स्थानीय स्वशासन का पोषण करना, भारतीय संविधान के मौलिक अधिकारों और मौलिक कर्तव्यों में निहित मूल्यों का पालन करना भी वांछित है.

सांसद आदर्श ग्राम योजना के लाभ और विशेषताएं

  • सांसद आदर्श ग्राम योजना का लक्ष्य देश के गांवों में विकास लाना है.
  • इस योजना के तहत सांसदों को अपने क्षेत्र के एक गांव को गोद लेना है और उसमें विकास कार्य कराना है. जिसके तहत अन्य सांसदों में भी विकास की लहर दौड़ेगी.
  • एसजीवीवाई के माध्यम से कमजोर और गरीब लोगों को अच्छा जीवन जीने में सक्षम बनाना है.
  • लोगों को अच्छे जीवन के साथ-साथ सामाजिक और आर्थिक न्याय की गारंटी भी देनी होगी.
  • इस योजना के तहत लोगों की मदद, स्वावलंबन और आत्मनिर्भर बनाना है.
  • जिससे लोगों के जीवन में पारदर्शिता आयेगी.
  • ग्रामीण समुदाय में शांति और एकता को बढ़ावा मिलेगा.
  • गांव के लोगों को आजीविका के बेहतर अवसर मिलेंगे.

देश भर में इतने ग्राम पंचायतों की पहचान की गई

राज्य/संघ राज्य क्षेत्र का नामपहचाने गए ग्राम पंचायतों की संख्या
अण्डमान और निकोबार द्वीपसमूह8
आंध्र प्रदेश201
अरुणाचल प्रदेश13
असम51
बिहार197
चंडीगढ़2
छत्तीसगढ116
दिल्ली13
गोवा15
हरियाणा91
हिमाचल प्रदेश45
जम्मू और कश्मीर43
झारखंड117
कर्नाटक133
केरल167
लद्दाख4
लक्षद्वीप2
मध्य प्रदेश140
महाराष्ट्र260
मणिपुर30
मेघालय24
मिजोरम14
नगालैंड8
ओडिशा104
पुदुचेरी10
पंजाब72
राजस्थान 190
सिक्किम15
तमिलनाडु367
तेलंगाना86
त्रिपुरा14
दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव का केंद्र शासित प्रदेश8
उत्तर प्रदेश549
उत्तराखंड37
पश्चिम बंगाल10
  
कुल3390

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