कड़कनाथ मुर्गी पालन पशुपालकों के लिए मुनाफे का सौदा है. यह अपने स्वाद और औषधीय गुणों के चलते इस मुर्गे की मांग हर जगह है. इन दिनों कड़कनाथ मुर्गी पालन फायदे का कारोबार कहा जा रहा है. इसकी कई वजह हैंं, एक तो ये महंगा बिकता है, वहीं इसके रख रखाव की लागत कम है. दूसरा ये खानों वाले को कई बीमारियों में भी फायदा पहुंचाता है. किसान अधिक मात्रा में इस मुर्गी का पालन करें इसके लिए मध्य प्रदेश सरकार ने मुर्गी पालन योजना शुरू की है, जिससे किसान इस योजना का लाभ लेकर आसानी से मुर्गी पालन कर सकते हैं. आइए जानते हैं कि कैसे सरकार मुर्गी पालन की शुरुआत करने में किसानों की मदद कर रही है.
मुर्गी पालन एक अच्छी कमाई का जरिया है. इस समय लोंगों के बीच इसकी काफी डिमांड है. साथ ही इसकी शुरुआत करने के लिए सरकार द्वारा मदद भी मिल रही है. मुर्गी पालन के लिए मध्य प्रदेश एक योजना चला रही है, जिसका नाम है मध्यप्रदेश मुर्गी पालन योजना. इस योजना के तहत पशुपालक आसानी से मुर्गी पालन कर सकते हैं. इसके अलावा केंद्र सरकार भी मुर्गी पालन के लिए 25 लाख रुपये की सब्सिडी देती है. यानी राज्य सरकार के साथ ही केंद्र सरकार भी मुर्गी पालन में मदद करती है.
मध्य प्रदेश सरकार ने पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए मुर्गी पालन योजना की शुरूआत की है, जिसमें कड़कनाथ मुर्गी पालन के व्यवसाय के लिए मुफ्त में शेड, काम में आने वाले बर्तन, वैक्सीनेटेड चूजे और मुर्गीयों के लिए 6 महीने तक का दाना दिया जाता है. साथ ही मध्य प्रदेश सरकार जनजातिय महिलाओं ते लिए कड़कनाथ मुर्गी पालन इकाई भी चला रही है. जिसका लाभ उठाकर महिलाएं अपना खुद का व्यवसाय भी शुरू कर अच्छी कमाई कर रही हैं.
ये भी पढ़ें:- जैसलमैर में सूृखने लगी 5 हजार बीघा में लगी फसल, मेहराब खां माइनर से नहीं छोड़ा जा रहा पानी
कड़कनाथ मुर्गी की बात करें तो इसमें प्रोटीन अधिक मात्रा में पाया जाता है. इसके अलावा इसमें कॉलेस्ट्रोल और फैट बहुत कम होता है, जिसकी वजह से लोगों के बीच इसकी मांग ज्यादा है. इसके अलावा यह अन्य मुर्गीयों से अलग होती है. इसका मांस, खून, पंख और त्वचा सबका रंग काला होता है. वहीं इस मुर्गी का अंडा अन्य मुर्गियों से अधिक महंगा होता है. कड़कनाथ मुर्गी का एक अंडा 30-35 रुपये में मिलता है. इसके अलावा इस मुर्गी का मांस भी लगभग 700-800 रुपये किलो के हिसाब से मिलता है. ऐसे में पशुपालक इसका पालन कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.