बारिश-बाढ़ से 'तबाह' महाराष्‍ट्र ने केंद्र से मांगे इतने हजार करोड़, जल्‍द निरीक्षण के लिए आएगी एक और टीम

बारिश-बाढ़ से 'तबाह' महाराष्‍ट्र ने केंद्र से मांगे इतने हजार करोड़, जल्‍द निरीक्षण के लिए आएगी एक और टीम

उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने बताया कि किसानों की राहत के लिए अतिरिक्त वित्तीय सहायता की आवश्यकता है. केंद्र की टीम नुकसान का आकलन कर चुकी है. राज्य ने बालिराजा योजना, कुंभ मेला और स्वास्थ्य योजनाओं के लिए भी बड़े बजट प्रावधान किए हैं. जल्द केंद्र से मदद की उम्मीद है.

Maharashtra Deputy Chief Minister Ajit PawarMaharashtra Deputy Chief Minister Ajit Pawar
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Dec 11, 2025,
  • Updated Dec 11, 2025, 8:43 PM IST

नागपुर में चल रहे विधानसभा के शीतकालीन सत्र में उप मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री अजीत पवार ने गुरुवार को बड़ा बयान देते हुए बताया कि राज्य सरकार ने इस साल बेमौसम बारिश और बाढ़ से प्रभावित किसानों की मदद के लिए केंद्र से 29,781 करोड़ रुपये की अतिरिक्त सहायता मांगी है. उन्होंने कहा कि सरकार पहले ही 44,000 करोड़ रुपये किसानों को राहत के रूप में दे चुकी है, लेकिन भारी नुकसान को देखते हुए और धनराशि की जरूरत है.

जल्‍द दूसरी टीम करेगी राज्‍य का दौरा: पवार

पवार ने पूरक मांगों पर चर्चा के दौरान कहा कि राज्य सरकार किसानों को राहत देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और जरूरी संसाधन जुटाने की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है. उन्होंने बताया कि केंद्र की एक निरीक्षण टीम चार जिलों का दौरा कर चुकी है और दूसरी टीम अगले सप्ताह राज्य का जायजा लेने आएगी. पवार ने उम्मीद जताई कि केंद्र सरकार जल्द ही सहायता राशि मंजूर करेगी.

68.69 लाख हेक्‍टेयर फसल हुई थी तबाह

इस साल सितंबर में हुई भारी बारिश और बाढ़ ने विशेष रूप से मराठवाड़ा और आसपास के इलाकों की खेती को बुरी तरह प्रभावित किया था. पूरे राज्य में करीब 68.69 लाख हेक्टेयर फसलें नष्ट हो गई थीं, जिससे लाखों किसानों की आर्थिक स्थिति चरमरा गई. इसी के मद्देनजर राज्य सरकार ने अक्टूबर में 31,628 करोड़ रुपये के मुआवजा पैकेज की घोषणा की थी.

75,000 करोड़ रुपये की पूरक मांगों को मंजूरी

उप मुख्यमंत्री ने सदन में कहा कि वित्तीय अनुशासन बनाए रखने और राज्य की आर्थिक संरचना को मजबूत करने के प्रयास जारी हैं. सदन ने लगभग 75,000 करोड़ रुपये की पूरक मांगों को मंजूरी भी दे दी. पवार के मुताबिक, महाराष्ट्र ने अपना वित्तीय घाटा तीन प्रतिशत के भीतर रखा है और कर्ज स्तर भी 20 प्रतिशत से नीचे है, जो उपलब्धि केवल कुछ राज्यों ने ही हासिल की है.

नासिक में होने वाले कुंभ मेले की तैयारी के लिए 3,000 करोड़ रुपये का प्रावधान

उन्होंने प्रमुख बजट प्रावधानों की जानकारी देते हुए बताया कि बालिराजा योजना के लिए 9,000 करोड़ रुपये, नासिक में होने वाले कुंभ मेले की तैयारी के लिए 3,000 करोड़ रुपये और महात्मा फुले जन आरोग्य योजना के विस्तारित स्वरूप के लिए 900 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. इसके अलावा संजय गांधी निराधार योजना के लिए भी धनराशि बढ़ाई गई है और केंद्र की ब्याज मुक्त ऋण योजना के लिए 5,600 करोड़ रुपये मिलान अनुदान के तौर पर दिए गए हैं. (पीटीआई)

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