जमीन या खेत की जमाबंदी को आधार से जोड़ना जरूरी, जानिए इसका क्या है लाभ

जमीन या खेत की जमाबंदी को आधार से जोड़ना जरूरी, जानिए इसका क्या है लाभ

बिहार में ज्यादातर जमीन की जमाबंदी उन लोगों के नाम पर है, जिनका निधन सालों पहले हो चुका है. सबसे बड़ी बात यह है कि जमाबंदी बुजुर्गों के नाम पर होने के कारण दो पीढ़ियों से उनके नाम पर जमाबंदी नहीं हो पाई है. साथ ही ज्यादा सदस्यों वाले परिवार भी बंट चुके हैं. ऐसे में उन्हें अपने नाम पर जमाबंदी करवाने में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.

जमाबंदी को आधार से जोड़ना जरूरीजमाबंदी को आधार से जोड़ना जरूरी
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Sep 03, 2024,
  • Updated Sep 03, 2024, 2:21 PM IST

बिहार में जमाबंदी नियमों में बदलाव से आम लोगों की परेशानी बढ़ गई है. नए नियमों के अनुसार अब जमीन बेचने के लिए जमाबंदी जरूरी है. इसके अलावा जमाबंदी को आधार कार्ड और मोबाइल नंबर से लिंक करना भी जरूरी है. ऐसा नहीं करने पर अंचल कार्यालय की ओर से जमाबंदी बंद कर दी जाएगी. ऐसी स्थिति में सिर्फ रसीद ही जारी हो सकेगी और आप जमीन की खरीद-बिक्री नहीं कर सकेंगे. इसलिए अब जमाबंदी जरूरी हो गई है.

लोगों की परेशानी बढ़ी

इस नए नियम से जमीन खरीदने-बेचने वाले लोग काफी परेशान हैं. कई जमीन मालिकों ने जमीन बेचने के लिए एडवांस पैसे भी ले लिए हैं, लेकिन अचानक नियमों में हुए बदलाव से जमीन खरीदने-बेचने वालों की चिंता बढ़ गई है कि जमीन की रजिस्ट्री कैसे होगी.

पूर्वजों के नाम पर है जमीन

लोगों का मानना ​​है कि ऐसी प्रक्रिया लंबे समय तक नहीं चलेगी. अभी भी बिहार में अधिकांश जमीन पूर्वजों के नाम पर हैं. कई लोग, जिनके परिवार बड़े हैं, मौखिक रूप से भूमि का बंटवारा कर रहे हैं और खेती का काम कर रहे हैं. चूंकि पंजीकरण बुजुर्गों के नाम पर है, तो अब वो जमीन कैसे बेचेंगे या खरीदेंगे, यह चिंता का विषय बनता जा रहा है.

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जमाबंदी करवाने में परेशानी

ज्यादातर जमीन की जमाबंदी उन लोगों के नाम पर है, जिनका निधन सालों पहले हो चुका है. सबसे बड़ी बात यह है कि जमाबंदी बुजुर्गों के नाम पर होने के कारण दो पीढ़ियों से उनके नाम पर जमाबंदी नहीं हो पाई है. साथ ही ज्यादा सदस्यों वाले परिवार भी बंट चुके हैं. ऐसे में उन्हें अपने नाम पर जमाबंदी करवाने में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में आइए जानते हैं जमाबंदी को आधार से कैसे जोड़ें.

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जमाबंदी को आधार से कैसे लिंक करें?

  • जमाबंदी को आधार से लिंक करने की प्रक्रिया राजस्व कर्मचारी द्वारा की जा रही है. 
  • अगर आपकी जमाबंदी अभी तक आधार से लिंक नहीं हुई है, तो आपको अपने राजस्व कर्मचारी/अंचल कार्यालय से संपर्क करना चाहिए. 
  • आप https://biharbhumi.bihar.gov.in/ के अंतर्गत "चेक आधार/मोबाइल सीडिंग स्टेटस" से जमाबंदी को आधार से लिंक करने की स्थिति की जांच कर सकते हैं.

आधार से लिंक करने के लाभ

  • अगर आधार को जमाबंदी से लिंक करने पर जमाबंदी में कोई बदलाव होता है, तो आपको इसकी जानकारी आपके मोबाइल पर एसएमएस के माध्यम से मिल जाएगी. 
  • अगर आधार को जमाबंदी से लिंक करने पर आपकी जमाबंदी के विरुद्ध कोई म्यूटेशन आवेदन दायर किया जाता है, तो आपको इसकी जानकारी आपके मोबाइल पर एसएमएस के माध्यम से मिल जाएगी. 
  • जमाबंदी को आधार से लिंक करने की प्रक्रिया से आपके आधार का कोई दुरुपयोग नहीं होता है.

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