किसानों को मंडी की सुविधा देने के लिए सरकार ने बड़ी पहल की है. इसके अंतर्गत किसानों को e-NAM की सुविधा दी गई है. ई-नाम ऑनलाइन बाजार है जहां किसान अपनी उपज को आसानी से बेच कर पैसा कमा सकते हैं. ऐसे में किसानों को मंडी और आढ़तियों के चक्कर में भटकना नहीं होगा. इसमें ध्यान इस बात का रखना होता है कि किसान अपने जिले में मंडी का पता करें. एक बार मंडी का पता चल जाएगा तो किसान ई-नाम के जरिये आसानी से अपनी उपज की नीलामी कर सकते हैं और बेच सकते हैं. तो आइए जानते हैं कि अपने जिले में ई-नाम मंडी का पता कैसे लगाएं.
इसके लिए आपको सबसे पहले केंद्र सरकार की ओर से ई-नाम के लिए दिए गए इस लिंक पर क्लिक करना होगा. इस लिंक पर क्लिक करते ही आपके सामने एक वेबसाइट खुल जाएगी जो कि ई-नाम के लिए होगी. यहां आपको अपने जिले की मंडी के बारे में जानकारी मिल जाएगी.
अब आपको e-Nam Mandis Contact Details पर जाना है. यहां आपको नीचे ‘सेलेक्ट योर स्टेट’पर जाना है. आगे उसमें ऑल स्टेट लिखा होगा जिसमें आपको अपने राज्य को चुनना है. इसके बाद सेलेक्ट डिस्ट्रिक्ट वाले कॉलम में अपने जिले को चुनना है. अंत में आपको सेलेक्ट एपीएमसी लिखा दिखेगा जहां आपको अपनी मंडी को सेलेक्ट करना है. आप जैसे ही तीनों कॉलम में जानकारी देते हैं आपके सामने ई-नाम मंडी की पूरी जानकारी खुल कर सामने आ जाती है. इसमें मंडी का नाम, प्रदेश, कांटेक्ट डिटेल और कमोडिटी की जानकारी मिल जाती है. यहां कमोडिटी में आप समझ जाएंगे कि आपकी मंडी में कौन-कौन सी उपज बिक सकती है. आप इसी आधार पर अपनी उपज बेचने की प्लानिंग कर सकते हैं.
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e-Nam Portal के जरिए केंद्र सरकार ने देश के किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए एक ऑनलाइन मार्केटप्लेस उपलब्ध कराया गया है, जहां किसान अपनी फसल को अच्छे दामों पर ऑनलाइन बेच सकते हैं. ई-नाम का पूर्ण रूप राष्ट्रीय कृषि बाजार है. इस पोर्टल के माध्यम से किसानों, व्यापारियों और खरीदारों को एक मंच पर लाया गया है. ई-नाम पोर्टल पूरी तरह से डिजिटल पोर्टल है. इस पोर्टल के माध्यम से किसान अपनी फसल ऑनलाइन बेच सकते हैं, इसके अलावा अपनी समस्याओं का समाधान भी कर सकते हैं.
बता दें कि ई-नाम पोर्टल के जरिए देश के सभी मंडियों को एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म दिया गया है, जो बिचौलियों से मुक्त है. यहां किसान अपनी फसल की दाम को तय करता है, तो वहीं देश के कोने-कोने में बैठे कारोबारी किसानों की मंजूरी के बाद बोली लगाते हैं और फसल खरीदते हैं.
जैसा कि आप जानते हैं कि किसानों को अपनी फसल को बेचने में हमेशा समस्या होती है. किसान फसलों का उत्पादन तो कर लेते हैं, लेकिन फसल बेचें कहां यह चिंता किसानों के मन में हमेशा रहता है. हालांकि अभी तक किसानों की फसलें बिचौलियों के द्वारा खरीद कर बेची जाती थी, लेकिन इस समस्या से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने इस पोर्टल को शुरू किया. इस पोर्टल पर फसल को बेचने के बाद पैसे सीधे किसानो के बैंक अकॉउंट में ट्रांसफर किया जाएगा.